जलवायु आपातकाल, कॉप-25: प्रदूषण फैलाने वाले देश नहीं कर पाए कार्बन उत्सर्जन का लक्ष्य हासिल
जी20 में शामिल देश दुनिया के कार्बन उत्सर्जन में 78 फीसदी योगदान देते हैं, लेकिन केवल 6 देश ऐसे हैं, जो पेरिस जलवायु समझौते ...
पर्यटन रोजगार पर खतरा, जलवायु परिवर्तन से बदल रहे हैं हालात
जलवायु परिवर्तन के चलते वैश्विक स्तर पर पर्यटन और उससे जुडी अर्थव्यवस्था को दूरगामी और घातक परिणाम झेलने पड़ेंगे
60 फीसदी गेहूं उत्पादक क्षेत्र पर खतरा, सूखे की आशंका
जर्नल साइंस एडवांसेज में छपे एक अध्ययन से पता चला है कि यदि जलवायु परिवर्तन को कम करने के कदम नहीं उठाए गए तो ...
यूएनसीसीडी कॉप-14: नई दिल्ली घोषणा पत्र से गायब हुए दो अहम मुद्दे
नई दिल्ली घोषणा पत्र में अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय संस्थानों और वनवासियों को अधिकार दिए जाने के प्रस्ताव को शामिल नहीं किया गया
क्या भारी बारिश से कांप रही है भोपाल की धरती?
भोपाल में सामान्य से 73 प्रतिशत अधिक बारिश हो चुकी है, जिससे तालाब व बांध भर चुके हैं, जिसे धरती में कंपन की वजह ...
आसान पहल से दूर हो सकता है मरुस्थलीकरण का संकट
मरुस्थलीकरण रोकने के लिए वानिकी के माध्यम से खराब मिट्टी में सुधार, पानी के उपयोग की दक्षता को बढ़ाना, मिट्टी का कटाव रोकना और ...
यूएनसीसीडी कॉप-14 सम्मेलन शुरु, 30 फैसलों पर सहमति की उम्मीद
जावेडकर ने कहा, इंसान ने ही धरती व प्रकृति को नुकसान पहुंचाया है, अब उसे ही इस नुकसान को कम करना चाहिए
बंजर होता भारत -3: आठ साल में खेती लायक नहीं रही 5200 हेक्टेयर जमीन
धरती के बंजरपन को रोकने के लिए 196 देशों के प्रतिनिधि विचार विमर्श कर रहे हैं। भारत में बंजरपन की स्थिति क्या है, डाउन ...
भारत की 30 फीसदी जमीन का मरुस्थलीकरण
भारत सहित दुनियाभर में तेजी से मरुस्थलीकरण बढ़ रहा है। इस पर नियंत्रण के उपायों पर विचार करने के लिए आगामी दो सितंबर, 2019 ...
जलवायु परिवर्तन की वजह से कहीं सूखा है तो कहीं बाढ़
केरल संकट-एक : पिछले नौ माह के दौरान केरल ने कई आपदाओं का सामना किया है। डाउन टू अर्थ ने इसकी पड़ताल की है।
पहाड़ों में 15 साल बाद दिखी ऐसी बर्फबारी
उत्तराखंड के निचले क्षेत्रों में कई ऐसे गांव हैं, जहां पिछले दस-पंद्रह वर्षों बाद बर्फ गिरी है। इन गांवों के लोग खुशियां मना रहे हैं
सूखे साहेल में बाढ़ के मायने
अफ्रीका की साहेल पट्टी में अतिशय बारिश की घटनाओं में लगातार इजाफा हो रहा है। जानकार मान रहे हैं कि यह क्षेत्र जलवायु परिवर्तन ...
बादलों के निर्माण में अहम भूमिका निभाते हैं एरोसोल, जलवायु पर भी डालते हैं असर: शोध
बादलों को मापने वाले नए विश्लेषण से पता चलता है कि 25 से 30 नैनोमीटर जितने छोटे एरोसोल कण भी बादल निर्माण में अहम ...
