अंतर्राष्ट्रीय मजदूर दिवस 2024: कैसे हुई इस दिन की उत्पत्ति?
अंतर्राष्ट्रीय श्रमिक दिवस, जिसे मजदूर दिवस के रूप में भी जाना जाता है, हर साल एक मई को मनाया जाता है
मजदूर दिवस विशेष: काल बनता बढ़ता तापमान, काम के दौरान 240 करोड़ श्रमिकों को करना होगा सामना
हर साल भीषण गर्मी के चलते करीब 2.3 करोड़ लोग काम के दौरान चोटिल होते हैं। इसकी वजह से सालाना 18,970 लोगों को अपनी ...
कहीं बोझ ना बन जाए युवा, मौका भुनाने के लिए कौशल विकास पर देना होगा ध्यान
भारत को अगले एक दशक तक अपनी आबादी का फायदा मिलेगा, लेकिन इस मौके को भुनाने के लिए कौशल विकास में पंख लगाने की ...
रोजगार संबंधी कारणों से दिल्ली के 87 फीसदी से अधिक पुरुष करते हैं पलायन
रोजगार संबंधी कारणों से प्रवास करने वाले पुरुषों के मामले में दिल्ली अव्वल है, जहां 87.1 फीसदी पुरुषों ने रोजगार की वजह से पलायन ...
भारत में एक दशक से घट रही है नियमित वेतन पाने वालों की कमाई
इंडिया एम्प्लॉयमेंट रिपोर्ट 2024 के मुताबिक कृषि क्षेत्र में 40.8 फीसदी नियमित और 51.9 फीसदी आकस्मिक श्रमिकों को अकुशल श्रमिकों जितना न्यूनतम मेहनताना भी ...
3 साल में खेतीबाड़ी में वापस लौटे 5.6 करोड़ भारतीय, क्या यह शुभ संकेत हैं?
आईएलओ की "इंडिया एम्प्लॉयमेंट रिपोर्ट 2024" में कहा है कि कोविड-19 महामारी की वजह से भारत का राष्ट्रीय रोजगार परिदृश्य ही बदल गया
शोषण से मुनाफा: निजी क्षेत्र में जबरन मजदूरी से हो रहा सालाना 20 लाख करोड़ का अवैध मुनाफा
अंतर्राष्ट्रीय श्रम संगठन (आईएलओ) ने अपनी नई रिपोर्ट 'प्रोफिट्स एंड पावर्टी: द इकोनॉमिक्स ऑफ फोर्स्ड लेबर' में कई खुलासे किए हैं
आखों की बेहतर देखभाल से भारतीय अर्थव्यवस्था को होगा सालाना दो लाख करोड़ से ज्यादा का फायदा
अध्ययन के अनुसार यदि चीन और अमेरिका को छोड़ दें आंखों की रौशनी को होते नुकसान का सबसे ज्यादा बोझ भारतीयों को उठाना पड़ ...
महिला दिवस विशेष: पुरुषों के मुकाबले हासिल केवल दो-तिहाई कानूनी अधिकार, विश्व बैंक की रिपोर्ट
भले ही हमने विकास के कितने ही पायदान चढ़ लिए हों, लेकिन सच यही है कि समाज में आज भी महिलाओं को पुरुषों के ...
कैसे होगा विकास? सामाजिक सुरक्षा योजनाओं के फायदों से वंचित हैं 140 करोड़ बच्चे
इस मामले में असमानता की खाई बेहद गहरी है जहां कमजोर देशों में महज नौ फीसदी बच्चे को सामाजिक सुरक्षा से जुड़ी योजनाओं का ...
नॉन मेलेनोमा स्किन कैंसर से होने वाली एक तिहाई मौतों की वजह है धूप में काम करना
रिपोर्ट से पता चला है कि 2019 में करीब 19,000 लोग धूप में काम करने की वजह से नॉन मेलानोमा स्किन कैंसर की भेंट ...
दुनिया भर में हैं 18 करोड़ बेरोजगार, आर्थिक सुस्ती से बिगड़े हालात
आईएलओ की ताजा रिपोर्ट बताती है कि दुनिया में 47 करोड़ लोग ऐसे हैं, जिनके पास या तो काम नहीं है या मनमुताबिक काम ...
