दुनिया भर में कैसा है टिकाऊ कृषि का भविष्य
सतत कृषि या सस्टेनेबल एग्रीकल्चर मैट्रिक्स राष्ट्रीय स्तर पर टिकाऊ कृषि के लिए स्वतंत्र और पारदर्शी माप की जानकारी प्रदान करता है।
लू के कारण हो सकता है फसलों को 10 गुना अधिक नुकसान
शोधकर्ताओं ने दुनिया भर के 37 वर्षों के डेटासेट का विश्लेषण किया और पाया कि जितना सोचा गया था हीट वेव से कृषि को ...
तीनों कृषि कानूनों से आखिर किसे होने वाला है फायदा?
संसद के दोनों सदनों से पारित हो चुके तीनों कृषि विधेयकों के बारे में कृषि अर्थशास्त्री देविंदर शर्मा ने विस्तृत जानकारी दी
बिजली कानून में संशोधन के बहाने क्या चाहती है सरकार?
कोविड-19 आपदा के बीच केंद्र सरकार ने बिजली अधिनियम 2003 में संशोधन का ड्राफ्ट जारी किया, लेकिन इसके पीछे सरकार की मंशा क्या है। ...
धान खरीद में पिछड़ा बिहार, केवल पांच फीसदी ही हो पाई खरीद
किसानों ने कहा कि पैक्स जो खरीद करता है, उसका भुगतान देरी से होता है
हर साल भीषण गर्मी की वजह से आमदनी का पांच प्रतिशत नुकसान झेल रहा है गरीब किसान: एफएओ
भारत सहित 23 देशों पर एक लाख से अधिक ग्रामीण परिवारों पर किए गए सर्वे के बाद एफएओ ने रिपोर्ट जारी की
संसद में आज: देश भर में जैविक खेती के तहत 40.99 लाख किसान पंजीकृत है
देश में 15 से 49 वर्ष की सभी महिलाओं में एनीमिया की व्यापकता 57 फीसदी है
रबी सीजन: गेहूं-चना सहित छह फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य में इजाफा
2024-25 के लिए जहां मसूर के न्यूनतम समर्थन मूल्य में प्रति क्विंटल 425 रुपए की वृद्धि की गई है। वहीं सरसों के लिए 200 ...
आपदाओं की गाज: 30 सालों में किसानों को हुआ 316.4 लाख करोड़ का नुकसान
एफएओ के अनुसार इन चरम घटनाओं के चलते सालाना 6.9 करोड़ टन अनाज, चार करोड़ टन फल एवं सब्जियां, और 1.6 करोड़ टन मांस, ...
अत्याधिक बारिश से धान के खेतों को खतरा, खाद्य सुरक्षा पर पड़ेगा असर
धान की उपज में पहले से ही लगभग आठ फीसदी की कमी देखी गई है, सदी के अंत तक इसमें लगभग 8.1 फीसदी की ...
फसल उत्पादन के बदले किसान को मिलता है केवल एक चौथाई हिस्सा: रिसर्च
दुनिया भर की खाद्य अर्थव्यवस्था में अधिकतर देखा गया है कि कृषि को उतना महत्व नहीं मिलता है, जितना प्रसंस्करण, वितरण और इससे जुड़ी ...
भारत में उगने वाली फसलों पर जलवायु परिवर्तन का दिखेगा भारी असर, करने होंगे ये उपाय
शोधकर्ताओं ने 60 वर्षों के आंकड़ों का उपयोग यह जांचने के लिए किया कि लंबी अवधि तक मौसम में बदलाव से धान, मक्का और ...
खतरे में मधुमक्खियां: वैज्ञानिकों ने निकाला इनके ही दिमाग से समाधान, मधुमक्खी पालकों के लिए राहत
वैज्ञानिकों ने पता लगाया कि सीधे नुकसान पहुंचाने के अलावा, परजीवियों ने मधुमक्खियों में एक वायरस भी पहुंचाया जो उनके पंखों को खराब कर ...
