कोविड-19 के नए सब वैरिएंट जेएन.1 ने भारत में दी दस्तक, जानिए कितना खतरनाक यह नया वैरिएंट
भारत, चीन, अमेरिका, सिंगापुर सहित कई देशों में कोविड-19 के इस नए सब वैरिएंट के पाए जाने की पुष्टि हो चुकी है
जंगली जीवों से फैलने वाली बीमारियों से हर साल मर रहे हैं 33 लाख लोग, ऐसे हो सकता है बचाव
दुनिया भर में फैलती जूनोटिक बीमारियां बढ़ते इंसानी लालच और महत्वकांशा का ही नतीजा है
दुनियाभर में 100 करोड़ लोगों को सुविधा देने वाले स्वास्थ्य केंद्रों में नहीं है बिजली-पानी के पुख्ता इंतजाम
स्वास्थ्य केंद्रों में बेहतर सुविधाओं की कमी हर साल 80 लाख लोगों की जान ले रही है। साथ ही इनकी वजह से अर्थव्यवस्था को ...
दुनिया भर में संघर्ष, जलवायु परिवर्तन और बीमारी के बावजूद स्वास्थ्य में अहम प्रगति दिखाती है रिपोर्ट
डब्ल्यूएचओ रिजल्ट रिपोर्ट 2023 में उल्लेखनीय स्वास्थ्य उपलब्धियां दर्शाई गई हैं और सतत विकास लक्ष्यों को हासिल करने की दिशा में ठोस प्रयास का ...
साफ पानी, साबुन, शौचालय और टीके की कमी से लाखों पर मंडरा रहा हैजे का खतरा: डब्ल्यूएचओ
2021 के बाद से देखें तो वैश्विक स्तर पर हैजे के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। 2023 में इसके सात लाख मामले सामने ...
वर्ल्ड बैंक ने भारत में जूनोटिक बीमारियों की रोकथाम के लिए 675 करोड़ रुपए के कर्ज को दी मंजूरी
मनुष्यों में 60 फीसदी से अधिक संक्रामक रोग जूनोटिक हैं, जो हर साल 33 लाख लोगों की जान ले रही हैं। वहीं जलवायु परिवर्तन ...
कोविड-19 से हुए नुकसान का केवल 2 फीसदी भविष्य में रख सकता है महामारियों से सुरक्षित
अगले 10 वर्षों में वन्यजीवों और जंगलों की रक्षा के लिए किया गया 19,90,757 करोड़ रुपए का निवेश भविष्य में कोरोनावायरस जैसी महामारियों से ...
सरकारी आंकड़ों से 22 गुणा ज्यादा हो सकते है भारत में कोरोना मरीज: बनारस हिंदू विश्वविद्यालय
बनारस हिंदू विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं के नेतृत्व में किए नए अध्ययन से पता चला है कि देश में कोविड संक्रमितों का वास्तविक आंकड़ा, आधिकारिक ...
सावधान! अगले तीन दशकों में 12 गुणा अधिक जानें ले सकती हैं कुछ जूनोटिक बीमारियां
वैज्ञानिकों के मुताबिक जलवायु परिवर्तन के साथ-साथ जंगलों के होते विनाश और भूमि उपयोग में आते बदलाव के चलते जूनोटिक बीमारियों का खतरा बढ़ ...
डब्ल्यूएचओ ढूंढ़ रहा है ऐसे वायरस, जो बन सकते हैं महामारियों की वजह
विश्व स्वास्थ्य संगठन का कहना है कि स्वास्थ्य विशेषज्ञों की मदद से ऐसे रोगाणुओं को चिन्हित किया जाएगा, जिन पर प्राथमिकता के आधार पर ...