क्या हसदेव अरण्य के कोल ब्लॉक्स ‘बेंडर’ की तरह नीलामी से बाहर होंगे?
हसदेव अरण्य क्षेत्र की ग्राम सभाओं द्वारा लगाचार चेताया जाता रहा है कि इस अति संवेदनशील जंगल का संरक्षण किया जाना चाहिए न कि ...
भारत में इस साल सामान्य रहेगा मानसून, कम बारिश के लिए तैयार रहें बिहार, झारखण्ड: स्काईमेट
स्काईमेट ने जहां महाराष्ट्र और मध्यप्रदेश में अच्छी बारिश की उम्मीद जताई है। वहीं दूसरी तरफ बिहार, झारखंड, ओडिशा और पश्चिम बंगाल में सामान्य ...
न्यूनतम मजदूरी से भी वंचित हैं गुजरात में काम कर रहे प्रवासी आदिवासी मजदूर
गुजरात व महाराष्ट्र के कई जिले गन्ने की खेती के लिए जाने जाते हैं, जहां गन्ना काटने के लिए आदिवासी इलाकों से मजदूरों को ...
भारत में शार्क के मांस की खपत में भारी वृद्धि, खतरे की कगार पर प्रजातियां: अध्ययन
भारत के 10 तटीय क्षेत्रों में 2,649 समुद्री भोजन रेस्तरां की पहचान की गई, जिनमें से 292 रेस्तरां ने अपने मेनू में शार्क के ...
सुप्रीम कोर्ट ने आरे में अनुमति से अधिक पेड़ काटने पर मुंबई मेट्रो को लगाई फटकार, लगाया दस लाख का जुर्माना
आरे वन क्षेत्र में मेट्रो कार शेड बनाने के लिए यह विवाद 2014 से चल रहा है
कोरोनावायरस: भारत में पॉजिटिव मामलों की संख्या 50 लाख के पार
एक दशक के दौरान आई महामारी के मुकाबले कोविड-19 महामारी 6 गुणा अधिक घातक साबित हो रही है
उत्तराखंड: राज्य पर्यावरण प्रभाव आकलन प्राधिकरण की मंजूरी पर एनजीटी की रोक
यहां पढ़िए पर्यावरण सम्बन्धी मामलों के विषय में अदालती आदेशों का सार
यहां जानिए आखिर क्यों बदल रहा है मॉनसून का पैटर्न
शोधकर्ताओं को कोल्हापुर में, मॉनसून से पहले बादलों और इनके प्रसार की दिशा में बदलाव का पता चला है, जो मॉनसूनी वर्षा पैटर्न में ...
क्या है डेल्टा प्लस वैरिएंट? स्वास्थ्य के दृष्टिकोण से कितना है खतरनाक?
एक तरफ जहां देश कोरोनावायरस की तीसरी लहर का सामना करने की तैयारी कर रहा है, ऐसे में इस नए डेल्टा प्लस वैरिएंट ने ...
जंगल के तालाबों में सिल्ट साफ करने की नहीं मिली इजाजत
केंद्रीय पर्यावरण मंत्रालय की वन मंजूरी समिति ने महाराष्ट्र की दो परियोजनाओं पर विचार किया। फाइबर ऑप्टिक्स बिछाने वाली परियोजना पर समिति ने विस्तृत ...
महाराष्ट्र सूखा योजना: दस साल, 9,630 करोड़ खर्च, फिर भी महज 487 लोगों के लिए पानी
विशेषज्ञों का कहना है कि मराठवाड़ा में सूखा स्पष्ट रूप से मानव निर्मित आपदा है, जिसके लिए जल संसाधनों का कुप्रबंधन जिम्मेवार है
एनजीटी ने केंद्र से कहा, माइक्रोप्लास्टिक्स से निपटने के लिए चार माह में तैयार करे रणनीति
सर्वोच्च न्यायालय ने माथेरान इको-सेंसिटिव जोन में कंक्रीट के पेवर ब्लॉक लगाने पर लगाई रोक
पर्यावरण मुकदमों की डायरी: अवैध खनन रोकने के लिए एनजीटी ने जारी किए दिशा-निर्देश
पर्यावरण से संबंधित मामलों में सुनवाई के दौरान क्या कुछ हुआ, यहां पढ़ें-
क्या जंगल में लगने वाली आग के चलते भारत में घट सकता है सौर ऊर्जा उत्पादन
शोध के मुताबिक बादलों और वातावरण में मौजूद एरोसोल के साथ-साथ जंगल में लगने वाली आग भी सौर ऊर्जा उत्पादन को कम करने में ...
पर्यावरण मुकदमों की डायरी: एनजीटी ने कुडलू चिक्काकेरे झील बचाने के आदेश दिए
खरीफ सीजन 2023: 16 फीसदी जिलों में सूखे जैसे हालात, 20 लाख हेक्टेयर में नहीं हुई बुआई
मौसम विभाग के सूखा आउटलुक के मुताबिक 6 से 12 जुलाई के बीच देश के 5 प्रतिशत इलाके में गंभीर शुष्कता व 7 प्रतिशत ...
क्या दाल संकट की ओर बढ़ रहा है भारत, क्यों है सरकार बेचैन?
केंद्र सरकार ने हाल ही में दाल व्यापारियों और मिलर्स की बैठक लेकर हर सप्ताह स्टॉक बताने का निर्देश दिया है
डिमेंशिया से जूझ रहे हैं भारत के 90 लाख बुजुर्ग: अध्ययन
डब्ल्यूएचओ के अनुसार वर्तमान में दुनिया भर में 5.5 करोड़ से अधिक लोग डिमेंशिया से पीड़ित हैं और हर साल लगभग 1 करोड़ नए ...
एसओई इन फिगर्स 2022: मौसम की चरम घटनाओं में महाराष्ट्र में गई सबसे ज्यादा जानें
रिपोर्ट के मुताबिक 2021 के दौरान देश में आई बाढ़, तूफान, चक्रवात, आंधी, और भूस्खलन जैसी चरम मौसमी घटनाओं ने 1,700 जिंदगियों को लील ...
डाउन टू अर्थ खास: कितनी सफल रही महाराष्ट्र की जलवायु अनुकूलन खेती?
महाराष्ट्र की जलवायु-अनुकूल कृषि परियोजना के तहत अधिकांश धनराशि राज्य के कुछ खास जिलों और कार्यों पर ही खर्च की गई है
पर्यावरण अनुकूल तरीके से किया जाना चाहिए फ्लाई ऐश का निपटान: एनजीटी
भारत में 2018 से तेंदुओं की आबादी में हुआ आठ फीसदी का इजाफा, बढ़कर 13,874 पर पहुंचा आंकड़ा
आंकड़े दर्शाते हैं कि देश में तेंदुओं की सबसे ज्यादा आबादी मध्यप्रदेश में है जहां इनकी कुल संख्या 3,907 दर्ज की गई है।
मौसम अपडेट: 11 सितंबर से इन राज्यों में हो सकती है भारी बारिश
मौसम विभाग का कहना है कि मध्य महाराष्ट्र के समुद्र तट से लेकर उत्तरी केरल तक समुद्र के स्तर पर एक कम दबाव का ...
बिहार और मेघालय की 40 फीसदी से कम आबादी कर रही है स्वच्छ ईंधन का उपयोग
देश में उज्ज्वला की सफलता के बावजूद बिहार और मेघालय जैसे राज्यों की बड़ी आबादी आज भी खाना पकाने के लिए एलपीजी और अन्य ...