पराग्वे में खोजी गई सांप की नई खूबसूरत विषरहित प्रजाति
विज्ञान के लिए बिलकुल नई यह प्रजाति 'फलोट्रिस शॉनेला' जहरीली नहीं होती। जो अपने चटकीले रंगों और आकर्षक पैटर्न की वजह से काफी खूबसूरत ...
केवल संरक्षित क्षेत्र घोषित करने से ही नहीं बचेगी जैवविविधता, प्रजातियों पर भी देना होगा ध्यान
शोध के अनुसार संरक्षण के लिए केवल संरक्षित क्षेत्र घोषित करना ही काफी नहीं है। इसके लिए प्रजातियों और उनके आवास को ध्यान में ...
मकड़ियों के अदभुत संसार में जुड़ा एक और सदस्य, 50,000 पर पहुंची ज्ञात प्रजातियों की संख्या
ब्राजील में मकड़ियों की एक नई प्रजाति ‘गुर्यूरियस मिनुआनो’ खोजी गई है, जोकि धरती पर ज्ञात मकड़ियों की 50,000वीं प्रजाति है। वैज्ञानिकों का मानना ...
वैज्ञानिकों ने इक्वाडोर में खोजी आर्किड की संकटग्रस्त प्रजाति
आर्किड में जीवाणुरोधी पदार्थ और फाइटोकेमिकल्स होते हैं जो विभिन्न बीमारियों के इलाज में मदद करते हैं
दुनिया भर में जारी है जैव विविधता की छठी सबसे बड़ी विलुप्ति
लगभग 1500 ईसवी के बाद से पृथ्वी से 20 लाख ज्ञात प्रजातियों में से लगभग 7.5 से 13 फीसदी के बीच का नुकसान हो ...
पौधों में अधिक विविधता होने से कीटनाशकों का उपयोग हो जाता है कम : शोध
शोध में पता चला है कि बढ़ती जैव विविधता से कृषि प्रणाली में कीटनाशकों के उपयोग को कम करने में मदद मिल सकती है।
भोजन की बढ़ती मांग के चलते संरक्षित क्षेत्रों पर पड़ रहा दबाव
शोधकर्ताओं द्वारा पहली बार दुनिया भर के संरक्षित क्षेत्रों में खेती के प्रभावों के बारे में पता लगाया है, 22 प्रतिशत खेती उन क्षेत्रों ...
दशकों बाद रेडटेल गार्रा नामक वंश की नई मछली प्रजातियों की हुई खोज: शोध
रेडटेल गार्रा जीनस की लगभग 200 अतिरिक्त प्रजातियों में अपना स्थान रखती हैं, जो पृथ्वी पर कहीं भी सबसे विविध और व्यापक रूप से ...
कोरोना काल और बालकनी में सिमटी प्रकृति
यह भी सच है कि घरों में भी वही बैठ सकते हैं जो कि एक अलग किस्म के 'पूंजीवाद' में शामिल हैं
मिजोरम में मिली उड़ने वाली छिपकली की नई प्रजाति 'गेको मिजोरमेंसिस', जानिए कैसे है दूसरों से अलग
आज गेको छिपकलियों की 1,200 से ज्यादा प्रजातियां हैं, जो छिपकलियों की सभी ज्ञात प्रजातियों का करीब पांचवां हिस्सा हैं
दुनिया भर में घट रहे हैं कीट, 1990 के बाद से आयी है 25% की कमी
कीट केवल नुकसान ही नहीं करते, वे पर्यावरण के लिए अत्यंत जरुरी भी होते हैं। लेकिन आज दुनिया भर में कई कीटों की आबादी ...
लुप्त होती प्रजातियों को सहेजने में जुटा उत्तराखंड वन विभाग
हल्द्वानी, लालकुआं, पिथौरागढ़, रानीखेत, नैनीताल, गोपेश्वर, देहरादून और उत्तरकाशी के रिसर्च रेंज में वनस्पतियों की 1145 प्रजातियां सहेजी हैं
हिंद महासागर से गायब हो चुकी हैं 90 फीसदी डॉल्फिन, यह है वजह
1950 से 2018 के बीच हिंद महासागर में लगाए गए गिलनेट के चलते करीब 41 लाख जीव मारे जा चुके हैं, जिनमें बड़ी मात्रा ...
