हिन्द महासागर और बंगाल की खाड़ी में कहीं ज्यादा दिनों तक उठेंगी तूफानी लहरें
भारतीय वैज्ञानिकों की चिंता है कि ये घटनाएं तटीय आबादी, बुनियादी ढांचे और समुद्र पर निर्भर लोगों की जीविका को बुरी तरह प्रभावित कर ...
बढ़ती गर्मी से बदहाल धरती: जुलाई 2023 में 650 करोड़ लोगों ने महसूस की गर्मी की तपिश
जुलाई में दुनिया के करीब-करीब हर महाद्वीप में बढ़ते तापमान के नए रिकॉर्ड दर्ज किए गए। यहां तक की कई देशों में सर्दियां भी ...
बनते बिगड़ते जलवायु रिकॉर्ड: अप्रैल में लगातार ग्यारहवें महीने बढ़ते तापमान ने रचा इतिहास
वैश्विक स्तर पर बढ़ता तापमान अपने साथ जाने-अनजाने खतरे भी ला रहा है, जो भारत सहित पूरी दुनिया के लिए नई चुनौतियां पैदा कर ...
कॉप28 में जीवाश्म ईंधन की भूमिका पर तो दिया गया ध्यान, लेकिन इक्विटी को कर दिया नजरअंदाज: सीएसई
सीएसई का कहना है कि कॉप28 में जीवाश्म ईंधन की भूमिका पर तो ध्यान दिया गया, लेकिन इक्विटी के मुद्दे को पूरी तरह नजरअंदाज ...
1.5 डिग्री सेल्सियस के लक्ष्य से 30 गुना ज्यादा उत्सर्जन कर रहा है दुनिया का अमीर वर्ग
उसके विपरीत दुनिया के सबसे कमजोर तबके की करीब 50 फीसदी आबादी प्रति व्यक्ति उस सीमा से कई गुना कम उत्सर्जन कर रही है
जलवायु परिवर्तन का असर, गरीब देशों में 64 फीसदी तक जीडीपी हो सकती है प्रभावित
मौजूदा जलवायु नीतियों के चलते 2050 तक 65 गरीब देशों की औसत जीडीपी 19.6 फीसदी तक घट जाएगी, जो सदी के अंत तक 63.9 ...
भारत सहित दुनिया के 100 करोड़ से ज्यादा बच्चों पर मंडरा रहा है जलवायु परिवर्तन का गंभीर खतरा
नए जारी चिल्ड्रन क्लाइमेट रिस्क इंडेक्स में भारत को 7.4 अंक दिए गए हैं, जिसे यमन और सिएरा लियॉन के साथ 26वें स्थान पर ...
तबाही की राह पर दुनिया: जलवायु से जुड़े चार प्रमुख संकेतकों ने 2021 में तोड़ा रिकॉर्ड
ग्रीनहाउस गैस, समुद्र के जल स्तर और गर्मी में होती वृद्धि के साथ महासागरों में बढ़ता अम्लीकरण रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया है
कॉप-27: ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन को कम करने के लिए देशों के लक्ष्य नाकाफी: संयुक्त राष्ट्र
संयुक्त राष्ट्र जलवायु परिवर्तन सम्मेलन (कॉप 27) इस साल 6 से 18 नवंबर तक मिस्र के शर्म अल शेख में होगा
जलवायु परिवर्तन एवं विकास के समय में कार्बन न्याय होना बहुत जरूरी
एक गरीब व्यक्ति कार्बन का लगभग गैर-उत्सर्जक या न्यूनतम उत्सर्जक है, परन्तु वह जलवायु परिवर्तन से अत्याधिक त्रस्त है
बढ़ती गर्मी के कारण अगले 23 वर्षों में खतरे की जद में होगा 71 फीसदी कृषि क्षेत्र
इस मामले में भारत पहले ही बॉयलिंग प्वाइंट पर है। जहां बढ़ती गर्मी का कहर किसानों को दोहरी चोट पहुंचा रहा है, जो उनकी ...
गर्मी के संपर्क में आने से बढ़ रही हैं गर्भवती महिलाओं में गंभीर बीमारियां
शोध के मुताबिक गर्भावस्था के दौरान लंबे समय तक गर्मी के संपर्क में रहने से गर्भवती महिलाओं को गंभीर बीमारियों का खतरा अधिक होता है।
जलवायु में बदलाव के कारण क्या व्हेलों को नहीं मिलेगा खाना, क्या कहता है शोध?
