2015 से 2021 थे इतिहास के 7 सबसे गर्म साल, पांचवे स्थान पर रहा 2021
2021 की बात करें तो वो इतिहास का पांचवा सबसे गर्म साल था। जब तापमान औसत से करीब 1.16 डिग्री सेल्सियस ज्यादा दर्ज किया ...
खोखले निकले सरकारों के वादे, जलवायु प्रतिबद्धताओं के बावजूद 2022 में भी जारी रहा ग्रीनहाउस गैसों के बढ़ने का सिलसिला
कार्बन डाइऑक्साइड के स्तर में ही लगातार ग्याहरवें वर्ष दो पीपीएम से ज्यादा की वृद्धि हुई है। इसी तरह मीथेन और नाइट्रस ऑक्साइड में ...
जलवायु परिवर्तन का असर: मुंबई में औसतन 5.18 मिलीमीटर की दर से हर साल बढ़ रही है बारिश
मुंबई के इन इलाकों में सिर्फ बारिश ही नहीं बढ़ रही है। साथ ही भारी और अत्यधिक भारी बारिश की घटनाओं में भी वृद्धि ...
नाइट्रोजन युक्त उर्वरकों से भारत में हर साल हो रहा है 16.6 करोड़ टन ग्रीनहाउस गैसों का उत्सर्जन
भारत हर साल उर्वरकों के रूप 1.8 करोड़ टन नाइट्रोजन का इस्तेमाल कर रहा है, जिससे 16.6 करोड़ टन ग्रीनहाउस गैसें उत्सर्जित हो रही ...
इतिहास का दूसरा सबसे गर्म रहा मार्च 2023, औसत से 1.24 डिग्री सेल्सियस ज्यादा हुआ तापमान
दिन प्रतिदिन बढ़ता तापमान इस बात का सबूत है कि हमारी धरती बड़ी तेजी से गर्म हो रही है, जिसपर अभी ध्यान न दिया ...
चार प्राकृतिक तरीकों से कम किया जा सकता है जलवायु में बदलाव, कौन से हैं वो तरीके?
अध्ययन में कहा गया है कि जलवायु लक्ष्यों को पूरा करने के लिए प्रकृति-आधारित जलवायु समाधान महत्वपूर्ण हैं, यह अध्ययन प्रकृति के चार प्रमुख ...
क्या 2500 तक हम अपनी ही पृथ्वी के लिए बन जाएंगे एलियन?
अनुमान है कि तापमान में हो रही बेतहाशा वृद्धि एक तरफ जहां अमेजन को बंजर बना देगी। वहीं भारत और अमेरिका के कुछ हिस्से ...
दुनिया में हर मिनट नष्ट हो रहे 21.1 हेक्टेयर में फैले जंगल
2021 में उष्णकटिबंधीय प्राथमिक वनों को जो नुकसान पहुंचा है, उसके कारण 250 करोड़ टन कार्बन डाइऑक्साइड का उत्सर्जन हुआ है जोकि भारत के ...
जलवायु इतिहास का एक और रिकॉर्ड, 2022 में सातवीं सबसे गर्म फरवरी
इस वर्ष फरवरी 2022 का औसत तापमान 20वीं सदी के औसत तापमान से 0.81 डिग्री सेल्सियस ज्यादा था, जबकि फरवरी 2016 में तापमान 1.26 ...
चरम मौसम की घटनाओं से निपटने के लिए केवल शहरी हरियाली पर्याप्त नहीं
वैज्ञानिकों ने बताया है कि केवल शहरी हरियाली ही जलवायु परिवर्तन के कारण होने वाली चरम मौसम की घटनाओं से निपटने के लिए काफी ...
इतिहास का छठा सबसे गर्म वर्ष था 2021, एनओएए ने की पुष्टि
एनओएए के अनुसार 2021 का वार्षिक औसत तापमान 20वीं सदी के औसत तापमान से 0.84 डिग्री सेल्सियस ज्यादा दर्ज किया गया है
सूखा ‘लू’ को बढ़ाता है, नमी की कमी से ‘लू’ घातक नहीं होती है: शोध
सूखी जमीन से वाष्पीकरण कम होता है और हवा में नमी कम हो जाती है, नमी में गर्मी के प्रभाव को बढ़ाने वाला असर ...
