जलवायु परिवर्तन के अनुकूल रहने के लिए विकासशील देशों को हर साल चाहिए 5 लाख करोड़ रुपए
यदि जलवायु में बदलाव इसी तरह जारी रहता है तो यह जरुरत 2030 तक बढ़कर 21,94,875 करोड़ रुपए और 2050 तक 36,58,125 करोड़ रुपए ...
बाकी कुछ बचा तो महंगाई मार गई
खाद्य मुद्रास्फीति में एक प्रतिशत की वृद्धि एक करोड़ अतिरिक्त लोगों को गरीब बना देती है
पक्षियों को शहरों की ओर आकर्षित कर रहा है कृत्रिम प्रकाश, बन रहा है उनकी मौत का कारण
प्रकाश प्रदूषण लोगों को भी नुकसान पहुंचाता है, इसके कारण मनुष्यों की सर्कैडियन लय बाधित हो सकती है, जिससे अवसाद, अनिद्रा, हृदय रोग और ...
फसल बचाने वाले कीटनाशक का उत्पादन करता है फर्न, रासायनिक कीटनाशकों से मिल सकता है छुटकारा
मक्का और सोयाबीन के छह प्रमुख लेपिडोप्टेरान (कैटरपिलर) कीटों के खिलाफ कृत्रिम आहार-आधारित प्रोटीन बहुत असरकारक पाए गए
बाल मजदूरी करने को मजबूर है दुनिया का हर दसवां बच्चा
आईएलओ के मुताबिक, लगभग 7.9 करोड़ बच्चे ऐसे जोखिम भरे काम कर रहे हैं, जो उनकी सेहत के लिए खतरनाक है
आईपीसीसी रिपोर्ट: जलवायु परिवर्तन न थमा तो गंभीर परिणाम झेलेंगे आज पैदा हुए बच्चे
जो बच्चे 2020 में पैदा हुए हैं वो 2040 में 20 साल के होंगे, जबकि सदी के अंत तक उनकी उम्र 80 वर्ष होगी ...
पर्यावरण में लगातार बढ़ते तीन खतरों पर तत्काल ध्यान देने की जरूरत: संयुक्त राष्ट्र
दुनिया भर में हर साल लगभग 67 फीसदी हिस्सा जंगल की आग सहित सभी प्रकार की आग से जल जाता है
न बारिश न साधन, हर दिन जीवन के लिए संघर्ष कर रहे लाखों अफ्रीकी परिवार
भुखमरी का आलम यह है कि करीब 72 लाख इथियोपियन खाली पेट सोने को मजबूर हैं। इसी तरह सोमालिया की करीब 40 फीसदी आबादी ...
जलवायु में बदलाव के कारण भारी बारिश और भीषण गर्मी का सामना करना पड़ेगा: अध्ययन
भविष्य में, गीली-गर्म चरम सीमा के आसार अधिक हो जाएंगे क्योंकि तापमान में प्रत्येक एक डिग्री सेल्सियस की वृद्धि के लिए वातावरण की नमी ...
जलवायु में बदलाव से दुनिया भर में मछली पालन पर मंडरा रहा है खतरा
जलवायु में बदलाव के चलते, दुनिया के महासागरों के बड़े हिस्से में मछलियों की आहार गुणवत्ता में 10 प्रतिशत तक की गिरावट आ सकती ...
यूक्रेन-रूस संघर्ष: गेहूं की कीमतों में हो सकती है 7.2 फीसदी की वृद्धि, बढ़ेगा उत्सर्जन
संघर्ष के कारण पैदा हुई अनाज की कमी को भरने के लिए भारत सहित अन्य उत्पादक देशों को अपने कृषि भूमि उपयोग में विस्तार ...
अगले 20 साल में और बढ़ेगा खाद्य संकट, राजनीतिक अस्थिरता भी होगी एक वजह
एक नए अध्ययन में कहा गया है कि पानी के संकट के साथ-साथ गर्मी, लू, सूखा, बाढ़ के अलावा राजनीतिक अस्थिरता के कारण खाद्य ...
हर साल 1.1 करोड़ लोगों की जान ले रही है स्वस्थ आहार की कमी
दुनिया भर में पर्याप्त पोषक आहार ना मिल पाने के कारण बड़ी संख्या में लोग कुपोषण जैसी समस्याओं से जूझ रहे हैं जोकि कई ...