महिलाओं को नहीं मिल रहा है व्यवसाय में प्रतिनिधित्व: आईएलओ
अंतरराष्ट्रीय श्रम संगठन ने व्यवसाय एवं प्रबंधन में महिलाओं की भूमिका विषय पर अपनी दूसरी वैश्विक रिपोर्ट जारी की है।
कामगारों को तकनीक से न बांधा जाए : आईएलओ
ग्लोबल कमीशन ऑन द फ्यूचर ऑफ वर्क नए नियमों और डिजिटल कार्यस्थल पर अधिकारों की मांग करता है
नहीं मिल रहा मौका: काम ढूंढ़ पाने में असमर्थ 15 फीसदी महिलाएं, कमाई में भी पुरुषों से पीछे
आय अर्जित करने के मामले में भी महिलाओं की स्थिति कहीं ज्यादा खराब है। आंकड़ों के मुताबिक आज भी पुरुषों की तुलना में महिलाओं ...
खाली समय में भी 10 फीसदी श्रमिक करते हैं काम : आईएलओ रिपोर्ट
अंतर्राष्ट्रीय श्रम संगठन (आईएलओ) और यूरोफाउंड ने 41 देशों में मजदूरों की दशा पर व्यापक सर्वेक्षण किया है। यह रिपोर्ट जेनेवा में जारी की ...
वैक्सीन के वितरण में असमानता, गरीब देशों में बढ़ा रोजगार का संकट: आईएलओ
आईएलओ ने कहा है कि कोविड-19 के पहले साल के मुकाबले दूसरे साल यानी 2021 में कामकाजी घंटों का नुकसान बढ़ा है
ऑटोमेशन कौशल खत्म करेगा, इंसानी हस्तक्षेप जरूरी : आईएलओ
ग्लोबल कमीशन ऑन द फ्यूचर ऑफ वर्क का कहना है कि ऑटोमेशन और अन्य तकनीक कम दक्ष लोगों को काम से बेदखल कर देंगी
कोविड-19 के झटके से दोगुनी होगी गरीबी
हर व्यक्ति को छह महीने तक 750 रुपए प्रतिमाह देकर उसे महामारी के आर्थिक झटके से उबारने में मदद मिलेगी
2019 की तुलना में 1.3 करोड़ महिलाओं के पास अभी भी नहीं है रोजगार
2021 में कामकाजी उम्र की केवल 43.2 फीसदी महिलाओं को ही रोजगार मिलने की सम्भावना है, वहीं पुरुषों में यह आंकड़ा 68.6 फीसदी रहने ...
यूक्रेन संकट: युद्ध की भेंट चढ़ गया 48 लाख लोगों का रोजगार
यूक्रेन और रूस के बीच होते टकराव के चलते अब तक 48 लाख लोगों को अपनी नौकरियों से हाथ धोना पड़ा है, अनुमान है ...
कार्यस्थल पर सुरक्षा और स्वास्थ्य के लिए विश्व दिवस, 28 अप्रैल : यहां जानें क्या है खास महत्व
व्यावसायिक दुर्घटनाओं या काम से संबंधित बीमारियों के कारण हर दिन 6,300 लोग मारे जाते हैं और प्रति वर्ष 23 लाख से अधिक मौतें ...
भारत में औसत से 50% तक कम कमाते हैं घर से काम करने वाले कामगार: आईएलओ
आईएलओ के अनुसार लॉकडाउन से पहले करीब करीब 26 करोड़ लोग घर से काम करते थे, लॉकडाउन के बाद इनकी आबादी में बड़ी तेजी ...
कोविड-19 दुनिया के आधे युवाओं को बेचैनी और अवसाद में डाल सकता है : आईएलओ
युवा कोरोनावायरस महामारी के कारण अनिश्चितताओं से घिरे हैं, 38 प्रतिशत भविष्य में नौकरियों के प्रति आशंकित हैं
18 राज्यों के 37 हीट एक्शन प्लान ठीक नहीं, भारत के सबसे गरीब झेलते रहेंगे लू की मार : रिपोर्ट
सेंटर फॉर पॉलिसी रिसर्च के द्वारा विश्लेषित किए गए 37 योजनाओं में पाया गया कि, उनमें से लगभग सभी सबसे गरीब लोगों के गर्मी ...