क्या है निपाह वायरस, कैसे बचे इसके प्रकोप से, आइए जानते हैं
निपाह वायरस पहली बार 1999 में मलेशिया के सुअर पालने वाले किसानों में इसके प्रकोप की पहचान की गई थी।
3 फीसदी उत्सर्जन के लिए जिम्मेवार है शिपिंग, 2050 तक उसमें 50 फीसदी का हो सकता है इजाफा
शिपिंग के कारण होने वाले पीएम 2.5 प्रदूषण के चलते करीब 94,000 लोगों की जान गई थी, जिसके 83 फीसदी के लिए अंतरराष्ट्रीय और ...
भारी धातुओं के प्रदूषण से गायों पर नहीं हो रहा एंटीबायोटिक का असर, मानव स्वास्थ्य के लिए बढ़ा खतरा
शोधकर्ताओं ने लौह अयस्क के कचरे से दूषित क्षेत्र में 16 डेयरी फार्म के मवेशियों के मल में रोगाणुरोधी-प्रतिरोध जीन की पहचान की
रात का कृत्रिम प्रकाश एडीज मच्छरों के व्यवहार को बना रहा है आक्रामक
प्रकाश प्रदूषण के बढ़ते स्तर से डेंगू बुखार, पीला बुखार (येलो फीवर), चिकनगुनिया और जीका जैसी बीमारियां होने के आसर बढ़ गए हैं
पहली बार हाथी सील में पाया गया खतरनाक एवियन इन्फ्लूएंजा वायरस: अध्ययन
शोध में कहा गया है कि इस बात की चिंता बढ़ रही है कि स्तनपायी में फैलने के लिए अपने आपको ढ़ालने वाला एच5एन1 ...
सुअर पालन के तौर तरीकों में बदलाव से दुनिया में फैला यह जानलेवा बैक्टीरिया
20वीं सदी में सूअर पालन के तौर तरीकों में हुए बदलावों ने दवा प्रतिरोधी साल्मोनेला को दुनिया भर में फैलने में मदद की
प्लास्टिक प्रदूषण से निजात के लिए ओटावा पर टिकी निगाहें, क्या बन पाएगी सभी मुद्दों पर सहमति
प्लास्टिक प्रदूषण को लेकर ऐतिहासिक संधि पर चर्चा के लिए दुनिया भर के नेता कनाडा की राजधानी ओटावा में एकजुट हो चुके हैं। इस ...
एनजीटी ने केंद्र से कहा, माइक्रोप्लास्टिक्स से निपटने के लिए चार माह में तैयार करे रणनीति
यहां पढ़िए पर्यावरण सम्बन्धी मामलों के विषय में अदालती आदेशों का सार
बांग्लादेशियों के मानसिक स्वास्थ्य को बुरी तरह प्रभावित कर रहा जलवायु परिवर्तन
जलवायु परिवर्तन के मामले में बांग्लादेश, दुनिया का सातवां सबसे कमजोर देश है
मिट्टी में दबे जहरीले धातु के कणों को फैला रही है जंगल की आग, बन सकता है बड़ा खतरा
अध्ययन में कहा गया है कि जंगल की आग से बदले क्रोमियम पर अधिक ध्यान दिया जाना चाहिए ताकि मनुष्य के स्वास्थ्य के लिए ...
अंटार्कटिक की ताजा बर्फ में मिले माइक्रोप्लास्टिक के सबूत, जानिए क्यों चिंतित हैं वैज्ञानिक
वैज्ञानिकों को प्रति लीटर पिघली बर्फ में माइक्रोप्लास्टिक्स के औसतन 29 कण मिले हैं
नाइट्रोजन प्रदूषण से बढ़ता जल संकट, भारत में पहले ही गंभीर रूप ले चुकी समस्या
आशंका है कि 2050 तक भारत सहित वैश्विक स्तर पर नदियों के एक तिहाई उप-बेसिनों को नाइट्रोजन प्रदूषण के चलते साफ पानी की भारी ...
दुनिया भर में साल 2022 में एक करोड़ से अधिक लोग टीबी से ग्रसित हुए: डब्ल्यूएचओ
2022 में लगभग 4,10,000 लोगों में मल्टीड्रग-प्रतिरोधी या रिफैम्पिसिन-प्रतिरोधी टीबी (एमडीआर/आरआर-टीबी) की बीमारी हुई, लेकिन पांच में से केवल दो लोगों को ही इलाज ...
