गैंडों के अवैध शिकार, सींग के व्यापार में गिरावट लेकिन खतरा अभी भी बरकरार: आईयूसीएन
आईयूसीएन के अनुसार भारत और नेपाल में पाए जाने वाले एक सींग वाले गैंडों की संख्या 2018 में लगभग 3,588 से बढ़कर 2021 के ...
संसद में आज: 2023 में प्राकृतिक और अन्य कारणों से 110 बाघों की जान गई
जलाशय भंडारण बुलेटिन के अनुसार, 86 जलाशयों में उनकी क्षमता से 40 फीसदी पानी कम है
हर साल अपनी खाल के लिए मारे जा रहे 48 लाख गधे, सोशल नेटवर्क के जरिए फल-फूल रहा अवैध व्यापार
अनुमान है कि हर साल दुनिया में दस में से एक गधे को उसकी खाल के लिए मार दिया जाता है। भारत में भी ...
संसद में आज: 2022-23 में जंगली हाथियों के हमलों के कारण कर्नाटक में 29 लोग हुए हताहत
लगभग 58.9 प्रतिशत कुओं में भूजल स्तर में वृद्धि दर्ज की गई है और 41.1 प्रतिशत कुओं में जल स्तर में गिरावट देखी गई ...
नेपाल में भी वन्यजीवों पर मंडराया बढ़ते प्लास्टिक का खतरा, गैंडों की लीद में मिले प्लास्टिक के अंश
वैज्ञानिकों को नेपाल के चितवन राष्ट्रीय उद्यान में एक सींग वाले गैंडों की लीद में प्लास्टिक कचरे के अंश मिले हैं। जो उनके स्वास्थ्य ...
70 फीसदी प्रजातियां संरक्षित क्षेत्रों में नहीं पाई गई: अध्ययन
मौजूदा संरक्षित क्षेत्रों की सुरक्षा को बढ़ाकर 1,191 जानवरों की प्रजातियों के जरूरी आवासों की रक्षा की जा सकती है जो विशेष रूप से ...
अरुणाचल में मिली मेंढक की नई प्रजाति, नाम रखा गया 'पटकाई'
पटकाई ग्रीन ट्री फ्रॉग एक छोटी प्रजाति है जिसका आकार 23 से 26 मिलीमीटर है, इसका नाम ऐतिहासिक 'पटकाई' पहाड़ियों की श्रृंखला के नाम ...
तीन लुप्तप्राय इरावदी डॉल्फिन की मौत से इनके संरक्षण की बढ़ी चिंता
कंबोडिया में इरावदी डॉल्फिन की सबसे बड़ी आबादी रहती है, जो म्यांमार, इंडोनेशिया, भारत और थाईलैंड की नदियों और झीलों में भी पाई जाती ...
संसद में आज: ओडिशा में 2020-21 में हाथियों के हमले से 93 लोगों की गई जान
अध्ययन के मुताबिक भारत के पूर्वी और पश्चिमी तट के साथ विभिन्न समुद्र तटों पर प्लास्टिक का अलग-अलग तरह का कचरा 40 फीसदी से ...
दो, छह, बारह: नौरादेही वन्यप्राणी अभ्यारण्य-बाघों का बसेरा
मध्य प्रदेश के सागर जिले में स्थित लगभग 1200 वर्ग कि. मी. में फैला नौरादेही वन्यप्राणी अभ्यारण्य प्रदेश का सबसे बड़ा वन्यप्राणी अभ्यारण्य है
क्यों तनाव में जी रहे हैं एशियाई हाथी, नए अध्ययन से चला पता
जिन नर हाथियों के कोई मित्र नहीं होते हैं उनमें तनाव का अधिक स्तर दिखता है। मादा हाथियों में तनाव तब कम दिखाई देता ...
महाराष्ट्र के वारली लोग तेंदुओं को देवता मानकर करते हैं संरक्षण
वारली लोग एक पारस्परिक संबंध में विश्वास करते हैं, उनका मानना है कि वाघोबा उन्हें बड़ी बिल्लियों के साथ जगह को साझा करने और ...
