कोविड-19 महामारी : अब एक साल बाद एक सताई हुई पीढ़ी
कोरोना विषाणु से पैदा हुई एक वैश्विक महामारी ने कई अनदेखी महामारियों को जन्म दे दिया है। इसके प्रभाव हमें कई दशकों तक दिखाई ...
कोविड-19 महामारी के चलते हर रोज 153 बच्चों की जान ले सकता है कुपोषण
दुनिया भर में 5 वर्ष से कम आयु के 45 फीसदी बच्चों की मौत के लिए कुपोषण जिम्मेवार है, जबकि इसी आयु वर्ग का ...
20 साल से कम उम्र के 9 में से 1 युवा व किशोर है कोरोना संक्रमण से प्रभावित: यूनिसेफ
यूनिसेफ ने कहा है कि कोरोनावायरस संकमण के चलते युवाओं की एक पूरी पीढ़ी की सेहत, रहन-सहन के तरीके व उनके पूरे जीवन में ...
क्या इम्युनिटी और सामाजिक दूरी से जीती जा सकती है कोरोना के खिलाफ जंग
जब तक बीमारी पर 50 फीसदी असर करने वाली वैक्सीन नहीं बनती और वो इतनी ही आबादी तक नहीं पहुंचती, तब तक सामाजिक दूरी बहुत ...
कोरोना महामारी और भारतीय कृषि का संक्रमणकाल
आज भारत का किसान अनुदानों की भीख नहीं बल्कि आत्मसम्मान के मूल्यों के लिये संघर्ष कर रहा है
अमेरिका में औसतन आठ में से एक परिवार के बच्चों को पर्याप्त भोजन नहीं
पूरे अमेरिका में कोरोनावायरस महामारी से लाखों बच्चे प्रभावित है, तुरंत एक करोड़ चालीस लाख बच्चों को भोजन चाहिए
उत्तराखंड में रिवर्स पलायन: अर्थ और विकास नीति में व्यापक बदलाव की जरूरत
पहाड़ और मैदान के बीच भेदभाव दूर करने के लिए अर्थ और विकास नीति में व्यापक बदलाव करना होगा
कोरोनावायरस के बाद जीडीपी में गिरावट की वजह से भी होंगी मौतें: रिपोर्ट
एसबीआई की इकोरैप रिपोर्ट में कोरोनावायरस संक्रमण की वजह से राज्यों की जीडीपी में होने वाले नुकसान का आकलन किया गया है
कोविड-19: नगद हस्तांतरण को अपनाने से पहले इन बातों का रखना होगा ध्यान
दुनियाभर के तमाम देश कोविड-19 संकट को लेकर डिजिटल भुगतान अपना रहे हैं। ऐसे में उन्हें हर हाल में यह सुनिश्चित करना चाहिए कि ...
गरीबों तक भी पहुंच पाएगी कोरोना वैक्सीन, 150 से भी ज्यादा देशों ने मिलाया हाथ
जिन 165 देशों ने इस समझौते में रुचि व्यक्त की है, वो दुनिया की लगभग 60 फीसदी आबादी का प्रतिनिधित्व करते हैं
कोरोना ने बढ़ाई एड्स पीड़ितों की मुश्किलें, नहीं हो सकेगा हासिल 2020 का लक्ष्य
2019 में करीब 17 लाख नए मामले सामने आये थे जोकि वैश्विक लक्ष्य से करीब तीन गुना ज्यादा हैं|
कोविड-19 महामारी की दलदल में फंसी अर्थव्यवस्था, भारत सहित दुनिया पर होंगे ये असर
डाउन टू अर्थ की स्टेट ऑफ इंडियाज एनवायरनमेंट 2020 इन फिगर्स रिपोर्ट में कोविड-19 महामारी से भारत सहित दुनिया भर की अर्थव्यवस्था पर पड़ने ...
