शीत-लहरों ने 2020 में गर्म हवाओं की तुलना में 76 गुना ज्यादा जानें लीं
2017 से 2020 के बीच शीत-लहरों वाले दिनों में लगभग 2.7 गुना वृद्धि हुई है
जलवायु परिवर्तन से समुद्री वातावरण में 87 फीसदी तक बदलाव के आसार
एक नए शोध में कहा गया है कि 2030 तक समुद्र के खारेपन में भारी वृद्धि होने के आसार हैं।
2021 की गर्मियों में आर्कटिक की समुद्री बर्फ अभी तक दर्ज सबसे निचले स्तर पर पहुंची : नासा
इस साल आर्कटिक की समुद्री बर्फ की सीमा घटकर 47.2 लाख वर्ग किलोमीटर रह गई है।
कार्बन डाइऑक्साइड सोखने में अहम भूमिका निभा सकती हैं चट्टानें: अध्ययन
अध्ययन में पाया गया कि चट्टानों का पाउडर हर साल 2.5 गीगाटन तक सीओ2 हटा सकता है।
दुनिया भर में ताजे पानी के चक्र में आया भारी बदलाव, मानवजनित गतिविधियां जिम्मेवार
जल चक्र में हुए बदलाव के कारण दुनिया भर में इससे प्रभावित भूमि क्षेत्र पूर्व-औद्योगिक स्थितियों की तुलना में दोगुना हो गया है
छठा वैश्विक पुनर्चक्रण दिवस: जानें पुनर्चक्रण से कैसे कम हो सकता है जलवायु परिवर्तन
वैश्विक सकल घरेलू उत्पाद में रीसाइक्लिंग उद्योग का वार्षिक योगदान अगले 10 वर्षों में 400 अरब डॉलर से अधिक होने का अनुमान है
बढ़ते तापमान से आकाशीय बिजली गिरने में होगी वृद्धि, बढ़ेंगी जंगलों में आग की घटनाएं
शोधकर्ताओं द्वारा लंबे समय तक किए गए विश्लेषण के मुताबिक आकाशीय बिजली गिरने के कारण लगभग 90 फीसदी आग लगने की घटनाएं शुरू हुई
लुटता हिमालय: भूमि उपयोग और आवरण में बदलाव से सूख रही हैं धाराएं
धाराएं केवल हिमालय क्षेत्र की 5 करोड़ आबादी ही नहीं बल्कि वास्तव में 15 करोड़ की आबादी के लिए महत्वपूर्ण हैं
जलवायु परिवर्तन: आर्कटिक व्हेल की इन प्रजातियों को है सबसे अधिक खतरा
बढ़ते तापमान के कारण दक्षिण पूर्व ग्रीनलैंड में, पूरे पारिस्थितिक तंत्र में बदलाव आया है, आर्कटिक प्रजातियों में से कुछ गायब हो गए हैं
अंजीर के परागणकों और इस पर निर्भर रहने वाले जीवों पर मंडराया खतरा
अंजीर जंगल में रहने वाली पक्षियों और स्तनधारियों के लिए भोजन का एक अहम स्रोत है, लेकिन बढ़ते तापमान के कारण इन्हें परागण करने ...
जलवायु परिवर्तन: 2080 तक पक्षियों की प्रजातियों में आएंगे भारी बदलाव
शोधकर्ताओं ने वैश्विक स्तर पर कुल 8,768 पक्षी प्रजातियों का मूल्यांकन कर यह अनुमान लगाया कि क्षेत्रीय आधार पर कितने वंशों का नुकसान हो ...
दुनिया भर में 50 करोड़ लोगों पर असर डालेगी बढ़ती गर्मी: अध्ययन
जनसंख्या का आकार भविष्य के लू चलने की घटनाओं की संख्या पर असर डालता है, एक बड़ी आबादी खपत और यातायात में होने वाली ...
15 जून को क्यों मनाया जाता है ग्लोबल विंड डे यानी वैश्विक पवन दिवस, क्या हैं मायने
वैश्विक जलवायु लक्ष्यों को हासिल करने के लिए दुनिया भर में हर साल पवन ऊर्जा प्रतिष्ठानों को इस दशक के भीतर, 2021 में स्थापित ...
