इतिहास का दूसरा सबसे गर्म रहा मार्च 2023, औसत से 1.24 डिग्री सेल्सियस ज्यादा हुआ तापमान

दिन प्रतिदिन बढ़ता तापमान इस बात का सबूत है कि हमारी धरती बड़ी तेजी से गर्म हो रही है, जिसपर अभी ध्यान न दिया गया तो आने वाले समय में इसकी भारी कीमत चुकानी पड़ेगी

By Lalit Maurya

On: Sunday 16 April 2023
 
फोटो: आईस्टॉक

174 वर्षों के जलवायु इतिहास का दूसरा सबसे गर्म मार्च इस साल 2023 में दर्ज किया गया है। जब तापमान सामान्य से 1.24 डिग्री सेल्सियस ज्यादा रिकॉर्ड किया गया है। दर्ज किया गया था। गौरतलब है कि मार्च 2016 अब तक का सबसे गर्म मार्च का महीना था, जब तापमान बीसवीं सदी के औसत (12.7 डिग्री सेल्सियस) से 1.35 डिग्री सेल्सियस ज्यादा था।

यह जानकारी नेशनल ओसेनिक एंड एटमोस्फेरिक एडमिनिस्ट्रेशन (एनओएए) के नेशनल सेंटर फॉर एनवायर्नमेंटल इंफॉर्मेशन (एनसीईआई) द्वारा जारी नई रिपोर्ट में सामने आई है। आंकड़ों की मानें तो यह लगातार 47वां वर्ष है जब मार्च के महीने में तापमान औसत से ज्यादा रिकॉर्ड किया गया है। इसी तरह पिछले 529 महीनों में तापमान कभी भी औसत से नीचे नहीं गया है।

गौरतलब है कि इससे पहले यूरोपियन मौसम विज्ञान एजेंसी कॉपरनिकस क्लाइमेट चेंज सर्विस (सी3एस) ने भी इसी तरह की जानकारी दी थी। 

 

एनओएए के मुताबिक, एशिया की अगर बात करें तो यहां अब तक के दूसरे सबसे गर्म मार्च को अनुभव किया गया है। वहीं दक्षिण अमेरिका और अफ्रीका में यह रिकॉर्ड का चौथा सबसे गर्म मार्च का महीना रहा। इसी तरह यूरोप ने भी अपने जलवायु रिकॉर्ड के 10वें सबसे गर्म मार्च को अनुभव किया।

एशिया में रिकॉर्ड किया गया अब तक का दूसरा सबसे गर्म मार्च

वहीं उत्तरी अमरीका को देखें तो भले ही इस साल मार्च का महीना औसत से ज्यादा गर्म था, लेकिन इसके बावजूद वो 20 सबसे गर्म मार्च के महीनों में जगह नहीं बना सका। इसी तरह 2023 के तीन महीनों जनवरी-फरवरी-मार्च को देखें तो इन तीनों महीनों का औसत तापमान उसे रिकॉर्ड की चौथी सबसे गर्म अवधि बनाता है। जब सतह का तापमान सामान्य से 1.04 डिग्री सेल्सियस ज्यादा दर्ज किया गया है। इससे पहले 2016 (सबसे गर्म), 2020 (दूसरा) और 2017 में यह अवधि ज्यादा गर्म थी।

एनसीईआई द्वारा जारी वार्षिक तापमान आउटलुक की माने तो इस बात की करीब 99 फीसदी से ज्यादा सम्भावना है कि 2023 रिकॉर्ड के 10 सबसे गर्म वर्षों में से एक होगा। वहीं 96 फीसदी आशंका है कि यह साल पांच सबसे गर्म वर्षों में शुमार किया जाएगा।

रिपोर्ट के मुताबिक यदि आइसलैंड को देखें तो उसने 1979 के बाद से अब तक के सबसे सर्द मार्च को अनुभव किया था। इसी तरह स्पेन के लिए मार्च 2023 का महीना अब तक का दूसरा सबसे गर्म मार्च था जब वहां दूसरी बार मार्च में सबसे कम बारिश हुई थी। हांगकांग ने अपने चौथे सबसे गर्म मार्च को अनुभव किया। वहीं ओशिनिया के लिए यह 17वां सबसे गर्म मार्च का महीना था।

इसी तरह यदि ध्रुवों पर जमा बर्फ को देखें तो मार्च 2023 में बर्फ की सीमा इतिहास की दूसरी सबसे कम थी। अंटार्कटिका में यह दूसरी मौका है जब मार्च के महीने में इतनी कम बर्फ दर्ज की गई है। अंटार्कटिक में समुद्री बर्फ औसत से करीब 490,000 मील कम थी। इसी तरह आर्कटिक में जमा समुद्री बर्फ 1991 से 2020 के औसत से करीब 2.3 लाख वर्ग मील कम थी, जो 45 वर्षों के रिकॉर्ड में मार्च के महीने में छठी सबसे छोटी सीमा है।

रिकॉर्ड को देखें तो मार्च के दौरान दुनिया भर में चार उष्णकटिबंधीय तूफान दर्ज किए गए, जो औसत से कम थे। इन सभी चारों उष्णकटिबंधीय तूफानों में हवा की गति 74 मील प्रति घंटा या उससे अधिक थी। वहीं तीन चक्रवात तो इतने शक्तिशाली थे कि उनमें हवा की गति 111 मील प्रति घंटा या उससे ऊपर पहुंच गई थी।

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