हर साल अपनी खाल के लिए मारे जा रहे 48 लाख गधे, सोशल नेटवर्क के जरिए फल-फूल रहा अवैध व्यापार
अनुमान है कि हर साल दुनिया में दस में से एक गधे को उसकी खाल के लिए मार दिया जाता है। भारत में भी ...
क्यों तनाव में जी रहे हैं एशियाई हाथी, नए अध्ययन से चला पता
जिन नर हाथियों के कोई मित्र नहीं होते हैं उनमें तनाव का अधिक स्तर दिखता है। मादा हाथियों में तनाव तब कम दिखाई देता ...
महाराष्ट्र के वारली लोग तेंदुओं को देवता मानकर करते हैं संरक्षण
वारली लोग एक पारस्परिक संबंध में विश्वास करते हैं, उनका मानना है कि वाघोबा उन्हें बड़ी बिल्लियों के साथ जगह को साझा करने और ...
बाघों की उपासना करती हैं स्थानीय जनजातियां, वन्यजीवों की रक्षा में अहम भूमिका: शोध
शोधकर्ताओं ने सोलिगा जनजाति का बंगाल टाइगर के प्रति आध्यात्मिक मूल्यांकन का अध्ययन किया और पाया कि वन्यजीव संरक्षण को बढ़ावा देने में जनजाति ...
जहरीले प्रदूषक और संक्रमण के मेल से वन्यजीव की आबादी में आई गिरावट: शोध
शोधकर्ताओं ने बताया कि वन्यजीवों के दूषित आवासों के जहरीले पदार्थों और संक्रमण के मेल ने बहुत अधिक संख्या में जानवरों को प्रभावित किया, ...
विश्व हाथी दिवस: नष्ट होते आवासों के बीच हाथियों का संरक्षण किस तरह सुनिश्चित हो
एशियाई बाजारों में हाथी दांत की चाहत के कारण हजारों हाथियों का शिकार हुआ
हर तीन में से एक कशेरुकी प्रजाति का उपयोग खाने में कर रहा है मनुष्य: अध्ययन
वैज्ञानिकों ने 46,755 प्रजातियों पर मानवजनित प्रभाव का पता लगाया और पाया कि हम जानवरों के अब तक के सबसे बड़े शोषणकर्ताओं में से ...
जलवायु परिवर्तन के प्रभाव को कम करने में मदद कर सकते हैं आर्कटिक के कारिबू और मस्कॉक्सन
टुंड्रा सामुदायिक विविधता धरती के उन भागों में लगभग दोगुनी दर से गिर गई जहां शाकाहारी जानवरों को उन भागों की तुलना में बाहर ...
संकट में रक्त चंदन, पांच वर्षों में भारत से 19 हजार टन से ज्यादा लकड़ी का किया गया अवैध निर्यात
रक्त चंदन, वन्यजीव (संरक्षण) अधिनियम, 1972 की चौथी अनुसूची में संरक्षित प्रजातियों की सूची में शामिल है इसके बावजूद इसका अवैध व्यापार प्रजाति पर ...
विलुप्ति के कगार पर पहुंची 21 फीसदी से अधिक सरीसृप प्रजातियां: अध्ययन
अध्ययन में कम से कम 1,829 या 21 प्रतिशत या तो असुरक्षित, संकटग्रस्त या गंभीर रूप से संकटग्रस्त पाए गए।
लुप्तप्राय बोनोबो की संख्या घटने के पीछे क्या है कारण
बोनोबो या बड़े वानर की प्रजाति को 1994 से आईयूसीएन के रेड लिस्ट में लुप्तप्राय या गंभीर रूप से लुप्तप्राय के रूप में सूचीबद्ध ...
सरिस्का टाइगर रिजर्व में अवैध खनन पर एनजीटी ने लगाई कड़ी फटकार
एनजीटी ने अवैध खनन के अनुमान, क्षेत्र में स्वीकृत खानों की संख्या और पर्यावरणीय आधार पर संवेदनशील क्षेत्रों में अवैध खनन की जांच के ...
