संसद में आज: अल्मोड़ा फाल्ट सक्रिय होने के कारण भूकंप की घटनाओं में वृद्धि
एनजीटी ने भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) को पर्यावरण को हुए नुकसान की बहाली के लागत के रूप में 129 करोड़ रुपये अलग करने ...
आवरण कथा: राशन से वंचित हैं 15 करोड़ लोग, क्या है सरकार की मंशा
2021 में जनगणना न होने से राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम के तहत निर्धारित कोटे की वजह से करोड़ों लोग राशन कार्ड का इंतजार कर ...
महामारी के दौरान भूख और गरीबी के बीच हर 30 घंटे में पैदा हुआ एक नया अरबपति: ऑक्सफैम रिपोर्ट
महामारी के दौरान हर 33 घंटे में 10 लाख की दर से और 26.3 करोड़ लोग गंभीर रूप से गरीबी का शिकार हुए
सर्पदंश की रोकथाम और नियंत्रण के लिए डब्ल्यूएचओ ने बनाई क्षेत्र आधारित कार्य योजना
शोध से पता चलता है कि भारत में हर साल सर्पदंश के 7.7 से 12.4 लाख मामलों में 58,000 मौतें हो जाती हैं
कोविड-19 ने बिखेर दिया लोगों की आजीविका, सेहत और खाने-पीने की प्रणाली
कोविड-19 महामारी ने दुनिया भर में मानव जीवन को नुकसान पहुंचाया है और सार्वजनिक स्वास्थ्य, खाद्य प्रणालियों और काम की दुनिया में एक अभूतपूर्व चुनौती ...
92 लाख करोड़ रुपए है भारत में कृषि खाद्य प्रणालियों की छुपी लागत, दुनिया में है तीसरी सबसे अधिक: एफएओ
एफएओ ने अपनी नई रिपोर्ट में खाद्य उत्पादों की स्वास्थ्य और पर्यावरण संबंधी वास्तविक लागतों का खुलासा किया गया है। वैश्विक स्तर पर खाद्य ...
दुनिया भर में 424 अरब डॉलर के जलीय खाद्य उद्योग के अपने हिस्से से वंचित हैं लाखों लोग
समुद्री भोजन से आशय सभी तरह की मछलियां, शार्क, स्केट्स (एक प्रकार की मछली), रे, सॉफिश, स्टर्जन और लैम्प्रे आदि से है
वायु प्रदूषण का सबसे अधिक प्रभाव झेलते हैं गरीब: डब्ल्यूएचओ
अध्ययन के मुताबिक निम्न और मध्यम आय वाले देशों में 80 प्रतिशत लोग खतरनाक पीएम 2.5 स्तर के संपर्क में आते हैं।
संसद में आज (23 मार्च 2022): लॉकडाउन के बाद बढ़ी महिला कर्मचारियों की संख्या
खाद्य सुरक्षा के तहत सार्वजनिक वितरण प्रणाली में सब्सिडी वाले खाद्यान्न प्राप्त करने में 75 फीसदी ग्रामीण और 50 फीसदी शहरी आबादी शामिल है
महामारी का यह दौर किसी के लिए वरदान तो किसी के लिए बना अभिशाप
दुनिया के 10 सबसे अमीर लोगों के पास, सबसे कमजोर तबके के 310 करोड़ लोगों की तुलना में छह गुना अधिक संपत्ति है। महामारी ...
दक्षिण एशियाई देशों में केवल 13 फीसदी स्कूली बच्चों के घर पर है इंटरनेट की सुविधा: यूएन
रिपोर्ट के अनुसार कम आय वाले देशों के 20 से कम आयु वर्ग के अधिकतर बच्चों में से एक के पास घर पर इंटरनेट ...
खेती से होने वाले अमोनिया उत्सर्जन को 38 फीसदी तक कम कर सकता है एआई मॉडल
अध्ययन में 2060 तक 30 साल की अवधि में खेती से दुनिया भर में होने वाले अमोनिया उत्सर्जन में चार से 5.5 फीसदी की ...
