बिहार में डेढ़ मीटर गहराई तक मिट्टी की खुदाई अब खनन नहीं, ईंट-भट्ठों को पर्यावरण मंजूरी से छूट
बिहार में सालाना 17 अरब से ज्यादा ईंटों का निर्माण होता है, इसके लिए 5.6 करोड़ टन उपजाऊ मिट्टी की जरूरत पड़ती है। धरती ...
डाउन टू अर्थ तफ्तीश: क्या 2022 तक किसानों की आमदनी हो जाएगी दोगुनी
देश के हर जिले में दो मॉडल गांव चुने गए हैं, जिनके किसानों की आमदनी दोगुनी करने का लक्ष्य रखा गया है, लेकिन डाउन ...
किसानों के विरोध के बाद कपास का समर्थन मूल्य मिलेगा
कपास मिल मालिक किसानों की अनुपस्थिति में नमी की मात्रा मापकर न्यूनतम समर्थन मूल्य देने से इंकार कर देते थे
उत्तर प्रदेश में 2 फीसदी से भी कम हुई धान की सरकारी खरीद, किसान हताश
उत्तर प्रदेश ने इस खरीफ सीजन में 56 लाख टन धान की सरकारी खरीद का लक्ष्य रखा है, लेकिन अब तक खरीद का काम ...
हर साल 63 हजार करोड़ की उपज नहीं बेच पाते किसान
किसान अपनी उपज काट तो लेता है, लेकिन न तो मंडियों तक पहुंचा पाता है और ना ही कोल्ड स्टोरेज तक
हल से जुताई की ओर लौटते राजस्थान के किसान
कई साल से ट्रैक्टर से जुताई कर रहे राजस्थान के किसानों ने अब हल से खेती करनी शुरू कर दी है
ओलावृष्टि से फसल को भारी नुकसान, लेकिन क्या किसानों को मिल पाएगा मुआवजा
ओलावृष्टि व बारिश से फसल नष्ट हो गई, सरकार ने मुआवजे की घोषणा भी कर दी, लेकिन फसल नुकसान के आकलन का तरीका नहीं ...
ग्रीन कॉरिडोर के खिलाफ धरने पर हरियाणा के किसान, पांच गुणा कम मिल रहा मुआवजा
दक्षिण और उत्तर हरियाणा को जोड़ने के लिए बनाए जा रहे ग्रीन कॉरिडोर 152 डी के लिए जमीन अधिग्रहण के खिलाफ 26 फरवरी से ...
सब्जी-दूध की सप्लाई नहीं करेंगे मध्यप्रदेश के किसान, सरकार कर रही है मनाने की कोशिश
दो अलग-अलग किसान संगठनों ने 29 मई से 5 जून तक हड़ताल की घोषणा की है और चेतावनी दी है कि वे सब्जियों और ...
भारत में एक दशक से घट रही है नियमित वेतन पाने वालों की कमाई
इंडिया एम्प्लॉयमेंट रिपोर्ट 2024 के मुताबिक कृषि क्षेत्र में 40.8 फीसदी नियमित और 51.9 फीसदी आकस्मिक श्रमिकों को अकुशल श्रमिकों जितना न्यूनतम मेहनताना भी ...
मराठवाड़ा में पानी का भीषण संकट, 100 परियोजनाएं सूखी, टैंकरों से जलापूर्ति शुरू
साल दर साल कम होती बारिश के कारण मराठवाड़ा रेगिस्तान बनने की कगार पर है
देवास में न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीदा गया गेहूं किसानों को लौटाने का आदेश विरोध के बाद वापस
देवास प्रशासन ने 1,031 किसानों को 7,674 मीट्रिक टन गेहूं लौटाने का आदेश दिया था
कैश के लिए किसानों की मजबूरी बने खुले बाजार, चिंता में डूबे यूपी-बंगाल के कोल्डस्टोर मालिक
यूपी में 2,000 कोल्ड स्टोरेज हैं जिनमें अभी तक 50 फ़ीसदी ही आलू पहुंच पाया है
मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव: कितना प्रभावित करेगी एमएसपी में बढ़ोत्तरी की घोषणाएं
मध्यप्रदेश में अभी किसानों से 19 प्रतिशत धान और 35 प्रतिशत गेहूं खरीदा जा रहा है। इसके अलावा पहले खरीद पर दिया जाने वाला ...
