संसद में आज:भारी बारिश और प्राकृतिक आपदाओं के चलते फसलों को हुआ भारी नुकसान
देश में 15 से 49 वर्ष आयु वर्ग की 52.2 प्रतिशत गर्भवती महिलाओं को एनीमिया होने का अनुमान है।
कॉप-26: नेट जीरो उत्सर्जन लक्ष्य तक पहुंचने के लिए वैज्ञानिकों ने दिए सुझाव
नेट जीरो हासिल करने के समाधानों में कार्बन उत्सर्जन से बनने वाली बिजली पर रोक तथा अक्षय ऊर्जा का उपयोग करना। भूमि उपयोग में ...
अनाज, फल, दाल और सब्जियों की तुलना में दोगुने उत्सर्जन के लिए जिम्मेवार हैं मांस और डेयरी उत्पाद
वैज्ञानिकों के अनुसार खाद्य उत्पादन के चलते हर साल होने वाले 1,731.8 करोड़ मीट्रिक टन उत्सर्जन के 57 फीसदी हिस्से के लिए मांस और ...
कॉप-27: एक औसत भारतीय से लाखों गुणा ज्यादा उत्सर्जन कर रहे हैं कुछ गिने-चुने उद्योगपति
दुनिया के इन सिर्फ 125 अरबपतियों द्वारा किया निवेश हर साल 39.3 करोड़ टन कार्बन डाइऑक्साइड के बराबर उत्सर्जन कर रहा है, जोकि फ्रांस ...
तापमान में 2 डिग्री सेल्सियस की वृद्धि के साथ भारत में 7 फीसदी तक घट जाएगी गेहूं की पैदावार
तापमान में 2 डिग्री सेल्सियस की वृद्धि के साथ भारत में जहां गेहूं की पैदावार 6.9 फीसदी तक घट जाएगी, वहीं इसकी वजह से ...
क्लाइमेट फाइनेंस के अपने लक्ष्य से अभी भी 1.32 लाख करोड़ रुपए पीछे हैं अमीर देश
अमीर देशों ने 2020 तक हर वर्ष कमजोर देशों को 7.9 लाख करोड़ रुपए (100 बिलियन डॉलर) की धनराशि क्लाइमेट फाइनेंस के रूप में ...
2022 की शुरुआत से ही दिखने लगा जलवायु परिवर्तन का असर, इतिहास की छठवीं सबसे गर्म रही जनवरी
एनसीईआई की रिपोर्ट के अनुसार जनवरी 2022 का औसत तापमान बीसवीं सदी के औसत तापमान से 0.89 डिग्री सेल्सियस ज्यादा था
2013 के बाद सबसे ठण्डा रहा मई, लेकिन सामान्य से 0.77 डिग्री सेल्सियस ज्यादा था तापमान
इस वर्ष मई का औसत तापमान 20वीं सदी के औसत तापमान से 0.77 डिग्री सेल्सियस ज्यादा था, जो उसे इतिहास का नौवां सबसे गर्म ...
जलवायु संकट: दुनिया भर में बदलती जलवायु का शिकार हैं शरणार्थियों की बस्तियां, दोहरी मार का कर रही हैं सामना
गरीबी, संघर्ष और जलवायु परिवर्तन के चलते दरबदर की ठोकर खाने को मजबूर यह शरणार्थी, मौसम से जुड़ी चरम आपदाओं के चलते दोहरी मार ...
जलवायु संकट: प्रवाल भित्तियों में तीन गुणा बढे रोग, सदी के अंत तक 77 फीसदी होंगे शिकार
सदी के अंत तक बढ़ते तापमान के साथ 76.8 फीसदी प्रवाल भित्तियां बीमारियों की चपेट में होंगी, जिसकी वजह से उनका अस्तित्व खतरे में ...
स्टेट ऑफ द ग्लोबल क्लाइमेट रिपोर्ट: तीन साल के ला नीना के बावजूद 2022 में चरम मौसमी घटनाओं ने रिकॉर्ड तोड़ा
2022 में जहां पूर्वी अफ्रीका लगातार सूखा चपेट में था, वहीं पाकिस्तान में रिकॉर्ड बारिश के साथ चीन और यूरोप में लू का कहर ...
इलेक्ट्रिक वाहनों के साथ 2050 में 7,513 फीसदी तक बढ़ जाएगी लिथियम की मांग
इलेक्ट्रिक वाहनों की बढ़ती संख्या के साथ ही दुनिया में लिथियम, निकल, कोबाल्ट और मैंगनीज जैसी धातुओं की मांग भी कई गुणा बढ़ जाएगी, ...
