बाइडन की कोविड-19 योजना को वैज्ञानिकों ने स्वीकारा
बाइडन-हैरिस की जोड़ी ने अमेरिका में कोविड-19 सलाहकार बोर्ड और काले व लेटिन देशों से आए लोगों के लिए टास्क फोर्स के गठन का ...
बसों, स्कूलों में नहीं फैलेगा कोरोनावायरस, वैज्ञानिकों ने सुझाया यह रास्ता
वैज्ञानिकों के अनुसार उन जगहों पर जहां आद्रता कम होती है और वातावरण शुष्क होता है, वहां इस वायरस के फैलने की सम्भावना ज्यादा ...
कोविड-19: क्या भारत में सामुदायिक संक्रमण नहीं हो रहा है?
भारत में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या 2 लाख से अधिक होने के बावजूद सामुदायिक संक्रमण को लेकर केंद्र सरकार कुछ नहीं कह रही ...
विश्व पर्यावरण दिवस 2020: संकट के समय में अहम है पानी की भूमिका
पानी को सुरक्षित और स्वच्छ बनाने के लिए यह वैश्विक कोशिशों को तेज करने का सही समय हो सकता है
डब्ल्यूटीओ व्यापारिक वार्ता बंद कर महामारी बचाव पर लगाए ध्यान, 400 नागरिक समितियों ने लिखा पत्र
एकतरफा प्रतिबंध जो देशों को आवश्यक चिकित्सा आपूर्ति प्राप्त करने से रोकते हैं, उन्हें समाप्त किया जाना चाहिए
पंचायती राज दिवस: कोरोना महामारी और हमारी पंचायतें
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पंचायत सदस्यों से बात करते हुए कहा कि हमें यह सीखने की जरूरत है कि गांव, शहरों की अपेक्षा कोविड-19 ...
क्या आईसीएमआर के आंकड़े सामुदायिक संक्रमण का संकेत दे रहे हैं?
आईसीएमआर के आंकड़े बताते हैं कि जब सांस के मरीजों की जांच बढ़ाई गई तो ऐसे मरीजों का पता चला, जिन्होंने विदेश यात्रा नहीं ...
कोरोना की दूसरी लहर और मनरेगा-6: उत्तर प्रदेश के कई गांवों में एक भी ग्रामीण को नहीं मिला काम
कोविड-19 की दूसरी लहर के दौरान जब लोग बेरोजगार थे, उस समय उत्तर प्रदेश में पंचायत चुनाव चल रहे थे, जिस वजह से लोगों ...
अध्ययन में हुआ खुलासा : लॉन्ग कोविड के जोखिम को आधा कर सकता है टीकाकरण
लॉन्ग कोविड की स्थिति में कोविड-19 का शिकार मरीज बीमारी के हफ्तों, महीनों या वर्षों बाद भी उससे जुड़े लक्षणों का अनुभव करते हैं
ओमिक्राॅन के बढ़ते खतरे के बीच विरोध पर क्यों अड़े हैं जूनियर डाॅक्टर्स ?
लगभग 45 से 50 हजार एमबीबीएस डाॅक्टर नीट-पीजी काउंसिलिंग का इंतजार कर रहे हैं
कोविड-19 चुनौती-2021: भारत के लिए वैक्सीन की राह आसान नहीं
वैक्सीन की बढ़ी मांग को पूरा करने के लिए भारतीय कंपनियों पर ऑर्डर का बोझ बढ़ा हुआ है
रोटी, कपड़ा, मकान और वैक्सीन की राजनीति
सस्ते अनाज की तरह अब वैक्सीन भी चुनावी हथकंडा बन गया है
गरीबों तक भी पहुंच पाएगी कोरोना वैक्सीन, 150 से भी ज्यादा देशों ने मिलाया हाथ
जिन 165 देशों ने इस समझौते में रुचि व्यक्त की है, वो दुनिया की लगभग 60 फीसदी आबादी का प्रतिनिधित्व करते हैं
कोरोना ने बढ़ाई एड्स पीड़ितों की मुश्किलें, नहीं हो सकेगा हासिल 2020 का लक्ष्य
2019 में करीब 17 लाख नए मामले सामने आये थे जोकि वैश्विक लक्ष्य से करीब तीन गुना ज्यादा हैं|
भारतीय वैज्ञानिकों ने ओमिक्रॉन से निपटने के लिए बनाई एमआरएनए-आधारित बूस्टर वैक्सीन
वैक्सीन के लिए उपयोग किए जाने वाले ठंडे फ्रीज या अल्ट्रा-कोल्ड चेन की आवश्यकता नहीं होती है, जिससे पूरे भारत में इसका उपयोग आसान ...
