न समस्या मानेंगे, न हल निकलेगा
सेंटर फॉर साइंस एंड एनवायरमेंट द्वारा आयोजित अनिल अग्रवाल डायलॉग में पर्यावरण विषय पर न्यायमूर्ति मदन बी लोकुर के व्याख्यान के अंश -
विकास की राख और धुआं
गिरीडीह में औद्योगिक प्रदूषण ने स्थानीय लोगों के स्वास्थ्य और पर्यावरण को गंभीर खतरे में डाल दिया है।
मल से मालामाल करने वाले शख्स थे ध्रुबज्योति घोष
ध्रुबज्योति घोष ने मल में मौजूद पोषक तत्वों की मदद से पूर्वी कोलकाता वाटरलैंड्स को पावरहाउस में तब्दील कर दिया। उन्होंने 16 फरवरी को ...
बड़ी समस्याओं के लिए बड़े उपाय
पड़ोसी राज्यों पंजाब, हरियाणा और उत्तर प्रदेश में फसलों को जलाने की समस्या आ गई है। इस समस्या का समाधान मुमकिन है। यह समस्या ...
अंकल सैम बनाम धरती मां
क्या कोई ऐसा कानूनी तरीका है जिससे विश्व के सबसे बड़े उत्सर्जक को पेरिस समझौते से बाहर निकलने पर जवाबदेह ठहराया जा सके?
बढ़ रहा है सौर ऊर्जा प्लांटाें का कचरा, साल 2030 तक भारत में पैदा होगा 600 किलो टन सोलर कचरा
यह मात्रा 2050 तक 32 गुना बढ़ जाएगी जो लगभग 19000 किलो टन कचरा होगा
एंटीमाइक्रोबियल रेजिस्टेंस : एंटीबायोटिक दवाएं हो रही बेअसर, मामूली संक्रमण भी हों जाएंगे लाइलाज
रोगाणुरोधी प्रतिरोध एक ऐसा अनदेखा खतरा है जो हर साल 50 लाख जिंदगियां लील रहा है। इसके बावजूद लोगों को इसके बारे में बहुत ...
स्टेट ऑफ इंडियाज एनवायरमेंट 2021: तापमान के साथ ही बढ़ी जंगलों में आग लगने की घटनाएं
पिछले 30 सालों में 42 करोड़ हेक्टेयर में फैले वनों को काट दिया गया है
विश्व पर्यावरण दिवस विशेष: प्लास्टिक से निजात संभव है?
विगत 100 वर्षों में जितना प्लास्टिक का उत्पादन किया गया उतना एक दशक में कर लिया गया
वृक्ष संरक्षण या कटाई अधिनियमों के लिए केंद्रीकृत दिशानिर्देशों की आवश्यकता नहीं: पर्यावरण मंत्रालय
मंत्रालय का कहना है कि प्रत्येक राज्य के पास अपनी विशिष्ट परिस्थितियों के आधार पर इसके लिए पहले ही नियम-कानून हैं।
दुर्लभ खोज: भारतीय वैज्ञानिकों ने जैसलमेर में खोजी जुरासिक युग की हाइबोडॉन्ट शार्क की नई प्रजाति
स्ट्रोफोडसजैसलमेरेंसिस प्रजाति की यह शार्क करीब 6.5 करोड़ साल पहले क्रेटेशियस युग के अंत में पूरी तरह विलुप्त हो गई थी
पर्यावरणीय अन्याय की भारी कीमत चुका रहे हैं गरीब देश
भारत उन चंद देशों में है जहां जलवायु परिवर्तन से संबंधित कोई कानून नहीं है और देश की नीतियां प्रशासनिक आदेशों के भरोसे ही ...
क्या खेल का मैदान बदलना वायु प्रदूषण की समस्या का हल है
वायु प्रदूषण बनाम क्रिकेट: प्रदूषित वातावरण खिलाड़ी और उसके प्रदर्शन को प्रभावित कर सकता है
सरकार के लिए गले की हड्डी बनते न्यायालय के फैसले
पर्यावरण के हित में दिए गए उत्तराखंड उच्च न्यायालय के फैसलों पर अमल करना राज्य सरकार के लिए चुनौतीपूर्ण साबित हो रहा है
बढ़ रही है सूखे और ग्रीष्म लहर की दोहरी चुनौती
भारतीय शोधकर्ताओं द्वारा किए गए ताजा अध्ययन में पता चला है कि देश भर में एक ही समय में सूखे और ग्रीष्म लहर की ...
पर्यावरण मानकों को पूरा करने वाले थर्मल प्लांट को दिया जाए इंसेंटिव: सीएसई
सीएसई ने कहा है कि 65 फीसदी थर्मल प्लांट 2022 तक पर्यावरण मानकों को लागू नहीं कर पाएंगे
पर्यावरण मुकदमों की डायरी: पक्षी विहार में हो रहा था अवैध निर्माण, एनजीटी ने दिए जांच के आदेश
पर्यावरण से संबंधित मामलों में सुनवाई के दौरान क्या कुछ हुआ, यहां पढ़ें-
पर्यावरण मुकदमों की डायरी: राठी स्टील्स ने अपनी औद्योगिक इकाई को बंद करने के आदेश पर जानिए क्या दी एनजीटी में दलील
यहां पढ़िए पर्यावरण सम्बन्धी मामलों के विषय में अदालती आदेशों का सार
पर्यावरण मुकदमों की डायरी: महाराष्ट्र में बिना पर्यावरणीय मंजूरी के बन रहे हैं घर
देश की विभिन्न अदालतों में पर्यावरण से संबंधित मामलों की सुनवाई के दौरान क्या कुछ हुआ, यहां पढ़ें-
विश्व पर्यावरण दिवस 2021: महामारी में पर्यावरण की फिक्र
कोविड-19 वैश्विक महामारी के इस भयावह दौर में विश्व पर्यावरण दिवस की तार्किकता बयान करता सुनीता नारायण का आलेख
पारिस्थितिकी तंत्रों को बचाने के लिए 2050 तक पर्यावरण पर करना होगा 587 लाख करोड़ का निवेश
रिपोर्ट के अनुसार 2050 तक प्रकृति-आधारित समाधानों पर अब से करीब चार गुना ज्यादा निवेश करना होगा
अब आपका फ्रिज और एसी करेगा कम बिजली खर्च, नहीं छोड़ेगा जहरीली गैस
कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों ने ऐसे उपकरण की खोज की है, जिससे एसी व फ्रिज से ग्रीन हाउस गैसों का उत्सर्जन नहीं होगा, इसे ...
10 हजार में से 8 बच्चों की मौत का कारण बन रहा है वायु प्रदूषण: रिपोर्ट
डाउन टू अर्थ मैगजीन और सेंटर फॉर साइंस एंड इनवॉयरमेंट द्वारा द्वारा विश्व पर्यावरण दिवस के मौके पर जारी स्टेट ऑफ इंडियाज इनवॉयरमेंट 2019 ...
एसओई 2021: पर्यावरण संबंधी 50,000 से ज्यादा मामले अदालतों में लंबित
स्टेट ऑफ इंडियाज एनवायरमेंट रिपोर्ट (एसओई) कहती है- पर्यावरणीय अपराध के मामले बढ़ रहे हैं, निपटारों की प्रक्रिया सुस्त है
कॉफी: अमीर होती कंपनियां, गरीब होते किसान
कॉफी से होने वाली आय का 90 फीसदी से ज्यादा हिस्सा बड़ी कंपनियों की जेब में चला जाता है