गांव लौटे प्रवासियों को रोक पाएगा मनरेगा?
कोरोनावायरस संक्रमण के बाद लगाए गए लॉकडाउन के चलते उत्तराखंड में लगभग 60 हजार प्रवासी लौट आए हैं
कोविड-19 के इलाज में मददगार हो सकती है दवा ‘ रेमेडिसविर’
शोध के अनुसार यह दवा कोरोनवायरस पॉलीमरेस को रोक सकती है। जिससे इस वायरस का फैलना रुक जाता है। इस दवा को 2014 में ...
बिहार के गांवों में कोरोना का कहर: क्या बंद स्वास्थ्य केंद्रों को खोलने से सुधरेंगे हालात?
जब हर जगह खोले जा रहे थे, बिहार में बंद कर दिये गए थे 1451 सरकारी अस्पताल
मनरेगा जरूरी या मजबूरी-5: 3.50 लाख करोड़ रुपए की आवश्यकता पड़ेगी
कोरोनावायरस की वजह से पैदा हुए हालात के बाद अर्थव्यवस्था को संभालने में मनरेगा योजना कितनी कारगर रहेगी, एक विश्लेषण-
कोविड-19 लॉकडाउन के दौरान सड़क यातायात में कमी से बाघों के व्यवहार में हुआ बदलाव
लॉकडाउन शुरू होने के बाद के महीने से, नर बाघ के घर का आकार तीन गुना से भी अधिक बढ़कर 213 वर्ग मील हो ...
महामारी से कार्बन उत्सर्जन तो घटा, लेकिन ग्लोबल वार्मिंग की चुनौती बरकरार
संयुक्त राष्ट्र की संस्था के प्रमुख का कहना है कि, 'लॉकडाउन के चलते उत्सर्जन में जो कमी आई है हमें इस कर्व को लंबे ...
कोरोनावायरस के चलते खत्म हो जाएंगी 24.2 करोड़ नौकरियां: एडीबी
एडीबी के अनुसार कोरोनावायरस की वजह से वैश्विक अर्थव्यवस्था को करीब 6,65,85,200 करोड़ रुपए का नुकसान उठाना पड़ सकता है, जबकि जीडीपी में करीब ...
मनरेगा जरूरी या मजबूरी-8: दूसरा संस्करण शुरू करने का सही समय
हमने गांवों के पावर डायनेमिक्स को रातों-रात बदलते देखा। पारंपरिक रूप से मजदूर काम के लिए किसानों पर निर्भर रहा करते थे, लेकिन अब ...
यूके में कोहराम मचाने के बाद भारत में भी मिले ओमिक्रॉन के सब-वेरिएंट बीए.2 के सैंपल
17 नवंबर, 2021 से लेकर अब तक दुनिया भर में करीब 40 देशों में सब-वेरिएंट बीए.2 के सैंपल मिल चुके हैं। भारत में भी ...
कोविड-19 ने 120 देशों की मानसिक स्वास्थ्य सेवाओं पर डाला असर
विश्व स्वास्थ्य संगठन ने 130 देशों में मानसिक स्वास्थ्य सेवाओं पर कोविड-19 की वजह से क्या असर पड़ा है, इसका अध्ययन किया है
भारत के 85 फीसदी लोग चाहते हैं वायु प्रदूषण को रोकने के लिए कड़े नियम
भारत के 85 फीसदी लोग चाहते हैं वायु प्रदूषण को रोकने के लिए कड़े नियम, जबकि 87 फीसदी ने सर्वे में माना कि लॉकडाउन ...
लॉकडाउन के चलते भारत में प्रदूषण और तापमान में दर्ज की गई गिरावट
मार्च से मई 2020 के दौरान देश के प्रमुख शहरों में दिन का तापमान करीब एक डिग्री सेल्सियस और रात का तापमान पिछले पांच ...
कोरोनावायरस: लॉकडाउन में ओजोन प्रदूषण में हुआ भारी इजाफा
कोरोनावायरस के प्रसार को रोकने के लिए घोषित लॉकडाउन के दौरान 22 शहरों में ओजोन के स्तर का विश्लेषण के बाद सीएसई ने एक ...