टीबी रोगियों के परिवारों को बेहतर पोषण मिले तो 40 फीसदी कम हो सकता है नया संक्रमण: लैंसेट
परीक्षण में शामिल प्रतिभागियों में से दो-तिहाई से अधिक आदिवासी थे, जिनमें से अधिकांश पीडीएस से राशन प्राप्त कर रहे थे। पांच में से ...
लोकसभा चुनाव परिणाम 2024: लोकल मुद्दों पर जनता का बुलंद फैसला
सत्तारूढ़ गठबंधन के पास बहुमत है वो सरकार बना सकता है, लेकिन उसकी सीटों में आई भारी कमी एक बड़ा सवाल खड़ा करती है, ...
'नोमा' एक नजरअंदाज की गई बीमारी को डब्ल्यूएचओ ने आधिकारिक तौर पर दी मान्यता
नोमा मुंह में पाए जाने वाले बैक्टीरिया के कारण होता है। इस बीमारी से जुड़े कई खतरे हैं, जिनमें मुहं की स्वच्छता में कमी, ...
मनरेगा: नए ग्रामीण भारत की रीढ़
तमाम अंतर्विरोधों के बावजूद मनरेगा की सार्थकता उसके शुरू होने के चौदह साल बाद भी बरकरार है
बुजुर्ग हो रही आबादी की सामाजिक सुरक्षा के बारे में फिर से सोचने की जरूरत: संयुक्त राष्ट्र
दुनिया भर में, 65 वर्ष या उससे अधिक आयु के लोगों की संख्या वर्ष 2050 तक मौजूदा 76 करोड़ 10 लाख से बढ़कर, एक ...
2020 में 26.5 करोड़ लोगों को करना पड़ सकता है भुखमरी का सामना: यूएन
2019 में करीब 13.5 करोड़ लोग भुखमरी का सामना कर रहे थे। जिनके 2020 में बढ़कर 26.5 करोड़ हो जाने की आशंका है
मनरेगा जरूरी या मजबूरी-9: कमियों के बावजूद संपूर्ण योजना
मनरेगा की उत्पत्ति उन आपदाओं के मद्देनजर हुई थी जो जमीन या कृषि के कार्य से जुड़ी हुई थी
जलवायु संकट से निपटने के लिए असमानता को खत्म करना जरूरी: रिपोर्ट
रिपोर्ट में कहा गया है कि असमानता उन लोगों के विकास को रोकती है जो कार्बन का कम उत्सर्जन करते हैं
महंगाई की मार: खाद्य कीमतों में 10 फीसदी के उछाल से आय में आ सकती है 5 फीसदी की गिरावट
दुनिया भर में जिस तरह से महंगाई बढ़ रही है वो किसी से छुपी नहीं है। बढ़ती कीमतों ने लोगों की रोजमर्रा की समस्याओं ...
दुनिया भर में आठ में से एक व्यक्ति है मोटापे का शिकार, भारत में महिलाओं में मोटापे की दर 9.8 फीसदी
भारत में महिलाओं में मोटापे की दर 1990 में 1.2 फीसदी से बढ़कर 2022 में 9.8 फीसदी हुई, वहीं, पुरुषों में, 1990 में 0.5 ...
भारत में कमजोर तबके की 60 फीसदी आबादी पर मंडरा रहा है आपदाओं का खतरा
भारत में रहने वाले सबसे कमजोर तबके की 60 फीसदी आबादी पर बीमारी, प्राकृतिक आपदाओं और जलवायु परिवर्तन का गंभीर खतरा मंडरा रहा है, ...
साल 2050 तक 15.8 करोड़ महिलाओं को गरीबी के भंवर में धकेल देगा जलवायु परिवर्तन
संयुक्त राष्ट्र द्वारा जारी नई रिपोर्ट में कहा गया है कि जलवायु परिवर्तन महिलाओं और बच्चियों को सबसे अधिक प्रभावित करेगा
आईपीसीसी रिपोर्ट: जलवायु परिवर्तन न थमा तो गंभीर परिणाम झेलेंगे आज पैदा हुए बच्चे
जो बच्चे 2020 में पैदा हुए हैं वो 2040 में 20 साल के होंगे, जबकि सदी के अंत तक उनकी उम्र 80 वर्ष होगी ...