जलवायु परिवर्तन ने 2022 के गर्मी के मौसम में सूखे को 20 गुना अधिक बढ़ाया
मानवजनित जलवायु परिवर्तन ने कृषि और पारिस्थितिकी सूखे को लगभग 3 से 4 गुना अधिक कर दिया
आवरण कथा: अनाज से गायब हुए पोषक तत्व, अब शरीर को पहुंचा रहे हैं नुकसान
पहली बार भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (आईसीएआर) के वैज्ञानिकों ने इन आधुनिक किस्मों के गेहूं और चावल के पोषण मूल्य को जांचा है
दुनिया भर में कैसा है टिकाऊ कृषि का भविष्य
सतत कृषि या सस्टेनेबल एग्रीकल्चर मैट्रिक्स राष्ट्रीय स्तर पर टिकाऊ कृषि के लिए स्वतंत्र और पारदर्शी माप की जानकारी प्रदान करता है।
कृषि में कितनी मात्रा में हो नाइट्रोजन का उपयोग, वैज्ञानिकों ने दिखाई राह
जब नाइट्रोजन का एक बड़ा हिस्सा फसलों द्वारा उपयोग नहीं किया जाता है, तो यह नाइट्रेट के रूप में भूजल, नदियों, झीलों आदि में ...
खास खबर: फसल की बर्बादी ने बढ़ाई खाने की थाली की कीमत
दुनियाभर में खाद्य मुद्रास्फीति अप्रत्याशित ऊंचाई पर पहुंच गई है। चरम मौसम की घटनाओं से फसलों को पहुंचा नुकसान इसके मूल में है। इस ...
खेती में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के हैं कई खतरे, नजरअंदाज न करने की दी गई चेतावनी
साइबर हमलावर एआई के उपयोग से की जा रही खेती को बर्बाद कर सकते हैं, आंकड़ों में गड़बड़ी कर खेत में जहर फैला सकते ...
महामारी ने भारत के लोगों को ‘जैविक खाद्य’ को अपनाने के लिए प्रेरित किया: सर्वेक्षण
भारत और नेपाल में 600 लोगों का सर्वेक्षण किया गया ताकि यह पता लगाया जा सके कि हाल ही में खाने की आदतें और ...
भारत सहित एशिया-प्रशांत क्षेत्र में रहने वाले 180 करोड़ लोगों की पहुंच से बाहर है पोषक आहार
कोविड-19 के बाद से इस क्षेत्र में भुखमरी का शिकार लोगों की संख्या में 5.4 करोड़ का इजाफा हुआ है, जिससे इस समस्या से ...
साधनों की कमी के चलते भुखमरी की कगार पर हैं 4.5 करोड़ लोग: डब्ल्यूएफपी
भुखमरी की कगार पर पहुंच चुके इन लोगों की संख्या वर्ष की शुरुवात में करीब 4.2 करोड़ थी, जबकि 2019 में यह आंकड़ा 2.9 करोड़ था
दुनिया भर में खेती और खाद्य उत्पादन के लिए खतरा बन रहा है माइक्रोप्लास्टिक: शोध
माइक्रोप्लास्टिक की उपस्थिति मिट्टी की विशेषताओं जैसे कि इसकी संरचना, जल धारण क्षमता और माइक्रोबियल समुदायों को बदल देती है और यह फसल को ...
बढ़ते शहरीकरण के कारण शहरों में जंगली मधुमक्खियां और तितलियां खतरे की कगार पर : शोध
मधुमक्खियों और तितलियों के पहले व्यापक विश्लेषण में 133 अध्ययनों के आंकड़ों को शामिल किया गया हैं, इसके निष्कर्ष शहरी क्षेत्रों में प्रकृति संरक्षण ...
अंतर्राष्ट्रीय जैव विविधता दिवस: हजार गुना अधिक हो चुकी है प्रजातियों की विलुप्त होने की दर
विकासशील देशों में ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले 80 प्रतिशत लोग बुनियादी स्वास्थ्य देखभाल के लिए पारंपरिक पौधों पर आधारित दवाओं पर निर्भर हैं
किस ओर ले जाएगा चावल का संकट, कितनी करनी होगी सरकारी खरीद?