महामारी ने ढाया कहर, फिर भी नहीं बदली किसानों ने डगर
सर्वे में शामिल 84 फीसदी भारतीय किसानों का कहना है कि उन्होंने महामारी के दौर में भी फसलों में बदलाव नहीं किया था। वहीं ...
संसद में आज (04 अप्रैल 2022): जंगलों में आग की घटनाएं रोकने के लिए तीन साल में जारी किए 125 करोड़ रुपये
किसान पोलावरम परियोजना के तहत उनकी अधिग्रहण की गई भूमि के मुआवजे को बढ़ाकर 5 लाख रुपये प्रति एकड़ करने की मांग कर रहे ...
भारत में आधे से अधिक फसलों की किस्मों पर मंडराया विलुप्त होने का खतरा: अध्ययन
अध्ययन में पता चला है कि भारत के मध्य और पश्चिमी क्षेत्रों में उगाई जाने वाली किस्मों में एक महत्वपूर्ण विविधता पाई जाती है, ...
पंजाब में गेहूं बेचने वाले किसानों को कैसे होगा भुगतान, नहीं हुआ तय
मार्च में एफसीआई ने पंजाब सरकार से एमएसपी के सीधे और ऑनलाइन भुगतान के लिए किसानों के भूमि रिकॉर्ड मांगे थे, पर राज्य सरकार ...
ब्राजील के राष्ट्रपति से क्या चाहते हैं किसान संगठन?
किसान संगठनों ने गणतंत्र दिवस समारोह में मुख्य अतिथि बन कर आ रहे ब्राजील के राष्ट्रपति पर दबाव डालने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ...
गैरकानूनी है किसानों के अतिरिक्त अन्य किसी को वसीयत के जरिए कृषि भूमि का हस्तांतरण: सुप्रीम कोर्ट
यहां पढ़िए पर्यावरण सम्बन्धी मामलों के विषय में अदालती आदेशों का सार
कॉफी को जलवायु अनुकूल बना सकती हैं नई किस्में, उत्पादन भी बढ़ेगा
नया तरीका नवीन कॉफी हाइब्रिड या संकरों का उत्पादन करने की क्षमता को बढ़ाएगा जो भारत और न्यू कैलेडोनिया जैसे स्थानों के लिए उपयुक्त ...
जलवायु परिवर्तन: एक ही नाव पर सवार हैं भारत-पाकिस्तान, 30 गुना तक बढ़ गया है गर्मी का कहर
जलवायु परिवर्तन ने भारत और पाकिस्तान में भीषण गर्मी की सम्भावना को 30 गुना तक बढ़ा दिया है। इतना ही नहीं गर्मी की यह ...
हिमाचल: मॉनसून पूर्व बारिश न होने और गर्मी के कारण किसानों को 207 करोड़ का नुकसान
यह पहला मौका है, जब हिमाचल प्रदेश में मॉनसून पूर्व बारिश न होने और भीषण गर्मी के कारण किसानों को नुकसान हुआ है
एआई तकनीक: भारतीय मॉनसून का 18 महीने पहले लगेगा सटीक पूर्वानुमान!
मॉनसूनी मौसम से एक साल पहले भारतीय ग्रीष्मकालीन मॉनसून (आईएसएमआर) के सटीक और लंबे समय के पूर्वानुमान नीति निर्माताओं और किसानों के लिए बहुत ...
क्या भारतीय किसानों के लिए बेहद डरावना साल साबित होगा 2023
सूखी सर्दी, अल नीनो का आगमन और बिना कमाई के पिछले दो साल के कारण इस साल भारतीय किसानों के लिए भयावह हो सकते ...
विश्व कपास दिवस 2022: कपास के वैश्विक महत्व को पहचानने का अवसर
भारत विश्व स्तर पर सबसे बड़े कपास उत्पादकों में से एक है, यह नवीन लघु-स्तरीय प्रौद्योगिकी ग्रामीण समुदायों के लिए आजीविका के नए अवसर ...