धरती का केवल 2.8 फीसदी हिस्सा ही रह गया है अनछुआ, पिछले अनुमान से 10 गुना है कम
जो क्षेत्र आज भी अनछुए हैं उनका केवल 11 फीसदी हिस्सा संरक्षित क्षेत्रों के अंदर आता है| इनमें काफी क्षेत्र ऐसे हैं जो आज ...
जंगल के सवाल
फॉरेस्ट सर्वे ऑफ इंडिया द्वारा तैयार द स्टेट ऑफ फॉरेस्ट रिपोर्ट 2017 उपग्रह से प्राप्त चित्रों से निर्मित है। इससे पता चलता है कि ...
वजूद पर सवाल
निगम की कार्यप्रणाली ने जंगल और वनवासियों के बीच दीवार खड़ी कर दी है। इससे दोनों के बीच लगातार संघर्ष तेज होते जा रहे ...
क्या वन विकास निगम की उपयोगिता नहीं रही
क्या वास्तव में वन विकास निगम की उपयोगिता कम हो रही है? ये ऐसे यक्ष सवाल हैं जिससे निगम अपने गठन के बाद से ही जूझ रहा ...
जंगलों को बाढ़ से बचाने के लिए नदियों की सफाई की गुहार
एनजीटी ने यूपी के प्रधान सचिव (वन) से बाढ़ की वजह से जलमग्न होने वाले जंगलों की समस्या के लिए उठाए गए कदमों की ...
वनवासियों को बेदखली का डर, मंत्रालय ने कहा अस्वीकृतियों के आंकड़े अंतिम नहीं
आदिवासी शिक्षित नहीं हैं और न ही इनकी आर्थिक स्थिति ठीक है। जानकारी के अभाव में ग्राम सभा स्तर पर ही उनके बहुत से ...
भारत सहित पूरी दुनिया में सिकुड़ रहे मेघवन अच्छे संकेत नहीं
भारत समेत 69 देशों में जैव विविधता से भरे और बहुमूल्य पारिस्थितिकी सेवा प्रदान करने वाले मेघवन हैं। पिछले 20 वर्षोंं में इन मेघवनों ...
तटीय इलाकों में रहने वाले लोगों को तूफानों से बचाते हैं मैंग्रोव वन: अध्ययन
जिन इलाकों में मैंग्रोव वन कवर अधिक होता है वहां दूसरे क्षेत्रों की तुलना में तूफानों से होने वाला नुकसान कम होता है।
418 साल के सरेई बाबा के बारे में जानते हैं आप?
पेड़ की उम्र उसकी मोटाई देखकर या नापकर तय होती है। इसके अलावा कार्बन डेटिंग से भी पेड़ का उम्र का पता चलता है
उत्तराखंड में दस हेक्टेयर क्षेत्र में होंगे पेड़, तो भी नहीं माना जाएगा जंगल
उत्तराखंड सरकार जल्द ही एक शासनादेश जारी करने वाली है, जिसके बाद 10 हेक्टेयर क्षेत्र तक में घने पेड़ होने के बावजूद उस इलाके ...
शेरों की आबादी का सही आकलन करने के लिए नई विधि, संरक्षण में मिल सकती है मदद
शोधकर्ताओं ने अपने निष्कर्ष में कहा कि पर्यटन के लिए शेरों को लालच देने से उनके प्राकृतिक आबादी के घनत्व पैटर्न को बहुत नुकसान ...
घातक है प्राकृतिक जंगल काटना, करते हैं कृत्रिम जंगल से 23 फीसदी अधिक कार्बन कैप्चर
भारत में किये इस अध्ययन के अनुसार जिन जंगलों में वृक्षों की कई प्रजातियां साथ-साथ पायी जाती हैं, वहां कार्बन अधिक मात्रा में अवशोषित ...
छत्तीसगढ़ में वन अधिकार दावे वाली जमीन से बॉक्साइट खनन पर हाईकोर्ट ने लगाई रोक
आदिवासियों के वन अधिकार वाली जगह पर बॉक्साइट खनन किया जा रहा है, जिस पर अदालत ने रोक लगा दी है
उत्तर प्रदेश में लगेंगे 22 करोड़ पेड़, भाजपा विधायक ने ही उठाए सवाल
अगस्त 2016 में तत्कालीन मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने पांच घंटे में 5 करोड़ पौधे रोपकर दोबारा वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाकर गिनीज बुक में नाम दर्ज कराया था
भारतीय जैव विविधता पर विदेशी खरपतवार का हमला
एक विदेशी आक्रमणकारी पौधा लुडविगिया पेरूविया असम के धनसीरी नदी के जलग्रहण क्षेत्र और कोपिली नदी के पूर्वी हिस्से में स्थित स्थानीय जैव विविधता ...
मैदानी राज्यों में ज्यादा लगती है जंगल की आग
आग लगने के पैटर्न एवं उसके प्रभाव की विस्तृत जानकारी हो तो इस नुकसान को कम किया जा सकता है।
भारत के जंगलों में 60 प्रतिशत तक बढ़ सकता है आग लगने का खतरा: आईआईटी रिसर्च
आशंका है कि देश के शुष्क जंगलों में, आग लगने के गंभीर खतरे वाले दिनों की संख्या 60 फीसदी तक बढ़ जाएगी
2070 तक मिट्टी के कटाव में 66 फीसदी तक की वृद्धि होगी
भूमि कटाव वह प्रक्रिया है जिसमें मिट्टी को हवा और पानी द्वारा दूर ले जाया जाता है
बेकाबू हो रही उत्तराखंड के जंगलों की आग
नैनीताल जिले में आग लगने की सबसे अधिक घटनाएं दर्ज हुई हैं।
‘गायब’ हो गए देश के जंगल, भारतीय वन सर्वेक्षण के आकलन और डाउन टू अर्थ की पड़ताल में खासा अंतर
डाउन टू अर्थ के विश्लेषण के मुताबिक, सरकारी आकलन में वन भूमि के तौर पर अभिलिखित (रिकॉर्डेड) 30 से 35 फीसदी जमीन कुछ राज्यों ...
हिमाचल प्रदेश के जंगलों में भी लगी आग, अप्रैल में 100 से ज्यादा मामले दर्ज
हिमाचल प्रदेश में मार्च माह में 294 जगह जंगलों में आग लगी थी, जबकि अप्रैल के पहले पांच दिन 100 से अधिक जगह आग ...
वन गुर्जरों के साथ एक दिन
सरकार हमारे और जंगल के बीच के रिश्ते को नहीं समझती। जंगल बिना हम नहीं और हमारे बिना जंगल नहीं
जंगलों के 5 किलोमीटर के दायरे में बसे हैं 160 करोड़ लोग, वैज्ञानिकों ने तैयार किया नक्शा
शोधकर्ताओं के अनुसार जंगलों के 5 किलोमीटर के दायरे में रहने वाली 71.3 फीसदी आबादी निम्न या मध्यम आय वाले देशों से सम्बन्ध रखती ...
अपनी जन्मभूमि में 'अपराधी' बन कर रह रहे हैं आदिवासी
आदिवासी कहते हैं कि धीरे-धीरे हमें विश्वास होता गया कि अपनी चुनी हुई सरकार और सरकार की चुनी हुई कंपनी में कोई भी अब ...
पूजनीय लेकिन उपेक्षित
हाल के दशकों में जंगलों और सेक्रेड ग्रोव्स का क्षरण हुआ है। ऐसा उच्च जनसंख्या घनत्व, कृषि विस्तार, शहरीकरण और औद्योगिकीकरण की वजह से ...