खतरे में खाद्य उत्पादन, बढ़ते तापमान से भारत में 73 फीसदी तक घट सकती है किसानों की श्रम उत्पादकता
एक अंतर्राष्ट्रीय अध्ययन में पाया गया कि बढ़ते तापमान से पहले ही भारतीय किसान अपनी क्षमता से 23 फीसदी कम काम कर पा रहे ...
जलवायु आपातकाल, कॉप-25: राजनेताओं के सामने करने होंगे प्रदर्शन और जलवायु सम्मेलन
जलवायु बहुपक्षीयता कमजोर है, लेकिन सम्मेलन से जिम्मेदारी को तय करने में मदद मिलेगी
क्या अगले एक दशक में 'बर्फ मुक्त' हो जाएगा आर्कटिक, जल्द होने वाला है बड़ा बदलाव
वैज्ञानिकों का दावा है कि अगले एक दशक से भी कम वक्त में आर्कटिक क्षेत्र पहली बार 'बर्फ मुक्त' हो सकता है, इसका मतलब ...
जलवायु संकट: बढ़ते तापमान से बदल रहा तितलियों का रंग-रूप
एक नए अध्ययन से पता चला है कि बढ़ते तापमान से तितलियों के रंग-रूप पर असर पड़ रहा है, जो उन्हें पहले से कम ...
लाइकेन और पौधों की 771 प्रजातियां होने वाली हैं खत्म, वैज्ञानिकों ने बताई वजह
दुर्लभ पौधों के लिए जलवायु परिवर्तन के खतरे को स्वीकार करना एक महत्वपूर्ण कदम है, लेकिन इनमें से कई प्रजातियों को फिर से हासिल ...
बदलती जलवायु के कारण समुद्री पक्षियों के लिए मछली पकड़ना हो रहा है कठिन: शोध
शोधकर्ताओं ने पाया है कि जलवायु परिवर्तन के कारण समुद्र का धुंधला या काला पानी, समुद्री पक्षियों के लिए मछली पकड़ना कठिन बना रहा ...
स्टॉकहोम सम्मेलन के पचास साल: आधी सदी बीतने के बाद भी कहां पहुंचे हम?
स्टॉकहोम-घोषणापत्र यह दर्शाता है कि धरती के पर्यावरणीय संकट को रोकने के लिए हमें कैसे आगे बढ़ना चाहिए, आज भी हम उसके के आदर्शों ...
क्या जलवायु में आते बदलावों का सामना कर सकते हैं शुतुरमुर्ग, जानिए क्या कहती है रिसर्च
रिसर्च से पता चला है कि तापमान में आते बहुत ज्यादा उतार-चढ़ाव के चलते मादा शुतुरमुर्ग 40 फीसदी तक कम अंडे दे सकती है
एक दशक में गायब हो सकते हैं न्यूजीलैंड के कई ग्लेशियर
वैज्ञानिकों के अनुसार सर्वेक्षण शुरू होने के बाद से दक्षिणी आल्प्स में बर्फ का करीब एक तिहाई हिस्सा गायब हो चुका है
अस्पताल में क्यों बढ़ रही है हाइपोनेट्रेमिया मरीजों की संख्या, क्या है हाइपोनेट्रेमिया
हाइपोनेट्रेमिया एक ऐसी बीमारी है जिसमें रक्त में मौजूद सोडियम का स्तर असामान्य रूप से कम हो जाता है, जिसकी वजह से मृत्यु भी ...
दुनिया की सबसे गरीब 25 फीसदी आबादी को करना होगा भयंकर लू का सामना: अध्ययन
कम आय वाले लोगों को वर्तमान में उच्च आय वाले लोगों की तुलना में गर्मी, लू के खतरों का 40 फीसदी अधिक सामना करना ...
तटीय भारत: नया कंटेनमेंट जोन
बदलते जलवायु में ताप और आर्द्रता बढ़ेगी, जिससे स्वास्थ्य और उत्पादकता प्रभावित होगी