जलवायु लक्ष्यों को हासिल करने के लिए अक्षय ऊर्जा तकनीकों पर करना होगा चौगुना निवेश: आईआरईएनए
यदि पेरिस समझौते के लक्ष्यों को हासिल करना है तो अक्षय ऊर्जा तकनीकों पर हर साल करीब 411.12 लाख करोड़ रुपए के निवेश की ...
जाने कैसे 24 वर्षों में साकार हो सकता है भारत का ऊर्जा क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनने का सपना
ऊर्जा क्षेत्र में यह आत्मनिर्भरता पर्यावरण के साथ-साथ उपभोक्ताओं के लिए भी फायदेमंद होगी, इससे 2047 तक उपभोक्ताओं को 205.8 लाख करोड़ रुपए का ...
बढ़ती इंसानी महत्वकांक्षा की भेंट चढ़ गए 34 लाख वर्ग किलोमीटर में फैले वेटलैंड, भारत में भी आई कमी
320 वर्षों में यूरोप, अमेरिका और चीन में करीब आधे वेटलैंड्स खत्म हो गए हैं, जबकि भारत, यूके, आयरलैंड और जर्मनी के कुछ हिस्सों ...
जलवायु परिवर्तन के चलते 10 वर्षों में 24 फीसदी तक घट जाएगी मक्के की पैदावार
नासा का अनुमान है कि जलवायु परिवर्तन के चलते 2030 तक जहां एक तरफ मक्के की पैदावार 24 फीसदी तक गिर जाएगी वहीं गेहूं ...
कैसे बहाल होंगें जंगल, जब पांच वर्षों से ज्यादा नहीं जीते दोबारा उगाए आधे उष्णकटिबंधीय पेड़
वन बहाली के प्रयास में लगाए करीब 44 फीसदी पेड़ पांच वर्ष से ज्यादा जीवित नहीं रहते हैं। ऐसे में वन बहाली के प्रयास ...
कॉप 27 प्रेसीडेंसी ने ड्राफ्ट पेपर किया जारी, हानि और क्षति सुविधा के गठन को किया प्रस्तावित
कॉप 27 के अध्यक्ष ने प्रस्तावित किया है कि फंडिंग के विवरण को कॉप 28 के दौरान अंतिम रूप दिया जाएगा, जोकि 2023 में ...
जलवायु इतिहास का नया रिकॉर्ड, पांचवा सबसे गर्म रहा इस साल का सितंबर महीना
पिछले 453 महीनों में कोई भी महीना ऐसा नहीं रहा जब तापमान सामान्य से नीचे दर्ज किया गया हो। यह स्पष्ट तौर पर बदलती ...
वृक्षों के आवरण में वृद्धि से 100 करोड़ हेक्टेयर क्षेत्र में बढ़ सकती है कृषि उत्पादकता: एफएओ रिपोर्ट
स्वस्थ ग्रह के बिना हम मजबूत अर्थव्यवस्था तैयार नहीं कर सकते। ऐसे में हमें सिर्फ दोहन ही नहीं, संरक्षण पर भी ध्यान देना होगा
बाइडेन - जलवायु शिखर सम्मेलन: ग्रीन हाउस गैस उत्सर्जन में कटौती को फिर तैयार हुई दुनिया
सभी बड़े प्रदूषक देश जलवायु लक्ष्य हासिल करने को प्रतिबद्ध दिखाई दिए।
बारिश के पैटर्न में आते बदलावों से 2040 तक गंगा के निचले इलाकों में पड़ सकती है सूखे की मार
रिसर्च से पता चला है कि 2040 तक इस क्षेत्र में होने वाली औसत मासिक वर्षा में सात से 11 मिलीमीटर प्रतिदिन की उल्लेखनीय ...
जलवायु परिवर्तन के चलते खतरे में बाल अधिकार, संयुक्त राष्ट्र समिति ने जारी किए नए दिशानिर्देश
संयुक्त राष्ट्र बाल अधिकार समिति का कहना है कि जलवायु संकट के मामलों में बच्चों की आवाज सुनी जानी चाहिए
कैसे उत्सर्जन मुक्त हो सकती है खेती-किसानी, वैज्ञानिकों ने तैयार किया खाका
कृषि जो न केवल बढ़ते उत्सर्जन के लिए जिम्मेवार है, साथ ही जलवायु परिवर्तन का दंश झेलने वालों में भी अग्रिम पंक्ति में है
2.6 डिग्री बढ़ा तापमान तो भारतीय अर्थव्यवस्था को हो सकता है सालाना 27 फीसदी का नुकसान
वहीं 2050 तक जलवायु परिवर्तन के चलते जी7 देशों की अर्थव्यवस्था को सालाना 8.5 फीसदी का नुकसान होने का अनुमान है, जोकि कोविड-19 से करीब दोगुना है