क्या है क्लाइमेट इंजीनियरिंग? कैसे करती है काम और क्यों इसको लेकर जारी है बहस
क्या आप जानते है कि जलवायु समाधान के रूप में पेश की जा रही क्लाइमेट इंजीनियरिंग क्या है और यह कैसे काम करती है?
अप्रैल 2024 तक बना रहेगा अल नीनो, तापमान और चरम मौसमी घटनाओं में वृद्धि की आशंका
विश्व मौसम विज्ञान संगठन ने आशंका जताई है कि मौजूदा अल नीनो की घटना के प्रबल होने से बाढ़, लू और सूखा जैसी चरम ...
बच्चों के लिए आफत बना बढ़ता तापमान, यूरोप और मध्य एशिया में हर दूसरे बच्चे को लू से खतरा
दुनिया भर में करीब 55.9 करोड़ बच्चे लू की मार झेल रहे हैं। वहीं अनुमान है कि अगले 27 वर्षों में दुनिया का करीब-करीब ...
स्वर्णिम पहल: विश्व मौसम विज्ञान कांग्रेस ने उत्सर्जन पर निगरानी के लिए ग्लोबल ग्रीनहाउस ट्रैकर को दी मंजूरी
यह पहल कार्बन डाइऑक्साइड (सीओ2), मीथेन (सीएच4) और नाइट्रस ऑक्साइड (एन2ओ) जैसी गैसों के उत्सर्जन को कम करने के लिए तत्काल कार्रवाई का समर्थन ...
गर्मी का कहर: 2.7 डिग्री सेल्सियस की वृद्धि के साथ, भीषण गर्मी की चपेट में होंगें 60 करोड़ भारतीय
बढ़ता तापमान न केवल स्वास्थ्य के लिए गंभीर खतरा पैदा कर रहा है, बल्कि यह बौद्धिक क्षमता, कृषि और श्रम उत्पादकता में गिरावट का ...
भारत, बांग्लादेश सहित दक्षिण एशिया में 30 गुणा ज्यादा उमस भरी लू का खतरा, कौन है जिम्मेवार?
बढ़ते तापमान की प्रवृत्ति भारत और बांग्लादेश में थाईलैंड, लाओस और यूरोप की तुलना में कम पाई गई है
जलवायु परिवर्तन से जलविद्युत उत्पादन में होगी वृद्धि, लेकिन बांधों के टूटने का खतरा भी होगा दोगुना
भारत में जलविद्युत परियोजनाएं 11 फीसदी की हिस्सेदारी के साथ, बिजली का तीसरा सबसे बड़ा स्रोत हैं
जलवायु संकट: लगातार 528वें महीने औसत से ज्यादा रहा तापमान, दर्ज की गई 0.97 डिग्री सेल्सियस की वृद्धि
एक तरफ जहां यूरोप ने अब तक की अपनी दूसरी सबसे गर्म सर्दियों का सामना किया। वहीं वैश्विक स्तर पर समुद्री बर्फ में आई ...
फ्रांस के जलवायु रिकॉर्ड का सबसे गर्म साल होगा 2022: मेटीओ फ्रांस
इसी तरह अक्टूबर 2022 का महीना फ्रांस में 20 वीं सदी की शुरुआत से सबसे गर्म अक्टूबर रहा। जब तापमान सामान्य से 3.5 डिग्री ...
कॉप 27: 'चोरी किया जा रहा है हमारा भविष्य', शर्म अल-शेख में गूंजी युवाओं की आवाज
युवा जलवायु वार्ताकारों ने गुरुवार को जलवायु ‘हानि व क्षति’ के मुद्दे बड़ी बेबाकी से वैश्विक नेताओं के सामने अपनी बात रखी जिसमें उन्होंने ...
कॉप 27: सूखे से निपटने के लिए शर्म अल-शेख में ‘इंटरनेशनल ड्रॉट रेसिलिएंस एलायंस’ हुआ लांच
आईपीसीसी का अनुमान है कि जलवायु में आते बदलावों के चलते अगले 28 वर्षों में वैश्विक स्तर पर 75 फीसदी लोग सूखे और पानी ...
गांवों की तुलना में 29 फीसदी ज्यादा तेजी से गर्म हो रहे हैं शहर
शहरों में सतह का तापमान 0.5 डिग्री सेल्सियस प्रति दशक की दर से बढ़ रहा है वहीं ग्रामीण क्षेत्रों में यह दर 0.38 डिग्री ...