पारंपरिक फसलों के संरक्षण के बावजूद अभी भी कई फसलें विलुप्ति के कगार पर
पिछले 50 वर्षों में बीजों के संरक्षण को सुनिश्चित करने और फसल प्रजनन उनकी उपलब्धता को बढ़ाने के लिए जीन बैंकों का उपयोग किया ...
हर साल 40 फीसदी पैदावार को चट कर जाते हैं कीड़े, जलवायु परिवर्तन के साथ और बढ़ रहा है खतरा
जलवायु परिवर्तन के चलते न केवल फसलों पर कीड़ों का हमला बढ़ रहा है, साथ ही वो और आक्रामक भी बनते जा रहे हैं
अगले 27 वर्षों में जलवायु आपदाओं का शिकार होंगे भारत के 95 फीसदी छोटे किसान: रिपोर्ट
एक रिपोर्ट के मुताबिक, अगले 27 वर्षों में भारत धान की पैदावार के लिए उपयुक्त करीब 450,000 वर्ग किलोमीटर भूमि खो सकता है
बांग्लादेश में लाखों किसान अपना रहे हैं सिंचाई का अनोखा तरीका, भूजल स्तर भी नहीं होता कम
सूखे के मौसम में जल निकासी के कारण कम होते भूजल के स्तर को, बाद में मॉनसून के दौरान नदियों, झीलों और तालाबों से ...
महाराष्ट्र: पीला मोजेक वायरस से लाखों हेक्टेयर सोयाबीन पर संकट
पीला पोजेक रोग के कारण महाराष्ट्र में सोयाबीन का उत्पादन प्रभावित हो सकता है और किसानों को लागत तक न निकलने का डर सता ...
तैरते बाग में होती है खेती, जलवायु परिवर्तन का भी नहीं होता है असर
जलवायु परिवर्तन से बाढ़ की आशंका को देखते हुए, तैरते बगीचों को स्थायी कृषि के रूप में अपनाया जा सकता हैं, ये खाद्य सुरक्षा ...
संसद में आज: कोरोना वैक्सीन लेने के बाद 89 लोगों की मौत, लेकिन वैक्सीन जिम्मेवार नहीं
चालू वित्त वर्ष 2020-21 के दौरान मनरेगा के तहत 10.98 करोड़ से अधिक लोगों को रोजगार दिया गया
एसओई 2021: भारतीय किसान क्यों कर रहे हैं आत्महत्या?
स्टेट ऑफ इंडिया'ज एनवायरमेंट 2021 के मुताबिक, 2019 में 10,200 से ज्यादा किसानों और खेतिहर मजदूरों ने अपनी जान ले ली
डाउन टू अर्थ तफ्तीश: कृषि वैज्ञानिकों की सलाह आई किसानों के काम
मध्यप्रदेश के रतलाम जिले के गांव नवाबगंज के किसानों का कहना है कि कृषि विज्ञान केंद्र के प्रयासों से उनकी आमदनी बढ़ी है
बिहार चुनाव में क्यों पीछे छूट गए असली मुद्दे
मानव विकास सूचकांक में आखिरी पायदान पर खड़े बिहार में आजीविका, पलायन, खेती, स्वास्थ्य, शिक्षा, पर्यावरण जैसे सवालों का पीछे छूट जाना नाउम्मीद करता ...
वैज्ञानिकों ने माना, किसानों के पारंपरिक ज्ञान से रुक सकता है जलवायु परिवर्तन
वैज्ञानिकों का मानना है कि किसानों और स्थानीय समुदायों का पारंपरिक ज्ञान इससे निपटने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता हैं