पशु चारे का संकट: राजस्थान में त्रिकाल जैसे हालात बने
राजस्थान के तकरीबन 10 जिलों में पशुओं के चारे का संकट बहुत ज्यादा है। इसके चलते चारे की कीमतें बढ़ती जा रही हैं
असल जल योद्धा
जलवायु परिवर्तन की वजह से राजस्थान में इस साल हुई अतिवृष्टि को लोगों ने आपदा में अवसर के तौर पर लिया, इस पूरी मुहिम ...
बूंद-बूंद बचत, भाग आठ: जैसलमेर के सावंता गांव के सात तालाब, सात साल बाद हुए आबाद
गांव में अतिरिक्त पानी को बचाने के लिए गांव वाले बारिश के दिनों में हमेशा अपने पास एक लाठी रखते हैं
भारत में 0.5 फीसदी से भी कम वाहन हैं इलेक्ट्रिक, प्रदूषण से त्रस्त होने के बावजूद क्यों नहीं अपना रहे लोग
इस समय भारत की सड़कों पर 13.3 लाख इलेक्ट्रिक वाहन चल रहे हैं, जोकि देश में कुल वाहनों का केवल 0.48 फीसदी ही हैं।
तेंदु पत्ते पर जीएसटी कितना जरूरी?
क्या तेंदु पत्तों से मिलने वाले राजस्व के लालच में इसका व्यापार जंगल में रहने वाले लोगों के हवाले नहीं किया जा रहा है?
जैसलमेर की मरुस्थलीय पारिस्थितिकी को बचाने के तरीके खोजने के लिए समिति गठित
यहां पढ़िए पर्यावरण सम्बन्धी मामलों के विषय में अदालती आदेशों का सार
एनजीटी ने उत्तर प्रदेश की ओवरसाइट कमेटी को खत्म करने की दरख्वास्त को किया स्वीकार
कपास पर शाप: गुलाबी सुंडी के कारण आत्महत्या के कगार पर पहुंचे किसान, बीटी कपास को भी भारी नुकसान
भाग 1: डीटीई ग्राउंड रिपोर्ट से पता चला है कि उत्तर भारत में कीटों के चलते बार-बार होने वाले नुकसान से किसानों की परेशानियां ...
आठ नन्हे मेहमानों से बढ़ी गोडावण संरक्षण की उम्मीद
एक बच्चा ऐसा है जिसके अभिभावक भी कैप्टिविटी (पाल्य अवस्था) में ही पैदा हुए हैं। इसलिए इस बच्चे को कैप्टिविटी में पैदा हुए पक्षी ...
मनरेगा के साथ-साथ खेती में जुटे प्रवासी
राजस्थान के भीलवाड़ा जिले के गांवों से वही प्रवासी शहरों में लौटना चाहते हैं, जिनके पास खेती के लिए जमीन नहीं है
बूंद-बूंद बचत, भाग पांच: जैसिंधर गांव - शरणार्थियों ने संजोया जल
गांव में वर्षा से भरपूर जल संचय किया जाता है, यही कारण है कि अब गांव के मवेशी भी इसी अमृत जल को पी रहे ...
राजस्थान के 153 स्कूलों में लगती है जल संसद, क्या करती है यह संसद
देश और उसके संसाधनों के प्रति जिम्मेदार बनाने के इस तरीके की शुरुआत जोधपुर की शिक्षिका शीला आसोपा ने 2016 में की थी
पर्यावरण मुकदमों की डायरी: वृंदावन में यमुना बाढ़ क्षेत्र में किया अवैध निर्माण
देश के विभिन्न अदालतों में विचाराधीन पर्यावरण से संबंधित मामलों में क्या कुछ हुआ, यहां पढ़ें –
मनरेगा: ग्रामीणों ने बिछा दिया गांव में नालियों का जाल
ग्रामीणों ने मनरेगा के तहत गांव से बाहर जाकर गड्ढे खोदने की बजाय अपने गांव में नालियां खोदने की मांग की
जलवायु परिवर्तन के साथ बदल रहा मॉनसून का मिजाज, पश्चिमी भारत में बढ़ रहे हैं बारिश के आंकड़े
अध्ययन के अनुसार जहां पश्चिमी भारत में मॉनसूनी बारिश में वृद्धि हुई है, वहीं पूर्वोत्तर में इसमें उल्लेखनीय गिरावट दर्ज की गई है
भारत के संरक्षित क्षेत्रों में भी जहरीली दवाओं से सुरक्षित नहीं गिद्ध, वैज्ञानिकों ने किया खुलासा
नया अध्ययन इस दावे का खंडन करता है जंगली गिद्ध दर्द निवारक दवा डाइक्लोफेनैक से सुरक्षित हैं
बंधुआ मजदूरों की तरह काम करते हैं ईंट भट्ठा मजदूर, 10 माह तक नहीं जा सकते घर
भट्ठों पर मजदूरी का हिसाब व भुगतान सीजन के अंत में ही होता है। जहां इनके राशन के पैसे भी काट लिए जाते हैं
पर्यावरण मुकदमों की डायरी: मध्य प्रदेश में हो रहे अवैध खनन के मामले में एनजीटी ने जारी किया आदेश
पर्यावरण से संबंधित मामलों में सुनवाई के दौरान क्या कुछ हुआ, यहां पढ़ें-
पर्यावरण मुकदमों की डायरी: नाले पर अतिक्रमण हटाने के निर्देश
विभिन्न अदालतों में पर्यावरण से संबंधित मामलों की सुनवाई के बारे में जानें
अब ओलावृष्टि ने बिगाड़ा किसानों का गणित
राजस्थान के हनुमानगढ़ जिले की नोहर तहसील के 12 से ज्यादा गांवों में फसलों को 60-90 फीसदी तक नुकसान हुआ है
क्या दाल संकट की ओर बढ़ रहा है भारत, क्यों है सरकार बेचैन?
केंद्र सरकार ने हाल ही में दाल व्यापारियों और मिलर्स की बैठक लेकर हर सप्ताह स्टॉक बताने का निर्देश दिया है
पक्षी विहार के प्रभाव क्षेत्र से बाहर है प्रस्तावित वेस्ट ट्रांसफर स्टेशन: संयुक्त समिति रिपोर्ट
रिपोर्ट के अनुसार कोटा में प्रस्तावित सॉलिड वेस्ट ट्रांसफर स्टेशन, उम्मेद गंज पक्षी विहार संरक्षण रिजर्व से करीब 720 मीटर दूर है
बूंद-बूंद बचत, भाग-दो: एनीकट पहुंचा बारिश का पानी तो पूजा के लिए दौड़े लोग
राजस्थान के ब्यावर जिले के गांव बर में लोगों ने बारिश के पानी इतना सहेज कर रख लिया है कि अगले छह माह तक ...
चीतों को राजस्थान स्थानांतरित करने पर विचार करें केंद्र, इसे प्रतिष्ठा का मुद्दा न बनाएं: सुप्रीम कोर्ट
सर्वोच्च न्यायालय का कहना है कि एक साल से भी कम समय में 40 फीसदी चीतों की मौतें अच्छी तस्वीर पेश नहीं करतीं
बंजर जमीन को आबाद कर रही हैं महिलाएं
भीलवाड़ा के मारवों का खेड़ा गांव में मनरेगा से विकसित किया जा रहा है फार्म लैंड