केंद्रीय पूल में चावल व गेहूं का स्टॉक कम हो रहा है। ऐसे में अब सरकार को चावल की सरकारी खरीद पर फोकस करना ...
आईआईटी खड़गपुर ने खेतों की उर्वरक क्षमता में सुधार के लिए बनाई नई तकनीक
यह तकनीक मैनुअल तरीकों से इस्तेमाल किए जाने वाले उर्वरकों में से 30 फीसदी तक कम करने में सफल होगी
पीडीएस से बाहर गरीब बच्चों में है कुपोषण का सबसे ज्यादा खतरा
हाल ही में छपे एक नए शोध से पता चला है कि देश में जो गरीब तबका पीडीएस से बाहर है उस वर्ग के ...
हर साल 10,556 मीट्रिक टन फास्फोरस हो रहा है बर्बाद, पानी के प्रदूषित होने के भी आसार
दुनिया भर में लगभग तीन-चौथाई खेती की मिट्टी में फास्फोरस की कमी है, भारत जैसे एशियाई देशों में फास्फोरस की कमी सबसे गंभीर है।
कॉटन कैंडी में मिला हानिकारक रोडोमाइन-बी केमिकल, हिमाचल में बिक्री पर रोक
हिमाचल प्रदेश के सोलन शहर में 20 फरवरी को कॉटन कैंडी के सैंपल भरे गए थे, जो फेल रहे
दुनिया भर में 80 फीसदी से अधिक खेती की जमीन को होगी पानी की कमी
पानी की आपूर्ति में कमी के कारण लगभग 60 फीसदी कृषि भूमि में नहीं हो पाएगी खेती
बढ़ते शहरीकरण के कारण परागण करने वाले जीवों के व्यवहार में बदलाव आ रहा है: शोध
शोध के मुताबिक, परागणकों और पौधों के बीच होने वाली क्रिया के असर की पहचान करने के लिए, एक साल तक हर महीने बेंगलुरु ...
खाद्य सुरक्षा और जलवायु परिवर्तन का समाधान हैं मोटे अनाज
ग्लूटेन मुक्त होने के अलावा, मिलेट्स आयरन, कैल्शियम और जिंक से भरपूर होते हैं
बढ़ती इंसानी महत्वाकांक्षा की भेंट चढ़ी 3 करोड़ वर्ग किलोमीटर भूमि, संयुक्त राष्ट्र की रिपोर्ट
यूएनसीसीडी ने 27 अप्रैल 2022 को ‘ग्लोबल लैंड आउटलुक: लैंड रेस्टोरेशन फॉर रिकवरी एंड रेसिलिएंस’ रिपोर्ट जारी की
साल के अंत तक 145 रुपए प्रति दिन से कम में गुजारा करने को मजबूर होंगें 86 करोड़ लोग
अनुमान है कि अकेले वैश्विक खाद्य कीमतों में होती बढ़ोतरी करीब 6.5 करोड़ लोगों को गरीबी के दलदल में धकेल देगी
अंतर्राष्ट्रीय वानिकी दिवस 21 मार्च 2022: वन, सतत उत्पादन और खपत
वन क्षेत्र कम से कम 3.3 करोड़ लोगों के लिए रोजगार पैदा करता है और वनों के उत्पादों का उपयोग अरबों लोग करते हैं।
सतत विकास लक्ष्य: साढ़े तीन दशक पीछे चल रहा है एशिया-प्रशांत, जलवायु परिवर्तन के मामले में 6 अंक पिछड़ा भारत
जलवायु परिवर्तन के खिलाफ की जा रही कार्रवाई के मामले में भारत की स्थिति पहले से बदतर हो गई है
क्या समुद्र में समाने वाला दुनिया का पहला शहर होगा मुंबई, तेजी से बढ़ रहा है जलस्तर
रिपोर्ट में कहा गया है कि समुद्र के स्तर के बढ़ने से नीदरलैंड, बांग्लादेश, भारत और चीन जैसे देशों के लिए बड़ा खतरा है