हर दिन कितनी मात्रा में नमक खाने से नहीं बिगड़ता स्वास्थ्य?
अत्यधिक नमक के सेवन से हर साल दुनिया भर में लगभग 18.9 लाख मौतें होती हैं, जो रक्तचाप बढ़ने और हृदय रोग के बढ़ते ...
स्लीप एपनिया नामक गंभीर डिसऑर्डर का शिकार हैं 10.4 करोड़ भारतीय: एम्स
रिसर्च से पता चला है कि भारतीय महिलाओं की तुलना में पुरुषों में यह समस्या कहीं ज्यादा गंभीर है। जहां 13 फीसदी भारतीय पुरुष ...
जहरीले पारे के संपर्क में आने को रिकॉर्ड करते हैं मछलियों की आंखों के लेंस
अध्ययन में, मछली की आंखों में पारे को मापकर हर मछली के जीवनकाल में इसके संपर्क में आने का वर्णन किया गया है
दूसरा सबसे बड़ा हत्यारा है बैक्टीरियल इन्फेक्शन, हर साल ले रहा 1.37 करोड़ जानें
वैश्विक स्तर पर होने वाली 13.6 फीसदी मौतों के लिए 33 बैक्टीरियल पैथोजन जिम्मेवार हैं, जोकि एंटीबायोटिक्स के प्रति संवेदनशील होने के साथ-साथ उसके ...
भारत में होती हैं कीटनाशकों के जहर से होने वाली 60 फीसदी मौतें, पर्यावरण के लिए भी बड़ा खतरा
खेतों में इस्तेमाल होता यह जहर हर साल 11 हजार से ज्यादा लोगों की जान ले रहा है। इनमें से करीब 60 फीसदी मौतें ...
महामारी ने ढाया कहर, फिर भी नहीं बदली किसानों ने डगर
सर्वे में शामिल 84 फीसदी भारतीय किसानों का कहना है कि उन्होंने महामारी के दौर में भी फसलों में बदलाव नहीं किया था। वहीं ...
भारत के ग्रामीण इलाकों में सर्पदंश पीड़ितों में से केवल 30 प्रतिशत ही अस्पताल पहुंच पाते हैं: आईसीएमआर
दुनिया भर में हर साल जहरीले सर्पदंश से होने वाली लगभग 100,000 मौतों में से आधी भारत में होती हैं
वर्षों तक वन्यजीवों को नुकसान पहुंचा सकते हैं डिस्पोजेबल फेस मास्क: अध्ययन
दुनिया भर के 114 दृश्यों को देखा गया जिनमें से 83 फीसदी में पक्षी, 11 फीसदी स्तनधारी, जबकि 3.5 फीसदी अकशेरुकी और 2 फीसदी ...
एशिया ने इतिहास के सबसे गर्म अप्रैल को किया अनुभव, सामान्य से 2.62 डिग्री सेल्सियस ज्यादा रहा तापमान
वैश्विक स्तर पर देखें तो 143 वर्षों के इतिहास में अप्रैल 2022 का महीना पांचवा सबसे गर्म अप्रैल था, जब तापमान सामान्य से 0.85 ...
भारत में 28 फीसदी मौतें हृदय रोगों के कारण होती हैं
अध्ययन में पाया गया कि उच्च रक्तचाप ग्रामीण क्षेत्रों में 25.7 फीसदी की तुलना में शहरी क्षेत्रों 34 फीसदी अधिक था
बढ़ती इंसानी महत्वाकांक्षा की भेंट चढ़ी 3 करोड़ वर्ग किलोमीटर भूमि, संयुक्त राष्ट्र की रिपोर्ट
यूएनसीसीडी ने 27 अप्रैल 2022 को ‘ग्लोबल लैंड आउटलुक: लैंड रेस्टोरेशन फॉर रिकवरी एंड रेसिलिएंस’ रिपोर्ट जारी की
जानिए यूरोप और एशिया में फिर तेजी से क्यों बढ़ रहे कोरोना के मामले, कौन सा वेरिएंट है इसके पीछे?
विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुताबिक बीए.2 अब तक के सभी सिक्वेंसिंग मामलों का लगभग 86 फीसदी के लिए जिम्मेवार है।