गर्मी कम करने के लिए कोयला तथा तेल के उपयोग में लानी होगी कमी
अध्ययनकर्ताओं ने पिछले 60 वर्षों के दौरान 105 देशों में 147 घटनाओं की पहचान की, जिसमें कोयले, तेल या प्राकृतिक गैस के उपयोग में ...
कोविड-19 के बाद भी जारी रहेगी ग्लोबल वार्मिंग: रिपोर्ट
रिपोर्ट में कहा गया है कि वायुमण्डल में कार्बन डाईऑक्साइड (सीओ2) की सघनता अपने उच्चतम स्तर पर अभी नहीं पहुंची है और लगातार वृद्धि ...
जून 2020 तक सामने आई 200 से भी ज्यादा प्राकृतिक आपदाएं, 2019 के मुकाबले हैं 27 फीसदी ज्यादा
2020 में आई आपदाओं से करीब 561,881 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है। इसमें से करीब 95 फीसदी से अधिक नुकसान मौसम संबंधित आपदाओं ...
नाइट्रोजन ऑक्साइड उत्सर्जन में आधी कटौती से भारत में 8 फीसदी बढ़ जाएगी कृषि पैदावार
नॉक्स उत्सर्जन में की गई इस कटौती से जहां देश की खरीफ फसलों के उत्पादन में 8 फीसदी की वृद्धि हो जाएगी, वहीं रबी ...
जलवायु में आते बदलावों से निपटने के लिए ध्रुवों की ओर शरण लेने को मजबूर हो रही हैं समुद्री मछलियां
ग्लोबल वार्मिंग की वजह से समुद्री जीवन में आया बदलाव, जमीनी जीवों की तुलना में सात गुणा अधिक तेजी से हुआ है
कॉप-27: क्या सेनाओं का बढ़ता कार्बन फुटप्रिंट एमिशन रिपोर्टिंग का हिस्सा नहीं होना चाहिए?
अनुमान है कि सेनाओं द्वारा किया जा रहा कुल उत्सर्जन, वैश्विक उत्सर्जन के पांच फीसदी हिस्से के बराबर हो सकता है
जलवायु संकट: बढ़ते तापमान के साथ गरीब देशों की कमर तोड़ रहा है लू का कहर
1990 के बाद से लू की वजह से इंसानी स्वास्थ्य, उत्पादकता और कृषि आदि क्षेत्रों पर पड़ते प्रभाव के चलते करीब 1,324 लाख करोड़ ...
पवन ऊर्जा की मदद से बढ़ते तापमान में की जा सकती है 0.8 डिग्री सेल्सियस तक की कमी
जलवायु परिवर्तन से निपटने में पवन ऊर्जा भी अहम भूमिका निभा सकती है, अनुमान है कि इसकी मदद से वैश्विक तापमान में हो रही वृद्धि ...
पहले के मुकाबले 29 फीसदी कम काटे जा रहे हैं जंगल फिर भी क्यों चिंतित हैं वैज्ञानिक
रिपोर्ट के अनुसार सबसे ज्यादा नुकसान उष्णकटिबंधीय जंगलों को हुआ है जो इन 18 वर्षों में लगभग यूरोप जितना वन क्षेत्र खो चुके हैं, ...
जलवायु लक्ष्य के लिए चुनौती बने थर्मल पावर प्लांट, हर साल कर रहे 942.5 करोड़ टन सीओ2 उत्सर्जन
चीन में चल रहे 1064.4 गीगावाट क्षमता के थर्मल पावर प्लांट हर साल 461.5 करोड़ टन कार्बन डाइऑक्साइड उत्सर्जित कर रहे हैं, जोकि दुनिया ...
बदलती जलवायु के कारण भारी दबाव में हैं हिमालयी जल संसाधन: अध्ययन
ऊपरी सिंधु बेसिन के जल संसाधनों पर जनसंख्या वृद्धि, औद्योगीकरण और निश्चित रूप से जलवायु परिवर्तन से उत्पन्न गंभीर खतरे समेत कई तरह के ...
2022 में दर्ज किया गया इतिहास का पांचवा सबसे गर्म मार्च, सामान्य से 0.95 डिग्री सेल्सियस ज्यादा था तापमान
भारत के लिए भी इस वर्ष मार्च का महीना 122 वर्षों के इतिहास में सबसे गर्म मार्च था, जब अधिकतम तापमान 33.1 डिग्री सेल्सियस ...
29 फीसदी की वृद्धि के साथ 0.8 टन पर पहुंचा भारत में प्रति व्यक्ति कोयले से होने वाला उत्सर्जन
जी-20 देशों में कोयला के कारण होते प्रति व्यक्ति उत्सर्जन के मामले में ऑस्ट्रेलिया सबसे ऊपर हैं। जो भारत से करीब छह गुणा ज्यादा ...
