नमी है कम, तब भी नहीं गम
वैज्ञानिकों ने नमी की कमी में उगाई जा सकने वाली किस्मों के लिए मेथी के आनुवांशिक गुणों की खोज की।
धान को आर्सेनिक से बचा सकती है कम पानी में सिंचाई
कम पानी में सिंचाई करने से धान में आर्सेनिक की मात्रा 17-25 प्रतिशत तक कम पाई गई है। हालांकि पैदावार में भी 0.9 प्रतिशत ...
2022 में हर घंटे 19 लोगों ने की आत्महत्या: एनसीआरबी
साल 2021 में 10,881 किसानों व कृषि श्रमिकों के मुकाबले साल 2022 में 11,290 किसानों व कृषि श्रमिकों ने खुदकुशी की
भेड़ पालन व्यवसाय से क्यों विमुख हो रहे हैं ग्रामीण?
भेड़ अपने कई गुणों के कारण कई पशुओं से उत्तम है
कश्मीरी सेब पर फफूंद का हमला, भारी बर्फबारी और नकली दवा जिम्मेवार
कश्मीर घाटी के सभी सेब उत्पादक किसान वेंटूरिआ इनएक्वालिस नाम की फंगस से परेशान हैं
हरियाणा बजट 2020-21: कृषि खर्च में आठ फीसदी तक होगा इजाफा!
हरियाणा की कुल जीडीपी में कृषि क्षेत्र का योगदान 14 फीसदी है
20 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में कम हुई धान की बुआई, बिहार-बंगाल सबसे पीछे
खरीफ सीजन में इस साल धान की बुआई सबसे अधिक प्रभावित हुई है
कोविड-19: पशुओं के पालन पर देना होगा खास ध्यान
मौजूदा हालातों के मद्देनजर पशु पालन की नई प्रणालियों व तकनीकों पर सोचने की जरूरत है
संसद में आज : सरकार का दावा, देश में घट रहा है टीबी से होने वाली मौतों का सिलसिला
भारत में टीबी होने की दर 2015 में प्रति 100,000 जनसंख्या पर 237 से 16 फीसदी से घटकर 2022 में प्रति 100,000 जनसंख्या पर ...
आर्थिक सर्वे : किसानों ने कम किया उपभोग तो नीचे बैठ गई विकास दर
सस्ते अनाज ने किसानों को कम पैदावार के लिए मजबूर किया जिसके कारण उपभोग पर भी खर्च कम हुआ।
लगान मुक्ति कानून की मांग पर अपमान झेल रहे कोसी के मजबूर किसान
कोसी के दो तटबंधों के बीच मौजूद 380 गांव के लाखों किसानों को कोसी के कहर के साथ अब सरकार के अपमान का भी ...
निजी या सरकारी: कृषि पर कौन कर रहा है कितना निवेश
प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी कृषि में अधिक निजी निवेश चाहते हैं, लेकिन यह पहले से ही निजी निवेश पर कायम है
मंत्री जी, न खेती की हालत अच्छी है और न किसान की
नए कृषि एवं ग्रामीण विकास मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के सामने सबसे अधिक चुनौतियां हैं। आंकड़ों में जानिए क्या है वर्तमान हालात ...
फिर से मौसम की मार से आहत किसान, ओले और भारी बारिश से हुआ नुकसान
मौसम विभाग के आंकड़ों के मुताबिक, 1 मार्च से 5 मार्च के बीच देश के कुल 683 मौसम क्षेत्रों में से 222 में से ...
तफ्तीश : क्या वाकई बिहार में जैविक खेती का रकबा बढ़ रहा है?
जैविक खाद की अनुपलब्धता में किसान रासायनिक खेती को ही जारी रख रहे हैं। वहीं कई जाली कंपनियां जैविक खेती के नाम पर किसानों ...
आखिर कैसे 100 से भी ज्यादा फसलों को अपना निशाना बनाता है फंगस 'फ्यूजेरियम ऑक्सीस्पोरम'
फंगस 'फ्यूजेरियम ऑक्सीस्पोरम' वर्षों तक मिट्टी में रह सकता है। एक बार जब यह रोगजनक पौधों की जड़ में लग जाता है तो तेजी ...
'व्हीट ब्लास्ट' से गेहूं को खतरा, दक्षिण अमेरिका से एशिया और अफ्रीका में फैली बीमारी
वैज्ञानिकों ने चेताया है कि यह फंगस दुनिया में कहीं भी गेहूं की फसलों को अपना निशाना बना सकता है। साथ ही यह फफूंद ...
समय से पहले बुआई की तो धान की फसल नष्ट कर देगी सरकार
भूजल संकट को देखते हुए हरियाणा सरकार ने एक बार फिर से धान की खेती करने वाले किसानों पर शिकंजा कसा है
1993 से बड़ा है टिड्डी दल का हमला, एक दिन में खा जाती हैं 2500 लोगों के बराबर खाना
सर्दियों में टिड्डियां अपने आप ही खत्म हो जाती थी, लेकिन मौसम के बदलते पैटर्न की वजह से टिड्डियां अभी भी भारत में अपना ...
बाढ़ में नहीं होगा फसल को नुकसान, वैज्ञानिकों ने बनाया रसायन
वैज्ञानिकों ने पौधों को पानी में खड़े रखने में मदद करने के लिए एक रसायन बनाया है, जो बाढ़, सूखा पड़ने पर फसल के ...
जामुन की पैदावार के लिए खतरा बन सकता है यह छिद्रक कीट: शोध
भारतीय शोधकर्ताओं ने जामुन के फलों के विकास के ऐसे महत्वपूर्ण चरणों का पता लगाया है, जो अनसेल्मेला केरची नामक छिद्रक कीट के प्रकोप ...
बंजर होते भारत में झारखंड सबसे ऊपर, मरुस्थलीकरण की जद में 68.98 फीसदी हिस्सा
झारखंड में 60 से 70 फीसदी जमीन जबरदस्त अम्लीय है। ऐसे में प्रति हेक्टेयर 3 से 4 कुंतल डोलामाइट के जरिए इस अम्लीयता को ...
कृषि शिक्षा लेने के बाद खेती नहीं कर रहे हैं युवा
देश में कृषि और कृषि शिक्षा की व्यापक पड़ताल करती रिपोर्ट्स की सीरीज में प्रस्तुत है छत्तीसगढ़ के इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. ...
कृषि शिक्षा से तबाह हुई परंपरागत खेती
देश में कृषि और कृषि शिक्षा पर व्यापक पड़ताल के बाद डाउन टू अर्थ द्वारा एक सीरीज शुरू की गई है। पेश है सीरीज ...
शोध और अनुसंधान के दम पर ही अफ्रीका के बजाए भारत में हुई हरित क्रांति
भारत में कृषि और कृषि शिक्षा की दशा को लेकर डाउन टू अर्थ ने व्यापक पड़ताल की, जिसे एक सीरीज के तौर पर प्रकाशित ...