क्यों पेटेंट के विवादों में फंस गई है मॉडर्ना की वैक्सीन
मॉडर्ना वैक्सीन को लेकर उपजा बौद्धिक संपदा विवाद एक “पेटेंट-मुक्त प्रणाली” की आवश्यकता पर बल देता है
दक्षिण एशियाई देशों में केवल 13 फीसदी स्कूली बच्चों के घर पर है इंटरनेट की सुविधा: यूएन
रिपोर्ट के अनुसार कम आय वाले देशों के 20 से कम आयु वर्ग के अधिकतर बच्चों में से एक के पास घर पर इंटरनेट ...
एंटीमाइक्रोबियल रेजिस्टेंस महामारी को रोकने के लिए बेहद जरूरी है वन-हेल्थ एक्शन
जब तक इंसान और पशुओं के स्वास्थ्य, पर्यावरण, फसल, भोजन व दवा जैसे सेक्टरों के अग्रणी लोग आगे आकर कोई कदम नहीं उठाएंगे, तब ...
पथ का साथी: गांव लौटे प्रवासियों के सामने खड़ी हैं कई दिक्कतें
डाउन टू अर्थ के रिपोर्टर विवेक मिश्रा इन दिनों उत्तर प्रदेश के गांवों में हैं और गांव पहुंचे प्रवासियों के साथ दिन बीता रहे ...
लॉकडाउन के चलते साफ हुई उत्तर भारत में हवा, 20 सालों में पहली बार एयरोसोल में इतनी कमी
उत्तर भारत में एयरोसोल का स्तर पिछले 20 सालों के सबसे न्यूनतम स्तर पर आ गया है। जिसके पीछे लॉकडाउन एक बड़ी वजह है
भविष्य में महामारियों से बचाव के लिए डब्ल्यूएचओ ने शुरू की नई पहल
कोविड-19 का शिकार हुए दस में से एक लोग अभी भी लॉन्ग कोविड की समस्या से जूझ रहे हैं। जो इस बात की ओर ...
मनरेगा: जंगली बबूलों की जड़ें उखाड़ बनाया चारागाह
लॉकडाउन के दौरान अप्रैल के आखिरी हफ्ते में शुरू हुई मनरेगा योजना के तहत ग्रामीणों ने जंगली बबूलों को काटकर चारागाह बनाने का फैसला ...
मार्च से जून के बीच सड़क दुर्घटनाओं में 29,415 की मौत, लेकिन कौन थे ये लोग?
सरकार ने संसद को बताया कि लॉकडाउन के दौरान कितने प्रवासी श्रमिक सड़क दुर्घटनाओं में मारे गए, उनके पास इसके आंकड़े नहीं हैं
कोरोनावायरस: खतरे में है महिलाओं-बच्चों का जीवन, स्वास्थ्य सेवाओं में 20 फीसदी की कमी: यूएन
संयुक्त राष्ट्र संघ की नई रिपोर्ट के मुताबिक, कोरोना महामारी के चलते महिलाओं, नवजात शिशुओं, बच्चों और किशोरों तक स्वास्थ्य सुविधाएं नहीं पहुंच रही ...
2020 में 26.5 करोड़ लोगों को करना पड़ सकता है भुखमरी का सामना: यूएन
2019 में करीब 13.5 करोड़ लोग भुखमरी का सामना कर रहे थे। जिनके 2020 में बढ़कर 26.5 करोड़ हो जाने की आशंका है
ओमिक्रॉन के बीए.4 और बीए.5 वेरिएंट के ज्यादा गंभीर या संक्रामक होने के अब तक नहीं मिले सबूत: डब्लूएचओ
साथ ही विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कोरोनावायरस के नए वेरिएंट को नजरअंदाज न करने की चेतावनी भी दी है
पीएमजेएवाई का सच: “महंगा साबित हो रहा है बीमा-आधारित हमारा मॉडल”
पुरानी कर-आधारित प्रणाली के माध्यम से सार्वभौमिक स्वास्थ्य सेवा मुहैया कराने वाले देशों को अच्छे परिणाम मिल रहे हैं