भविष्य में जलवायु परिवर्तन के असर से क्रिल जैसे आहार पर लगाम लग सकती है, दक्षिणी गोलार्ध में क्रिल हंपबैक व्हेल का मुख्य भोजन ...
जलवायु परिवर्तन के कारण कौन से जीव हैं विलुप्त होने के कगार पर, अध्ययन में लगाया पता
शोधकर्ताओं ने 9,200 से अधिक प्रजातियों को कवर करने वाले 290,000 से अधिक जीवाश्म रिकॉर्ड का उपयोग करते हुए, प्रमुख लक्षणों का एक डेटासेट ...
संसद में आज: साल 2080 तक वर्षा सिंचित चावल की पैदावार में 47 फीसदी तक की कमी आने की आशंका
देश के विभिन्न हिस्सों में ग्लोबल वार्मिंग के कारण चरम मौसम की घटनाओं में वृद्धि देखी गई है।
शैवालों के विटामिन बी12 की क्षमता, जलवायु परिवर्तन तथा महासागर के जीवों पर डाल रही है असर
शैवाल के चयापचय के लिए विटामिन बी12 महत्वपूर्ण है और क्योंकि यह उन्हें एक प्रमुख अमीनो एसिड को तेजी से बनाने में मदद करता ...
जलवायु और वायु गुणवत्ता नियमों को न किया गया मजबूत तो बढ़ सकता है ओजोन संबंधी मौतों का आंकड़ा
दुनिया भर में ओजोन प्रदूषण हर साल 365,000 जिंदगियां को लील रहा है। इसमें से 46 फीसदी मौतें केवल भारत में हो रहीं हैं
फ्रांस की क्रांति, अरब- क्रांति, खाद्य-पदार्थों की कीमतें और जलवायु-परिवर्तन
फ्रांस की क्रांति और अरब-क्रांति जैसी घटनाओं पर खाद्य-पदार्थों की कीमतें बढ़ाने का आरोप लगाया जाता रहा है
कॉप-26: संयुक्त राष्ट्र ने कहा, कार्बन कटौती का दावा खोखला है
संयुक्त राष्ट्र महासचिव ने कहा कि जब जीवाश्म ईंधन उद्योग अभी भी खरबों की सब्सिडी प्राप्त कर रहे हैं, अभी भी कोयला संयंत्रों का ...
कॉप-26: गर्म होती जलवायु से फल-फूल रहे हैं जहरीले शैवाल
गर्म जलवायु विषाक्त शैवाल के विकास के लिए अच्छी होती है और यह वहां रहने वाले अन्य जीवों के विकास को रोक सकती है ...
ग्लोबल वार्मिंग के चलते दक्षिण पूर्व एशिया में लगातार बढ़ेगी लू की घटनाएं: अध्ययन
शोधकर्ताओं ने चेतावनी देते हुए कहा कि तीव्र लू (हीटवेव) चलने की घटना जो 50 वर्षों में मुश्किल से केवल एक बार होती थी, ...
फिर सामने आए जलवायु परिवर्तन के सबूत, इतिहास का पांचवा सबसे गर्म जून किया गया रिकॉर्ड
इस वर्ष जून का वैश्विक औसत तापमान 20 वीं सदी के औसत तापमान से 0.88 डिग्री सेल्सियस ज्यादा दर्ज किया गया है
सदी के अंत तक 840 करोड़ लोगों पर मंडराने लगेगा डेंगू और मलेरिया का खतरा
हैरानी की बात है कि आज जिस तरह जलवायु में बदलाव आ रह है उसकी वजह से मच्छर उन स्थानों पर भी पनपने लगे ...
पिछले 38 सालों में उष्णकटिबंधीय क्षेत्रों के ग्लेशियरों की 93 फीसदी बर्फ हुई गायब
दूसरा सबसे बड़ा उष्णकटिबंधीय ग्लेशियरों का इलाका, क्वेल्काया आइस कैप का सतही क्षेत्र है, जहां 1976 से 2020 तक बर्फ के क्षेत्र में 46 ...
जलवायु में हो रहे बदलाव के कारण जल संसाधनों के बारे में अनुमान लगाना होगा कठिन
वैज्ञानिकों ने बताया कि सदी के अंत तक दुनिया के कुछ हिस्सों में सर्दियों के उपरांत बर्फ में जमे पानी की मात्रा लगभग 80 ...