9 से 18 मीटर तक गिर सकता है झीलों का जल स्तर
बढ़ते तापमान के कारण, सदी के दौरान कैस्पियन सागर का सतही क्षेत्र 23 से 34 फीसदी तक सिकुड़ जाएगा, इसकी वजह से जैव विविधता ...
जलवायु परिवर्तन प्रदर्शन सूचकांक-2021 में भारत एक पायदान फिसला
क्लाइमेट चेंज परफॉरमेंस इंडेक्स में भारत को इस बार अक्षय ऊर्जा श्रेणी के तहत 57 में से (7.89 अंकों के साथ) 27 वें स्थान ...
6,000 से अधिक छोटे पंखों और हल्के रंग की तितलियों को जलवायु परिवर्तन से सबसे अधिक खतरा
शोधकर्ताओं का मानना है कि शोध की मदद से उन प्रजातियों की पहचान करने में मदद मिल सकती है जिनका अस्तित्व जलवायु परिवर्तन के ...
नुकसान की दर में गिरावट के बावजूद दो दशक में नष्ट हो गए 677,000 हेक्टेयर में फैले मैन्ग्रोव: एफएओ
मैंग्रोव, पृथ्वी पर सबसे अधिक कार्बन-समृद्ध पारिस्थितिक तंत्रों में से एक हैं, जो दुनिया भर में अपने बायोमास और मिट्टी में करीब 6.23 गीगाटन ...
प्लास्टिक प्रदूषण से निजात के लिए ओटावा पर टिकी निगाहें, क्या बन पाएगी सभी मुद्दों पर सहमति
प्लास्टिक प्रदूषण को लेकर ऐतिहासिक संधि पर चर्चा के लिए दुनिया भर के नेता कनाडा की राजधानी ओटावा में एकजुट हो चुके हैं। इस ...
कश्मीर के पीर पंजाल में सिकुड़ रहे 122 ग्लेशियर, पैदा हो सकते हैं कई अनचाहे खतरे
रिसर्च से पता चला है कि जो ग्लेशियर क्षेत्र 1980 में करीब 25.7 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में फैला था, वो 2020 में घटकर महज ...
स्टील और सीमेंट क्षेत्र से होने वाले उत्सर्जन को बिना कीमत बढ़ाए किया जा सकता है कम
विश्लेषण में यह भी सामने आया है कि कीमतों में वृद्धि किए बिना भी स्टील उत्सर्जन को 25 फीसदी और सीमेंट क्षेत्र से होने ...
कॉप-26: पृथ्वी को बचा लो, ग्रेटा और उसकी साथियों ने की विश्व नेताओं से अपील
ग्रेटा थनबर्ग ने तापमान 1.5 डिग्री सेल्सियस का लक्ष्य हासिल, जीवाश्म ईंधन पर निवेश रोकने और विकासशील देशों को 100 अरब डाॅलर देने की ...
एक व्यक्ति की मृत्यु के लिए जिम्मेवार है 35 भारतीयों द्वारा किया जा रहा उत्सर्जन
वहीं यदि अमेरिका की बात करें तो औसतन 3.5 अमेरिकी नागरिक अपने जीवन भर में इतना कार्बन उत्सर्जित करते हैं, जो एक व्यक्ति की ...
मिट्टी में कार्बन जमा करने की दर औसतन तीन गुना अधिक होती है : शोध
शोध में पाया गया कि कृषि प्रबंधन और गहरी मिट्टी की परतों वाले क्षेत्रों में खनिज से जुड़े कार्बन की सबसे ज्यादा कमी होती ...
फसल उत्पादन बढ़ाने और जलवायु परिवर्तन के अनुरूप ढलने के लिए मिट्टी की गुणवत्ता अहम: अध्ययन
मिट्टी की गुणवत्ता में सुधार से फसल उत्पादन में जलवायु परिवर्तन के चलते होने वाली कमी को 20 फीसदी तक कम किया जा सकता ...
क्या जंगल में लगने वाली आग के चलते भारत में घट सकता है सौर ऊर्जा उत्पादन
शोध के मुताबिक बादलों और वातावरण में मौजूद एरोसोल के साथ-साथ जंगल में लगने वाली आग भी सौर ऊर्जा उत्पादन को कम करने में ...
चैंपियंस ऑफ द अर्थ लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड से नवाजे गए सर डेविड एटनबरो
सर डेविड एटनबरो को यह पुरस्कार, पर्यावरण संरक्षण और उसकी बहाली के प्रति उनके जीवनभर के समर्पण को देखते हुए दिया गया है