अंतरराष्ट्रीय आदिवासी दिवस क्यों मनाया जाता है, क्या है इस साल की थीम?
स्वदेशी लोगों द्वारा विश्व की लगभग 7,000 भाषाओं में से अधिकांश भाषाएं बोली जाती हैं और वे 5,000 विभिन्न संस्कृतियों का प्रतिनिधित्व करते हैं
खाने की थाली में ऐसे करें बदलाव, आपकी और पर्यावरण की सेहत में हो जाएगा सुधार
दो दशकों में खाद्य आपूर्ति श्रंखला से जुड़े उत्सर्जन में 14 फीसदी की वृद्धि हुई है। रिसर्च के मुताबिक इस बढ़ते उत्सर्जन के लिए ...
बॉन जलवायु सम्मेलन 2024: हानि एवं क्षति के मुद्दे पर सहयोग की है दरकार, तीसरी ग्लासगो वार्ता में उठी आवाज
हानि एवं क्षति के मुद्दे पर तीसरी ग्लासगो वार्ता में दक्षिण से उठी आवाजों ने बेहतर समन्वय और मजबूत तंत्र की मांग की है
86 फीसदी ने माना इंसानी स्वास्थ्य को प्रभावित कर रहा है नदियों में होता प्रदूषण: सर्वे
76 फीसदी लोगों का कहना है कि जल प्रदूषण को कम करने में इंसानी व्यवहार सबसे बड़ी बाधा है। वहीं महज 10 फीसदी लोग ...
मानव के सर्वशक्तिमान होने का भ्रम तोड़ रही हैं प्राकृतिक आपदाएं: अमिताभ घोष
बढ़ रही प्राकृतिक आपदाओं को लेकर ज्ञानपीठ पुरस्कार से सम्मानित लेखक अमिताव घोष से विशेष बातचीत
कॉप 27: 2022 के दौरान भारत के उत्सर्जन में हो सकती है 6 फीसदी की वृद्धि, चीन में आएगी गिरावट
रिपोर्ट से पता चला है कि अगर मौजूदा उत्सर्जन जारी रहता है तो दुनिया 9 वर्षों में 1.5 डिग्री सेल्सियस की वृद्धि को पार ...
खाली पड़े हैं 10.1 करोड़ हेक्टेयर में फैले खेत, करोड़ों लोगों का पेट भर सकता है उचित प्रबंधन
इस छोड़ी गई कृषि भूमि में से 6.1 करोड़ हेक्टेयर पर दोबारा खेती की जा सकती है, जो हर साल 363 पेटा- कैलोरीज के ...
स्टेट ऑफ द ग्लोबल क्लाइमेट रिपोर्ट: तीन साल के ला नीना के बावजूद 2022 में चरम मौसमी घटनाओं ने रिकॉर्ड तोड़ा
2022 में जहां पूर्वी अफ्रीका लगातार सूखा चपेट में था, वहीं पाकिस्तान में रिकॉर्ड बारिश के साथ चीन और यूरोप में लू का कहर ...
इलेक्ट्रिक वाहनों के साथ 2050 में 7,513 फीसदी तक बढ़ जाएगी लिथियम की मांग
इलेक्ट्रिक वाहनों की बढ़ती संख्या के साथ ही दुनिया में लिथियम, निकल, कोबाल्ट और मैंगनीज जैसी धातुओं की मांग भी कई गुणा बढ़ जाएगी, ...
जलवायु लक्ष्यों को हासिल करने के लिए अक्षय ऊर्जा तकनीकों पर करना होगा चौगुना निवेश: आईआरईएनए
यदि पेरिस समझौते के लक्ष्यों को हासिल करना है तो अक्षय ऊर्जा तकनीकों पर हर साल करीब 411.12 लाख करोड़ रुपए के निवेश की ...
जाने कैसे 24 वर्षों में साकार हो सकता है भारत का ऊर्जा क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनने का सपना
ऊर्जा क्षेत्र में यह आत्मनिर्भरता पर्यावरण के साथ-साथ उपभोक्ताओं के लिए भी फायदेमंद होगी, इससे 2047 तक उपभोक्ताओं को 205.8 लाख करोड़ रुपए का ...
बढ़ती इंसानी महत्वकांक्षा की भेंट चढ़ गए 34 लाख वर्ग किलोमीटर में फैले वेटलैंड, भारत में भी आई कमी
320 वर्षों में यूरोप, अमेरिका और चीन में करीब आधे वेटलैंड्स खत्म हो गए हैं, जबकि भारत, यूके, आयरलैंड और जर्मनी के कुछ हिस्सों ...