जीवों के देखने की क्षमता को विचित्र तरह से प्रभावित कर रहा है प्रकाश प्रदूषण
समय के साथ कृत्रिम प्रकाश के रंगों और तीव्रता में भी परिवर्तन आया है, जिसका जीवों की दृष्टि पर जटिल और अप्रत्याशित प्रभाव पड़ ...
वो हरसिंगार का पेड़ और मौन संवाद
शायद ही कोई ऐसा इंसान हो, जिसने हरसिंगार के फूलों की मनमोहक आभा को महसूस न किया हो
पर्यावरण की दशा-दिशा 2020: इन 483 पौधों पर मंडरा रहा है विलुप्ति का खतरा
डाउन टू अर्थ की स्टेट ऑफ इंडियाज एनवायरमेंट 2020 इन फिगर्स रिपोर्ट में जैव विविधता का लेखा जोखा प्रस्तुत किया गया है
अब सांभर के पास नलियासर झील में मृत मिले प्रवासी पक्षी, बोटुलिज्म के लक्षण
राजस्थान के सांभर के पास नलियासर झील में 9 और 10 मई सुबह तक 12 पक्षियों के शव बरामद हो चुके हैं
प्रकृति के साथ गहराई से जुड़े हैं पहाड़ के लोकगीत
उत्तराखंड में 14 मार्च से शुरू हो जाता है फूलदेई, जिसमें दिखती है प्रकृति के प्रति प्रेम
दुर्लभ चमगादड़ों की संख्या में तेजी से गिरावट
एक अध्ययन से पता चला है कि दक्षिण-पूर्व एशिया में स्थित देश इंडोनेशिया और फिलीपींस में दुर्लभ प्रजाति के फ्लाइंग फॉक्सेस चमगादड़ों की आबादी ...
नदियों के डेल्टा का आकार बदलने के लिए कौन है जिम्मेवार?
दुनिया भर में लगभग 11,000 डेल्टा है। इन डेल्टाओं के सहारे नदी के जल निकासी घाटियों, गाद के प्रवाह, लहर, जलवायु और ज्वार की ...
लाखों साल पहले हमारे पूर्वजों ने की थी प्रकृति के विनाश की शुरुआत, हमने बढ़ाई रफ्तार
एक अध्ययन के मुताबिक, मांसाहारी जीवों के विलुप्त होने का सबसे मुख्य कारण हमारे पूर्वजों और उनके बीच भोजन के लिए सीधी प्रतिस्पर्धा और ...
इंसान की बढ़ती लालसा का शिकार हुईं 85 फीसदी प्रजातियां
पर्यावरण पर इंसान के बढ़ते हस्तक्षेप के कारण खतरे में हैं, जमीन पर रहने वाले रीढ़दार जीवों की 17,500 से अधिक प्रजातियां
जानिए क्यों एक स्थानीय समुदाय के नाम पर किया गया मेंढक की एक नई प्रजाति का नामकरण
मेंढक की इस नई प्रजाति का नाम घाना के एक स्थानीय समुदाय सगीमासे के सम्मान में कॉनरौआ सगीमासे रखा गया है, जो लम्बे समय ...
नए युग में धरती: नष्ट हो चुका है प्रकृति का मूल चरित्र
क्या वह समय आ गया है कि हम विकास की इस अंधी दौड़ से निकलकर अपनी आकांक्षाओं पर लगाम लगाएं और संवहनीय जीवन जिएं?
क्या है आईयूसीएन की रेड लिस्ट, इसके बारे में जानना क्यों हैं जरूरी?
आईयूसीएन की रेड लिस्ट दुनिया भर में प्रजातियों के संरक्षण की स्थिति का सबसे बड़ा सूचना स्रोत है