कोरोनावायरस के बाद जीडीपी में गिरावट की वजह से भी होंगी मौतें: रिपोर्ट
एसबीआई की इकोरैप रिपोर्ट में कोरोनावायरस संक्रमण की वजह से राज्यों की जीडीपी में होने वाले नुकसान का आकलन किया गया है
विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस: मानसिक विकार से जूझ रहा है आठ में से एक आदमी
इस वर्ष विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस का विषय है 'मानसिक स्वास्थ्य एक सार्वभौमिक मानवाधिकार है।'
हर तीसरा पुरुष है जननांग संबंधी पैपिलोमावायरस से संक्रमित: अध्ययन
पुरुषों और महिलाओं में अधिकांश एचपीवी संक्रमण असिम्प्टोमैटिक होते हैं, लेकिन लंबे समय की अवधि में इसके कारण मृत्यु होने का खतरा हो सकता ...
विश्व ऑटिज्म जागरूकता दिवस: क्या है ऑटिज्म, क्यों मनाया जाता है यह दिन?
इस दिन को ऑटिस्टिक लोगों के लिए सभी मानवाधिकारों और मौलिक स्वतंत्रता को हासिल करने और बढ़ावा देने के साधन के रूप में मनाया ...
जलवायु परिवर्तन के कारण पलायन से मानव तस्करी और गुलामी का बढ़ रहा है खतरा: रिपोर्ट
रिपोर्ट के मुताबिक, बांग्लादेश में 88 प्रतिशत से अधिक और भारत में 61 प्रतिशत से अधिक परिवारों ने बताया कि उनकी आजीविका पर जलवायु ...
विश्व जनसंख्या दिवस: जानें, क्या है इस साल की थीम?
संयुक्त राष्ट्र के मुताबिक, गर्भावस्था या प्रसव के कारण हर दो मिनट में एक महिला की मृत्यु हो जाती है तथा संघर्ष की स्थिति ...
विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस: प्रेस की आजादी की लड़ाई हम सबकी लड़ाई है
पत्रकार दुनिया भर में लगातार हमले झेलते हैं, यहां तक कि उन्हें मौत के घाट उतार दिया जाता है
ऐसी हो बाघ संरक्षण की नई रूपरेखा
नया संरक्षण एजेंडा बाघ बनाम आदिवासियों के इर्द-गिर्द नहीं घूमना चाहिए, बल्कि यह बाघों और लोगों के बारे में होना चाहिए
देशी प्रजातियों पर विदेशी हमला, भाग-पांच: लैंटाना जैसी प्रजातियों के समूल नाश के लिए राष्ट्रीय नीति का अभाव
जंगली जानवरों को जंगल में ही रहने और उन्हें उनका पसंदीदा भोजन उपलब्ध कराना बेहद जरूरी हो गया है, इसके लिए एक राष्ट्रीय नीति ...
विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस 2024: पर्यावरण संकट के सामने पत्रकारिता की चुनौतियों पर बात हो
वर्तमान साल 2024 की थीम "वैश्विक पर्यावरण संकट के संदर्भ में पत्रकारिता और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का महत्व" है
दुनिया भर में 424 अरब डॉलर के जलीय खाद्य उद्योग के अपने हिस्से से वंचित हैं लाखों लोग
समुद्री भोजन से आशय सभी तरह की मछलियां, शार्क, स्केट्स (एक प्रकार की मछली), रे, सॉफिश, स्टर्जन और लैम्प्रे आदि से है
संयुक्त राष्ट्र दिवस: द्वितीय विश्व युद्ध के बाद शांति को बढ़ावा देने के लिए 51 देश एक साथ आगे आए थे इस दिन
संयुक्त राष्ट्र वर्तमान में अपने सतत विकास लक्ष्यों (एसडीजी) पर काम कर रहा है, जिसे उसने 2030 तक पूरा करने के लिए निर्धारित किया ...
जी20 सम्मेलन: जीडीपी-केंद्रित दृष्टिकोण से हटकर मानव-केंद्रित दृष्टिकोण की जरूरत: मोदी
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भारत की जी-20 की अध्यक्षता के बारे में अपने विचार व्यक्त किए
संयुक्त राष्ट्र विशेषज्ञों ने चेताया पर्यावरण और मानवाधिकारों को खतरे में डाल रही हैं प्लास्टिक प्रदूषण की 'उफनती लहर'
हाल के दशकों में प्लास्टिक का उत्पादन तेजी से बढ़ा है और आज दुनिया में हर साल औसतन 40 करोड़ टन प्लास्टिक कचरा पैदा ...
भारत में बालिग होने से पहले की जा रही है पांच में से एक लड़की की शादी: लैंसेट
अध्ययन में कहा गया है कि एसडीजी लक्ष्य को पूरा करने के लिए बाल विवाह के बढ़ते मामलों में कमी की वार्षिक दर 1.9 ...
भारत में जरूरी हो जाएगा एयरकंडीशनर, 2050 तक 23 गुना बढ़ जाएगी संख्या
अनुमान है कि सबसे बदतर हालात में जलवायु परिवर्तन के चलते देश का तापमान 5 डिग्री सेल्सियस तक बढ़ सकता है, ऐसे में आज ...
मानव विकास सूचकांक: 193 देशों की सूची में 134वें पायदान पर भारत, जीवन प्रत्याशा में आई गिरावट
इससे पहले 2021 में जारी मानव विकास सूचकांक में भारत को 0.633 अंकों के साथ 132वें पायदान पर जगह दी गई थी
विश्व जनसंख्या दिवस: 8 अरब के मुहाने पर खड़े हैं हम, क्या कहते हैं आंकड़े
सभी के लिए एक स्थिति-परक भविष्य की ओर समान अवसर और सभी के लिए अधिकार और विकल्प सुनिश्चित करना
किशोरावस्था में ही मातृत्व का बोझ उठाने को मजबूर हैं विकासशील देशों की एक-तिहाई महिलाएं
जो बच्चियां पहली बार 14 वर्ष या उससे कम उम्र में मां बनती हैं, उनमें से तीन-चौथाई संख्या उनकी है, जिनके दूसरे बच्चे का ...
जलवायु परिवर्तन आपके दिमाग को कैसे प्रभावित कर सकता है, क्या कहता है शोध?
जलवायु परिवर्तन के विनाशकारी प्रभावों का एक नया रूप उभर रहा है, जो बढ़ते तापमान के कारण मानव मस्तिष्क को प्रभावित कर रहा है।
कैसा विकास: मानव विकास सूचकांक की 191 देशों की सूची में 132वें पायदान पर भारत
सिर्फ भारत ही नहीं दुनिया के 90 फीसदी देशों ने इस बार जारी मानव विकास सूचकांक में गिरावट दर्ज की है। देखा जाए मानव ...
2050 में गरीब देशों में कैंसर से मौतें हो जाएंगी दोगुनी, 2022 में भारत में 14 लाख लोगों को हुआ कैंसर
विश्व स्वास्थ्य संगठन का अनुमान है कि साल 2050 में कैंसर के नए रोगियों की संख्या 3.5 करोड़ से अधिक हो जाएगी, जो 2022 के मुकाबले ...
वर्ल्ड हेल्थ असेंबली: मूल निवासियों के स्वास्थ्य को सशक्त करने के लिए ऐतिहासिक संकल्प को मंजूरी
90 देशों में करीब 47.6 करोड़ मूल निवासी हैं, जो गरीबी और स्वास्थ्य सेवाओं से दूर हाशिए पर जीने को मजबूर हैं