सतत विकास के लक्ष्यों को हासिल करने के लिए निजी क्षेत्र से छुटकारा जरूरी: रिपोर्ट
2030 तक गरीबी, पोषण, स्वास्थ्य, शिक्षा जैसे सतत विकास के लक्ष्यों को हासिल करने के लिए विकासशील व कम आय वाले देशों में भारी ...
2020 तक रसायनों के प्रभावों को कम करने का लक्ष्य नहीं होगा पूरा
वर्तमान में हमारी कुल वैश्विक रासायनिक उत्पादन क्षमता 2.3 अरब टन है। 2016 में रसायनों से संबंधित बीमारियों के कारण 16 लाख जानें गईं
राह दिखाता रवांडा
स्वास्थ्य क्षेत्र में रवांडा का काम देखकर लगता है कि यह उन चुनिंदा अफ्रीकी देशों में शामिल होगा जो एसडीजी लक्ष्यों को प्राप्त करेंगे
गंभीर खतरा, सुस्त रवैया
चरम मौसमी घटनाओं के मामले में, भारत दुनिया का छठा जोखिम भरा देश है लेकिन क्या राज्यों के क्लाइमेट एक्शन प्लान इनसे निपटने में ...
सतत विकास लक्ष्य: भूटान, नेपाल, श्रीलंका से पीछे है भारत, पाक से आगे
सीएसई की स्टेट ऑफ एनवायरमेंट इन फिगर्स 2019 रिपोर्ट के मुताबिक, 2030 तक सतत विकास लक्ष्य हासिल करने में भारत का नंबर 116वां है।
गरीबी दूर करने में अमेरिका को लगेंगे 40 साल, ट्रम्प ने बढ़ाई मुश्किलें
संयुक्त राज्य अमेरिका अपने 17 लक्ष्यों, जिसमें विशेष रूप से पहले लक्ष्य - गरीबी को समाप्त करने के लिए अभी भी संघर्ष कर रहा ...
सतत विकास लक्ष्य कार्यक्रम पर कैग ने खड़े किए सवाल
कैग ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि केंद्र के साथ-साथ राज्यों में एसडीजी को लेकर गंभीरता नहीं दिख रही है
सतत विकास लक्ष्यों को हासिल में सबसे पीछे है यूपी-बिहार
सतत विकास के 13 सूत्री लक्ष्यों में से उत्तर और बिहार आठ लक्ष्यों को हासिल करने में काफी पीछे है
पूजनीय लेकिन उपेक्षित
हाल के दशकों में जंगलों और सेक्रेड ग्रोव्स का क्षरण हुआ है। ऐसा उच्च जनसंख्या घनत्व, कृषि विस्तार, शहरीकरण और औद्योगिकीकरण की वजह से ...
महासागरों पर महासंकट
महासागर ही हैं जो कार्बन डाईऑक्साइड और दूसरे खतरनाक अपशिष्टों को आसानी से अपने अंदर समाहित कर लेते हैं। अब इनका अस्तित्व खतरे में ...
भारत क्यों है गरीब-1: गरीबी दूर करने के अपने लक्ष्य से पिछड़ रहे हैं 22 राज्य
भारत में गरीबी गहराई से जड़ें जमा चुकी है। कुछ राज्यों को छोड़ दें तो ज्यादातर राज्य गरीबी दूर करने के लक्ष्य से दूर ...
अर्थव्यवस्था को पढ़ना होगा पर्यावरण का पाठ
अगर हम ढांचागत स्तर पर देखें तो एसडीजी को लेकर साफ नजरिया तो दूर की बात है, अभी हमारी कोई समझ ही विकसित नहीं ...
भारत क्यों है गरीब-2: नई पीढ़ी को धर्म-जाति के साथ उत्तराधिकार में मिल रही है गरीबी
भारत में पीढ़ी-दर-पीढ़ी गरीबी आगे बढ़ रही है। प्रधानमंत्री ने अगले दो साल में गरीबी को दूर करने का वादा किया है, क्या यह ...
परिवर्तन की पीड़ा
भारत में पर्यावरण पर चल रही बहस को अमीरों और गरीबों के चश्मे से देखने की जरूरत है
कोयले का अंत 2050 तक!
तकनीक का विकास दुनियाभर को नवीकरणीय ऊर्जा की दिशा में आगे बढ़ा रहा है और इसने कोयले के भविष्य को चुनौती दे दी है। ...