क्या हसदेव अरण्य के कोल ब्लॉक्स ‘बेंडर’ की तरह नीलामी से बाहर होंगे?
हसदेव अरण्य क्षेत्र की ग्राम सभाओं द्वारा लगाचार चेताया जाता रहा है कि इस अति संवेदनशील जंगल का संरक्षण किया जाना चाहिए न कि ...
जहां वनभूमि का ज्यादा हुआ डायवर्जन वहां घटी बाघों की आबादी
झारखंड, ओडिशा, छत्तीसगढ़ और आंध्र प्रदेश (तेलंगाना) में बाघों की आबादी में बड़ी गिरावट है। इन चारों राज्यों में ही 2015 से 2018 के ...
टाइमलाइन: यह है धरती का 450 करोड़ साल का सफर
450 करोड़ साल पहले धरती बनी थी, तब से लेकर अब तक क्या हुआ, यहां समझिए-
हरेला: प्रकृति से जुड़ा लोक पर्व
16 जुलाई को उत्तराखंड में लोक पर्व हरेला मनाया जाएगा
वैज्ञानिकों ने खोजी फर्न की नई प्रजाति
धरती पर फर्न की प्रजातियां शुरुआती क्रेटेशियस अवधि में 14.5 करोड़ साल पहले दिखाई दिए थे
साहित्य में पर्यावरण: प्रकृति से माया टूटी नहीं कि साहित्य ‘कंक्रीट का जंगल’ हो गया
सभ्यता और संस्कृति के आरंभिक दिनों में मानव प्रकृति की गोद में बसता था। धीरे-धीरे वह इससे विलग होता गया। संस्कृति, प्रकृति के स्मृति ...
देश में स्वर्ण अयस्क का सुरक्षित भंडार 50 करोड़ टन: सरकार
बिहार में सबसे ज्यादा है स्वर्ण अयस्क, उसके बाद राजस्थान और कर्नाटक में
फोग : खत्म होता मरूक्षेत्र का मेवा
पर्यावरणीय दृष्टि से बेहद महत्वपूर्ण होने के बाद भी राजस्थान में धीरे-धीरे फोग की झाड़ियां लगातार खत्म होती जा रही हैं
इस बार क्यों नहीं खिला मध्यप्रदेश का राज्य पुष्प पलाश?
होली बीत गई, लेकिन मध्यप्रदेश में पलाश के पेड़ सूने रह गए, जो सामान्यतः मार्च के महीने में होली से कुछ दिन पहले ही ...
विलुप्त गैलापागोस कछुओं के रिश्तेदारों की खोज में जुटे वैज्ञानिक
गैलापागोस नेशनल पार्क के अधिकारियों ने बताया कि 2008 में इसी तरह के अभियान में 1,726 कछुओं से रक्त के नमूने लिए गए, जिनमें ...
जीते जी ही नहीं मरने के बाद भी पर्यावरण के लिए उपयोगी होते हैं जानवर
अन्य स्थानों की तुलना में मृत जीवों के करीब, पौधों में पांच गुना अधिक वृद्धि दर्ज की गयी, साथ ही शाकाहारी कीड़ों और उनके ...
छत्तीसगढ़ के गारे पेलमा कोयला खदान की पर्यावरणीय मंजूरी अटकी, अडानी समूह के पास है ठेका
पर्यावरण मंत्रालय की एक्सपर्ट अप्रेजल कमेटी ने सुनवाई के दौरान जल, जंगल और ग्रामीण के ऊपर होने वाले दुष्प्रभावों को लेकर शोध की कमी ...
अब सोनाखान को बचाने के लिए सड़क पर उतरे आदिवासी
608 एकड़ की सोनाखान भूमि की लीज हासिल करने वाली वेदांता-बॉल्को कंपनी के प्रतिनिधियों ने हाल ही में बाघमारा क्षेत्र का दौरा किया, इसके ...