बाघों की उपासना करती हैं स्थानीय जनजातियां, वन्यजीवों की रक्षा में अहम भूमिका: शोध
शोधकर्ताओं ने सोलिगा जनजाति का बंगाल टाइगर के प्रति आध्यात्मिक मूल्यांकन का अध्ययन किया और पाया कि वन्यजीव संरक्षण को बढ़ावा देने में जनजाति ...
जहरीले प्रदूषक और संक्रमण के मेल से वन्यजीव की आबादी में आई गिरावट: शोध
शोधकर्ताओं ने बताया कि वन्यजीवों के दूषित आवासों के जहरीले पदार्थों और संक्रमण के मेल ने बहुत अधिक संख्या में जानवरों को प्रभावित किया, ...
विश्व हाथी दिवस: नष्ट होते आवासों के बीच हाथियों का संरक्षण किस तरह सुनिश्चित हो
एशियाई बाजारों में हाथी दांत की चाहत के कारण हजारों हाथियों का शिकार हुआ
विलुप्ति के कगार पर पहुंची 21 फीसदी से अधिक सरीसृप प्रजातियां: अध्ययन
अध्ययन में कम से कम 1,829 या 21 प्रतिशत या तो असुरक्षित, संकटग्रस्त या गंभीर रूप से संकटग्रस्त पाए गए।
हर तीन में से एक कशेरुकी प्रजाति का उपयोग खाने में कर रहा है मनुष्य: अध्ययन
वैज्ञानिकों ने 46,755 प्रजातियों पर मानवजनित प्रभाव का पता लगाया और पाया कि हम जानवरों के अब तक के सबसे बड़े शोषणकर्ताओं में से ...
जलवायु परिवर्तन के प्रभाव को कम करने में मदद कर सकते हैं आर्कटिक के कारिबू और मस्कॉक्सन
टुंड्रा सामुदायिक विविधता धरती के उन भागों में लगभग दोगुनी दर से गिर गई जहां शाकाहारी जानवरों को उन भागों की तुलना में बाहर ...
संकट में रक्त चंदन, पांच वर्षों में भारत से 19 हजार टन से ज्यादा लकड़ी का किया गया अवैध निर्यात
रक्त चंदन, वन्यजीव (संरक्षण) अधिनियम, 1972 की चौथी अनुसूची में संरक्षित प्रजातियों की सूची में शामिल है इसके बावजूद इसका अवैध व्यापार प्रजाति पर ...
लुप्तप्राय बोनोबो की संख्या घटने के पीछे क्या है कारण
बोनोबो या बड़े वानर की प्रजाति को 1994 से आईयूसीएन के रेड लिस्ट में लुप्तप्राय या गंभीर रूप से लुप्तप्राय के रूप में सूचीबद्ध ...
सरिस्का टाइगर रिजर्व में अवैध खनन पर एनजीटी ने लगाई कड़ी फटकार
एनजीटी ने अवैध खनन के अनुमान, क्षेत्र में स्वीकृत खानों की संख्या और पर्यावरणीय आधार पर संवेदनशील क्षेत्रों में अवैध खनन की जांच के ...
क्या हसदेव अरण्य के कोल ब्लॉक्स ‘बेंडर’ की तरह नीलामी से बाहर होंगे?
हसदेव अरण्य क्षेत्र की ग्राम सभाओं द्वारा लगाचार चेताया जाता रहा है कि इस अति संवेदनशील जंगल का संरक्षण किया जाना चाहिए न कि ...
जहां वनभूमि का ज्यादा हुआ डायवर्जन वहां घटी बाघों की आबादी
झारखंड, ओडिशा, छत्तीसगढ़ और आंध्र प्रदेश (तेलंगाना) में बाघों की आबादी में बड़ी गिरावट है। इन चारों राज्यों में ही 2015 से 2018 के ...
टाइमलाइन: यह है धरती का 450 करोड़ साल का सफर
450 करोड़ साल पहले धरती बनी थी, तब से लेकर अब तक क्या हुआ, यहां समझिए-
हरेला: प्रकृति से जुड़ा लोक पर्व
16 जुलाई को उत्तराखंड में लोक पर्व हरेला मनाया जाएगा