चमगादड़ में मिला सार्स-कॉव-2 जैसा नया वायरस 'खोस्टा-2', इंसानों को कर सकता है संक्रमित
वैज्ञानिकों ने यह भी जानकारी दी है कि यह वायरस यदि फैल जाता है तो इसे मौजूदा टीकों से नहीं रोका जा सकता
भेदभाव और दकियानूसी सोच के चलते गणित में लड़कों से पिछड़ रही हैं लड़कियां
शिक्षक, अभिभावक और साथियों की यह नकारात्मक सोच कि लड़कियां जन्म से ही गणित को समझने में स्वाभाविक रूप से असमर्थ होती हैं, असमानता ...
क्या कोविड-19 टीके का किस्सा खत्म?
भारत का दावा है कि कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई में टीका अब कोई मुद्दा नहीं हैं, लेकिन कई विकासशील देश इससे असहमत होंगे
कोरोनावायरस का एक्सई वेरिएंट क्या है, क्या हमें इसके बारे में चिंता करने की जरूरत है?
यह पहली बार जनवरी में यूके में खोजा गया था और अब तक विभिन्न देशों में एक्सई के 600 से अधिक नमूने मिल चुके ...
पीएमजेएवाई का सच: लुटे मरीज, फायदे में रहे अस्पताल और बीमा कंपनियां
बीमा कंपनियां बीमा दावों का भुगतान में कमियों के लिए अस्पतालों को जिम्मेवार ठहरा रही हों, लेकिन कोविड काल से पहले भी कंपनियां मनमानी ...
आवरण कथा: जेनेरिक दवाओं की तरह सस्ती क्यों नहीं है कोविड-19 वैक्सीन?
कोविड-19 वैक्सीन जेनेरिक दवाओं की तरह सस्ती क्यों नहीं हो सकती है? वैक्सीन को लेकर डाउन टू अर्थ की खास विश्लेषण की अगली कड़ी ...
बिहार में कालाजार से 10 लोगों की मौत के लिए दोषी कौन?
इससे पहले 2014 में कालाजार से 10 लोगों की मौत हुई थी, लेकिन उसके बाद मौतों का सिलसिला कम हो गया था
कोरोना से भी बड़ी महामारी बन सकता है मानसिक स्वास्थ्य
यूनिसेफ के मुताबिक, कोविड-19 जैसी वैश्विक महामारी ने बच्चों, युवाओं के मानसिक स्वास्थ्य को बहुत बुरी तरह प्रभावित किया है
जमाखोरी करने के बाद 241 मिलियन से ज्यादा कोविड वैक्सीन बर्बाद करने की तैयारी में विकसित देश
विकासशील और गरीब देशों में।अतिरिक्त वैक्सीन को दोबारा बांटकर 2022 के मध्य तक दस लाख लोगों की जान बचाई जा सकती है
सामाजिक सुरक्षा योजनाओं के लाभ से वंचित हैं दुनिया के 410 करोड़ लोग
55 फीसदी जरूरतमंद महिलाओं को नकद मातृत्व लाभ नहीं मिलता है। इसी तरह गंभीर रूप से विकलांग 66.5 फीसदी लोग विकलांगता योजनाओं के लाभ ...