जलवायु अनुकूलन के लिए जरूरी जन-भागीदारी
भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी), इंदौर और आईआईटी, गुवाहाटी के शोधकर्ताओं द्वारा किए गए एक अध्ययन में यह बात उभरकर आई है।
जलवायु परिवर्तन: विनाश के लिए जिम्मेदार अदृश्य हाथ
एंथनी मैक माइकल नई किताब में बता रहे हैं कि कैसे मौसम में आए बदलाव ने प्राचीन सभ्यताओं का विनाश कर दिया।
पृथ्वी दिवस पर चिंतन: क्या यह महामारी किसी शहर की परिकल्पना को बदल सकती है?
इस महामारी के बाद हमारे शहरों को अधिक मानवीय और समावेशी बनाने की जरूरत है
जलवायु परिवर्तन: सब पैसे का खेल है!
जलवायु वित्त की राशि उन देशों को नहीं मिलती, जिन्हें उसकी सबसे अधिक जरूरत है। यह पैसा वहां जाता है, जहां पैसा बनाने का ...
जलवायु परिवर्तन से बड़े और प्रवासी पक्षियों की जन्मदर में क्यों आ रही है गिरावट?
रिसर्च से पता चला है कि बढ़ता तापमान दुनिया भर में बड़े और प्रवासी पक्षियों की प्रजनन दर में कमी की वजह बन रहा ...
पिछले चार साल से धंस रहा है जोशीमठ, उपग्रह की छवियों से चला पता
अध्ययन के मुताबिक 2018 से 2022 के बीच उत्तराखंड शहर की उपग्रह की छवियों से पता चला है कि इसका पूर्वी हिस्सा हर साल ...
कॉप-27 का समापन क्या दुनिया के लिए नई सुबह लेकर आएगा?
कॉप-27 में जलवायु परिवर्तन से हो रहे नुकसान व क्षति के लिए कोष का गठन करने का प्रस्ताव स्वीकार कर लिया गया
दोहरे विस्थापन को मजबूर हैं अमेरिकी आदिवासी
जबरन स्थानांतरण ने अमेरिका के आदिवासियों को जलवायु परिवर्तन के प्रभावों की चपेट में ला दिया है
खास पड़ताल: विस्थापन के लिए युद्ध से बड़ा कारण बना जलवायु परिवर्तन
जलवायु परिवर्तन से होने वाली आपदाओं ने दुनियाभर में एक बड़ी आबादी के सामने अभूतपूर्व पलायन अथवा विस्थापन का संकट खड़ा कर दिया है
शून्य उत्सर्जन की उठापठक
अच्छी खबर यह है कि जलवायु परिवर्तन एक बार फिर से मुख्य एजेंडा बन चुका है। बुरी खबर यह है कि हम गलत चीजों ...
हिमालय में आ सकता है बड़ा भूकंप, वैज्ञानिकों ने की टेक्टोनिक रूप से सक्रिय नए क्षेत्र की पहचान
वैज्ञानिकों ने हिमालय के लद्दाख क्षेत्र में ऐसे जोन की पहचान की है जो अभी भी टेक्टोनिक रूप से सक्रिय है
जलवायु परिवर्तन बिगाड़ रहा अलास्का का ईकोसिस्टम
वर्ष 2000 से 2018 के बीच सेटेलाइट इमेज ने अलास्का में हो रहे तेजी से वानस्पतिक बदलावों को दर्ज किया है
क्यों शहरों में हो सकता है ब्लैकआउट?
एक अध्ययन में पता लगाया गया है कि कैसे शहर बिजली के लिए बेहतर स्रोतों का उपयोग कर सकते हैं और लगातार बढ़ते तापमान ...
दशक पर एक नजर: जलवायु पतन के लिए किया जाएगा याद
21वीं शताब्दी के दूसरे दशक के शुरुआत में जलवायु परिवर्तन रोकने को कोशिशों से दुनिया ने अपना कदम पीछे खींच लिया
जलवायु आपातकाल, कॉप-25: 2018 में भारत में हुई सर्वाधिक जलवायु संबंधित मौतें
चिंताजनक आंकड़े सामने रखने वाली यह रिपोर्ट मद्रिद में पेश की गई है। इस रिपोर्ट में लॉस एंड डैमेज व्यवस्था को लागू करने पर ...
दुनिया की पहली फिशरीज इंडेक्स इंश्योरेंस योजना
नेचर क्लाइमेट चेंज नामक पत्रिका में एक पेपर प्रकाशित किया है। जिसमें कृषि से लेकर मत्स्य पालन तक के जलवायु जोखिम बीमा की चुनौतियों ...
भारतीय-प्रशांत महासागर के गर्म होने से भारत में बदल रहा है बारिश का पैटर्न
हाल ही में वैज्ञानकों को भारतीय-प्रशांत महासागर के एक हिस्से के तेजी से गर्म होने का पता चला है। जिसके कारण भारत सहित दुनिया ...
इस साल मॉनसून ने बदली अपनी चाल, जानें कहां कितनी अधिक हुई बारिश
मौसम का पूर्वानुमान लगाने वालों ने इस साल कम बारिश की आशंका जाहिर की थी क्योंकि मॉनसून देरी से आया और इसकी प्रगति भी ...
अक्षरश: पढ़िए ग्रेटा थनबर्ग का भाषण
पर्यावरण कार्यकर्ता ग्रेटा थनबर्ग यूएन में क्यों हो गई भावुक और उन्होंने दुनिया के नेताओं को क्या कहा? यहां पढिए पूरा भाषण।
बंजर होता भारत -एक: 30 प्रतिशत जमीन पर नहीं उग रहा अनाज का एक भी दाना
बंजर होती धरती पूरी दुनिया के लिए चिंता का विषय है, इसका हल ढूंढ़ने के लिए 196 देशों के प्रतिनिधि भारत में जुटे हैं। ...
जलवायु परिवर्तन से बढ़ सकती हैं मक्का जाने वालों की मुश्किलें: रिपोर्ट
एक अध्ययन में कहा गया है कि सऊदी अरब में जहां हज की जाती है, वहां आने वाले वर्षों में गर्मी और उमस काफी ...
जलवायु परिवर्तन के कारण अल-नीनो और ला-नीना का पूर्वानुमान लगाना कठिन
भविष्य में सूखे, बाढ़ और मौसम में बदलाव की घटनाओं के बारे में पहले पता करना कठिन हो सकता है
जलवायु परिवर्तन से 10 फीसदी तक गिर सकती है भारतीय अर्थव्यवस्था!
कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय के अध्ययन में कहा गया है कि जहां वैश्विक अर्थव्यवस्था में 7 फीसदी की गिरावट आ सकती हैं, वहीं भारत की अर्थव्यवस्था पर ...
जलवायु परिवर्तन का आपातकाल बहुत हद तक विकसित देशों की देन है : कैथरीन रोवेट
लोग उन चीजों के लिए मतदान करते रहे, जिनके बारे में हम सबको पता है कि हकीकत में वे किसी भी तरह से मूल्यवान ...
मुंबई की बारिश ने फिर साबित किया जलवायु परिवर्तन नहीं है कोई भ्रम
बाढ़ की स्थिति पैदा कर देने वाली वर्षा महज कुछ घंटों में हो रही है जबकि एक लंबा अंतराल सूखे जैसी स्थिति से गुजर ...