क्लाइमेट रिस्क इंडेक्स 2021: दुनिया का 7वां सबसे जलवायु प्रभावित देश है भारत
2000 से 2019 के बीच आई 11,000 से भी ज्यादा जलवायु सम्बन्धी आपदाओं में 4.75 लाख लोगों की मौत हुई
गेहूं-मक्के की कीमतों में गिरावट के चलते 35 महीनों के निचले स्तर पर पहुंचा खाद्य मूल्य सूचकांक
आंकड़ों के मुताबिक वैश्विक स्तर पर मोटे अनाज का उत्पादन भी बढ़कर 152.3 करोड़ टन के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया है
ग्लोबल हंगर इंडेक्स 2023: 125 देशों में 111वें स्थान पर भारत, कुपोषण की बेहद गंभीर है स्थिति
देश में कुपोषण की स्थिति का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि देश में 18.7 फीसदी बच्चे बेहद पतले हैं। वहीं 15 ...
भारतीय समुद्री क्षेत्र से कार्बन उत्सर्जन वैश्विक औसत से बहुत कम: अध्ययन
अध्ययन के अनुसार, प्रति टन उत्पादन से 1.32 टन कार्बन डाइऑक्साइड (सीओ2) का उत्सर्जन होता है, जो प्रति टन मछली के दो टन से ...
क्या अगले पांच वर्षों में 1.5 डिग्री सेल्सियस की सीमा को पार कर जाएगी तापमान में हो रही वृद्धि
संयुक्त राष्ट्र के अनुसार इस बात की 40 फीसदी सम्भावना है कि अगले पांच वर्षों में वैश्विक तापमान में हो रही वृद्धि 1.5 डिग्री सेल्सियस की सीमा को ...
डब्ल्यूएचओ ने बेहतर स्वास्थ्य और जलवायु के लिए दुनिया भर से की 10 सिफारिशें
डब्ल्यूएचओ ने सरकारों को विभिन्न क्षेत्रों में जलवायु परिवर्तन से निपटने, स्वास्थ्य सुविधाओं को बढ़ाने और जलवायु संकट के सबसे खराब स्वास्थ्य प्रभावों से ...
विकास तो दूर की बात है अभी भी दुनिया में 310 करोड़ लोगों की पहुंच से बाहर है स्वस्थ आहार: रिपोर्ट
2021 में करीब 82.8 करोड़ लोग भुखमरी का शिकार थे। यह आंकड़ा कितना विशाल है इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि ...
कॉप 27: अनंत नहीं है जलवायु के अनुकूलन होने की सीमा, वैज्ञानिकों ने दी चेतावनी
2050 तक 3 अरब से अधिक लोग अत्यधिक कमजोर कहे जाने वाले इलाकों में रहेंगे, ऐसे क्षेत्र जो जलवायु में बदलाव से होने वाले ...
कॉप 27: जलवायु कार्रवाई की सफलता के लिए पानी का प्रबंधन बेहद जरूरी: रिपोर्ट
जलवायु लक्ष्यों की योजना बनाने के लिए दुनिया भर में पानी की कमी और कमी को बेहतर ढंग से समझने की आवश्यकता है
क्या 2022 में घटेगी गरीबी और असमानता की खाई, या वर्षों की मेहनत हो जाएगी जाया
52 फीसदी आय पर काबिज है वैश्विक आबादी का 10 फीसदी सबसे अमीर वर्ग, वहीं 50 फीसदी सबसे कमजोर तबके की आबादी के पास ...
अल नीनो के चलते भारत, थाईलैंड के चीनी उत्पादन में आ सकती है गिरावट, कीमतों में देखी गई वृद्धि
एफएओ का अनुमान है कि 2023 में वैश्विक स्तर पर अनाज उत्पादन बढ़कर 281.9 करोड़ टन हो सकता है, जो पिछले साल की तुलना ...
ग्रामीण भारत में मोटे और कुपोषित क्यों हो रहे हैं लोग, एक अध्ययन में चला पता
यह अध्ययन भारत के ग्रामीण स्वास्थ्य संकट को उजागर करता है, जिसमें ग्रामीण मोटापे और कुपोषण के बढ़ने के कारणों की पड़ताल की गई ...