जलवायु परिवर्तन के चलते अगले 28 वर्षों में 15 फीसदी तक घट सकती है भारत की जीडीपी
अंतरराष्ट्रीय रेटिंग फर्म एसएंडपी ग्लोबल द्वारा जारी रिपोर्ट में कहा गया है कि अगले 28 वर्षों में भारत में 62 फीसदी कृषि पर पानी ...
आईपीसीसी रिपोर्ट: मानव पीड़ा की यह एटलस जलवायु, जैव विविधता और मानव कल्याण के अंतर्संबंधों पर देती है जोर
आईपीसीसी द्वारा जारी यह हालिया रिपोर्ट जहां एक तरफ कभी न भरने वाली क्षति के बारे में चेतावनी देती है, साथ ही समाधान भी ...
जीवाश्म ईंधन के चलते हर साल हो रहा है 9.7 करोड़ मीट्रिक टन मीथेन उत्सर्जन, कौन है जिम्मेवार
मानचित्रों से पता चला है कि तेल संबंधित मीथेन उत्सर्जन के सबसे बड़े स्रोत रूस में हैं, जबकि प्राकृतिक गैस से होने वाला उत्सर्जन ...
कॉप-26: उत्सर्जन में गिरावट न आई तो 2040 तक सूखे की चपेट में होगी दुनिया की एक तिहाई कृषि भूमि
आज जिस तेजी से वैश्विक उत्सर्जन में वृद्धि हो रही है यदि ऐसा ही चलता रहा तो भविष्य में दुनिया की प्रमुख फसलों की ...
जलवायु परिवर्तन और मानव गतिविधियों के चलते कार्बन सिंक से कार्बन उत्सर्जक बनते जा रहे हैं जंगल
विश्व धरोहर स्थलों में 257 वन क्षेत्रों को शुमार किया गया है जो 6.9 करोड़ हेक्टेयर क्षेत्र में फैले हुए हैं। यह हर साल ...
क्या गरीब देशों को कर्ज के भंवर जाल में फंसा देगा क्लाइमेट फंड?
क्लाइमेट फाइनेंस के नाम पर दिए 4,40,637 करोड़ रुपए में से केवल एक तिहाई ही गरीब देशों तक पहुंच पाया था
2024 में लगातार तीसरे महीने मार्च ने तोड़े गर्मी के पिछले सारे रिकॉर्ड, 1.68 डिग्री ज्यादा रहा तापमान
इस साल कोई भी महीना ऐसा नहीं रहा जिसने बढ़ते तापमान के रिकॉर्ड न बनाए हों। इसी तरह यह लगातार 10वां महीना है जब ...
उष्णकटिबंधीय चक्रवातों के कारण हर साल खतरे में पड़ जाती हैं 14 लाख जिंदगियां
शोधकर्ताओं का अनुमान है कि, 2050 तक प्राकृतिक तटों की सुरक्षा में गिरावट जारी रहेगी
पशुपालन की वजह से पैदा हुई जलवायु चुनौतियां, निपटने के लिए निवेश की जरूरत
दक्षिण एशिया और अफ़्रीका में लगभग एक अरब लोगों की आजीविका के लिए जानवर पालना जरूरी है
सदी के अंत तक 56 फीसदी घट जाएंगे खेत, साथ ही खत्म हो जाएगा किसानों का ज्ञान?
सदी के अंत तक दुनिया भर में मौजूद खेतों की संख्या घटकर आधे से कम रह जाएगी। ऐसे में घटते किसानों और नई तकनीकों ...
हिन्द महासागर और बंगाल की खाड़ी में कहीं ज्यादा दिनों तक उठेंगी तूफानी लहरें
भारतीय वैज्ञानिकों की चिंता है कि ये घटनाएं तटीय आबादी, बुनियादी ढांचे और समुद्र पर निर्भर लोगों की जीविका को बुरी तरह प्रभावित कर ...
कॉप-27: सदी के अंत तक भारत के औसत तापमान में हो सकती 3 डिग्री सेल्सियस की वृद्धि
यदि दिल्ली को देखें तो वहां स्थिति ज्यादा गंभीर रहने की आशंका है, जब साल के औसतन 217 दिनों तक तापमान 35 डिग्री सेल्सियस ...
जलवायु संकट: अगले पांच वर्षों में 1.5 डिग्री सेल्सियस की सीमा को पार कर सकता है तापमान
रिपोर्ट में इस बात की भी 93 फीसदी आशंका जताई है कि वर्ष 2022 से 2026 के बीच कोई एक साल ऐसा हो सकता ...