कैसी होगी कोविड-19 के बाद दुनिया-4: राज्य समाजवाद या परस्पर सहयोग
अगर गहरी मंदी होती है और आपूर्ति शृंखलाएं बाधित होती हैं, तो मांग को इस तरह की कीन्सवादी नीतियों के बूते नहीं बचाया जा ...
कोविड-19: अब क्यों जरूरी है खाने की आदतें बदलना
हमें विचार करना चाहिए कि हम जो भोजन करते हैं उसका उत्पादन कैसे होता है। इसका प्रभाव उपभोक्ता के अलावा उत्पादक और पर्यावरण पर ...
कोविड-19: आपदा को अवसर में बदलने से चूक न जाएं हम
कोविड-19 से पहले जो कोयला परियोजनाएं सफलतापूर्वक लाभ नहीं अर्जित कर रही थीं, वो अब किसी भी प्रोत्साहन पैकेज का हिस्सा नहीं होनी चाहिए
कैसी होगी कोविड-19 के बाद दुनिया-1: भविष्य की आशंकाएं
हमारे चार संभावित भविष्य हैं- बर्बरता की अवस्था में पहुंचना, मजबूत पूंजीवादी राज्य, कट्टरपंथी समाजवादी राज्य या फिर आपसी सहयोग की नींव पर बने ...
कोविड-19: पहले क्लिनिकल ट्रायल में “रेमडेसिवियर” का नहीं दिखा असर
लैंसेट के निष्कर्ष, गिलीड के नतीजों के उलट है। गिलिड ने रोगियों में सुधार का दावा किया था...
दुनियाभर में कोरोनावायरस के सामने आये हैं केवल 6 फीसदी मामले
दुनिया भर में संक्रमण के केवल 6 फीसदी मामले ही सामने आये हैं। जबकि गोटिंगन विश्वविद्यालय द्वारा किये शोध के अनुसार मरीजों की संख्या ...
साल 1990-2021 के बीच दुनिया भर में जीवन प्रत्याशा 6.2 साल बढ़ी: लैंसेट रिपोर्ट
अध्ययन के अनुसार, भारत में पिछले तीन दशकों में जीवन प्रत्याशा आठ साल बढ़ गई है
भारतीय वैज्ञानिकों का दावा, मशरूम में है कोविड-19 और अन्य वायरल संक्रमणों से लड़ने की अनूठी क्षमता
रिसर्च से पता चला है कि मशरूम पोषण के साथ-साथ औषधीय गुणों से संपन्न होता है। यह इम्युनिटी बढ़ाने के साथ शरीर की वायरस ...
देश के 15 जिलों की जमीनी पड़ताल-5 : पहली लहर से अछूते जिलों में पहुुंचा कोरोना
कोविड-19 की दूसरी लहर ने उत्तराखंड और मध्य प्रदेश के किन जिलों को प्रभावित किया, पढ़ें-
कोरोनावायरस: भारत में पॉजिटिव मामलों की संख्या 50 लाख के पार
एक दशक के दौरान आई महामारी के मुकाबले कोविड-19 महामारी 6 गुणा अधिक घातक साबित हो रही है
मनरेगा, जरूरी या मजबूरी-1: 85 फीसदी बढ़ गई काम की मांग
कोरोना काल में कितनी कारगर साबित होगी मनरेगा योजना, डाउन टू अर्थ की व्यापक पड़ताल-
बंदरों और सुअरों की बढ़ती आबादी से लोगों में बीमारी फैलने का खतरा बढ़ा: अध्ययन
ताड़ के तेल के लिए जंगलों को काटकर, ताड़ की खेती की जा रही है, अध्ययन के मुताबिक, इनके पास के जंगलों में जंगली ...
महामारी ने भारत के लोगों को ‘जैविक खाद्य’ को अपनाने के लिए प्रेरित किया: सर्वेक्षण
भारत और नेपाल में 600 लोगों का सर्वेक्षण किया गया ताकि यह पता लगाया जा सके कि हाल ही में खाने की आदतें और ...