क्या ग्लेशियरों के गायब होने की आशंका भ्रामक है? क्या कहता कैटो इंस्टीट्यूट का अध्ययन
अध्ययन में कहा गया है कि गंगोत्री ग्लेशियर का पीछे हटना हाल के दशकों में घटकर 10 मीटर प्रति वर्ष हो गया है
अतीत में क्यों गायब हो गए विशाल ग्लेशियर? भविष्य में क्या होगा, वैज्ञानिकों ने लगाया पता
जैसे-जैसे ग्लेशियर पीछे हटते हैं, वे अपनी उम्र के सुरागों को तलछट या सेडीमेंट के रूप में छोड़ देते हैं और बर्फ के पिघलने ...
जलवायु परिवर्तन ने तूफानों को बनाया अधिक बारिश वाला: अध्ययन
बढ़ते तापमान के चलते तूफान भयंकर रूप धारण कर रहे रहे हैं, तूफानों के दौरान बारिश 5 से 8 फीसदी तक बढ़ गई है
जमीन को खराब करने के साथ ही तापमान को 60 फीसदी तक बढ़ा देती है जंगल की आग
ब्लैक कार्बन और कार्बन डाइऑक्साइड की तरह, ब्राउन कार्बन सौर विकिरण को अवशोषित करके ग्रह को गर्म करता है।
वैश्विक पुनर्चक्रण दिवस 18 मार्च 2022: जानें इसका महत्व और थीम
प्रत्येक वर्ष रिसाइक्लिंग से सीओ2 उत्सर्जन में 70 करोड़ टन से अधिक की बचत होती है और इसके 2030 तक बढ़कर 1 अरब टन ...
जलवायु में भारी बदलाव के पीछे गर्मी ही नहीं, बल्कि नमी भी शामिल: अध्ययन
1980 से 2019 तक, दुनिया लगभग 1.42 डिग्री सेल्सियस तक गर्म हो चुकी है। लेकिन नमी से ऊर्जा को ध्यान में रखते हुए, दुनिया ...
कम कठोर ग्लेशियरों में होती है सबसे अधिक बर्फ: अध्ययन
अध्ययन में बर्फ की चादर के द्रव्यमान का अनुमान लगाने में गुरुत्वाकर्षण और गर्मी से पड़ने वाले दबाव की भूमिका के बारे में पता ...
आर्कटिक में 38 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचा तापमान, नए रिकॉर्ड की हुई पुष्टि
यह तापमान जून 2020 में साइबेरिया के वर्खोयान्स्क शहर में दर्ज किया गया था, जोकि आर्कटिक सर्किल से उत्तर में 115 किलोमीटर दूर स्थित ...
कोयले से होने वाले प्रदूषण से हर साल मरते हैं 8 लाख लोग
शोध के मुताबिक हर साल कोयला संयंत्र से होने वाले प्रदूषण की वजह से 8 लाख से अधिक लोग समय से पहले मर जाते ...
भारी बारिश और भूकंप के चलते हिमालय क्षेत्र में बढ़ रहे हैं भूस्खलन के मामले
भारी बारिश और भूकंप के चलते नेपाल में मानसून के दौरान सामने आने वाले भूस्खलन के मामलों में छह गुना वृद्धि हो सकती है
अंटार्कटिक की बर्फ के शेल्फ के टूटने की गति को कम कर सकता है बर्फीली गोंद
शोधकर्ताओं ने लार्सन सी आइस शेल्फ में ऊपर से नीचे की 11 दरारों का आकलन किया ताकि यह निर्धारित किया जा सके कि कौन ...
एक साथ कई आपदाओं के साए में रह रही है हिंदू कुश हिमालय क्षेत्र की 49 फीसदी आबादी
शोध के अनुसार करीब 3.6 करोड़ से ज्यादा लोग इन जटिल आपदाओं के लिए अतिसंवेदनशील क्षेत्रों में रह रहे हैं, जबकि इस क्षेत्र की ...