दुनिया की सबसे गरीब 25 फीसदी आबादी को करना होगा भयंकर लू का सामना: अध्ययन
कम आय वाले लोगों को वर्तमान में उच्च आय वाले लोगों की तुलना में गर्मी, लू के खतरों का 40 फीसदी अधिक सामना करना ...
जलवायु प्रणाली पर वातावरण के सूक्ष्म कणों का पड़ता है असर: अध्ययन
अध्ययन से पता चलता है कि पर्यावरण के लिए वायुमंडलीय कण कितने महत्वपूर्ण हैं। आकार में सूक्ष्म होने के बावजूद, उनकी आपूर्ति में भिन्नता ...
बढ़ते तापमान के चलते तेजी से बदल रही है वायुमंडल की संरचना
पृथ्वी की सतह के निकट बढ़ते तापमान के चलते निचले वातावरण का विस्तार हो रहा है, जो ट्रोपोपाज को हर दशक 50 से 60 ...
जलवायु परिवर्तन से अमेरिकी समाज भयभीत
अमेरिकी समाज के भय से निपटने के लिए वाइडन प्रशासन ने जलवायु परिवर्तन के असर को कम करने के लिए 23 संघीय एजेंसियों को ...
बदलती जलवायु के कारण समुद्री पक्षियों के लिए मछली पकड़ना हो रहा है कठिन: शोध
शोधकर्ताओं ने पाया है कि जलवायु परिवर्तन के कारण समुद्र का धुंधला या काला पानी, समुद्री पक्षियों के लिए मछली पकड़ना कठिन बना रहा ...
वैश्विक जलवायु में हो रहे बदलाव के चलते लगातार बढ़ रहे है तूफान
शोधकर्ताओं के मुताबिक तूफानों में धीरे-धीरे बदलाव आया, पहले यह कमजोर हुआ करते थे, बाद में जलवायु में बदलाव के चलते इनका भी स्वरूप ...
जलवायु परिवर्तन के चलते 0.9 मिलीमीटर प्रतिवर्ष की दर से लक्षद्वीप में बढ़ सकता है समुद्र का जलस्तर
हाल ही में किए एक शोध से पता चला है कि लक्षद्वीप के आसपास समुद्र का जलस्तर 0.4 से 0.9 मिलीमीटर प्रतिवर्ष की दर ...
जैव विविधता के संरक्षण योजनाओं को प्रभावित कर रहा है जलवायु परिवर्तन
अध्ययन में पाया गया कि 51 फीसदी देशों ने उन जगहों में नए संरक्षित क्षेत्रों का निर्माण किया है जहां जलवायु में बदलाव धीमी ...
जलवायु परिवर्तन नए म्यूटेशन्स को बना सकता है कहीं ज्यादा खतरनाक
वैश्विक तापमान में हो रही वृद्धि, जीवों में हो रहे नए म्यूटेशन्स को कहीं ज्यादा खतरनाक बना सकती है
दशक पर एक नजर: अतिशय मौसम की घटनाएं बढ़ीं
नई सदी के दूसरे दशक पर श्रृंखला की अगली कड़ी में पढ़ें, जलवायु परिवर्तन को अब जलवायु आपातकाल की संज्ञा दे दी गई है
वड़ोदरा का एक आश्रम दिखा रहा है दुनिया को जलवायु परिवर्तन से निपटने की राह
वड़ोदरा के एक आश्रम ने यह करके दिखा दिया है कि किस तरह दुनिया प्रकृति पर आधारित समाधानों की सहायता से जलवायु परिवर्तन के ...
एक दशक में गायब हो सकते हैं न्यूजीलैंड के कई ग्लेशियर
वैज्ञानिकों के अनुसार सर्वेक्षण शुरू होने के बाद से दक्षिणी आल्प्स में बर्फ का करीब एक तिहाई हिस्सा गायब हो चुका है
कौन हैं कृति करंथ, दावोस में दुनिया के सामने रखेंगी भारत की बात
वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम में पर्यावरण के मुद्दे पर ग्रेटा थनबर्ग, ऑटम पेल्टियर, मेलाती विजसन जैसी हस्तियों के अलावा भारत की ओर से कृति करंथ अपनी ...
महासागरों पर महासंकट
महासागर ही हैं जो कार्बन डाईऑक्साइड और दूसरे खतरनाक अपशिष्टों को आसानी से अपने अंदर समाहित कर लेते हैं। अब इनका अस्तित्व खतरे में ...
लाइकेन और पौधों की 771 प्रजातियां होने वाली हैं खत्म, वैज्ञानिकों ने बताई वजह
दुर्लभ पौधों के लिए जलवायु परिवर्तन के खतरे को स्वीकार करना एक महत्वपूर्ण कदम है, लेकिन इनमें से कई प्रजातियों को फिर से हासिल ...
हाथी की प्रजातियों को गायब करने के लिए जिम्मेवार है जलवायु परिवर्तन
लगभग 2 करोड़ साल पहले सूंड वाले जानवरों के विकास का क्रम बदल गया था, क्योंकि एफ्रो-अरेबियन प्लेट यूरेशियन महाद्वीप में टकरा गई थी।
क्या खराब बिजनेसमैन हैं ट्रंप?
अमेरिका के निर्णय के बाद पूरी संभावना है कि शैल गैस के उत्पादन से संबंधित नियमों में ढील दी जाएगी
कॉप-26 : ग्रेटा को दिग्गज राष्ट्रों के नेताओं से ईमानदारी की उम्मीद
यह खबर मूलरूप से रायटर्स की है। यह वास्तव में जलवायु की खबरों की कवरेज के लिए बनाए गए वैश्विक मीडिया सहयोग संगठन, ‘कवरिंग ...
भारत समेत दुनिया के कई देशों ने कहा महसूस हो रहा है जलवायु परिवर्तन : सर्वे
ज्यादातर देशों ने कहा है कि जलवायु परिवर्तन के दुष्प्रभावों को कम करने के लिए कठोर कदम उठाने होंगे। वहीं, कई एशिया और प्रशांत ...
बारिश के पैटर्न में बदलाव की वजह जलवायु परिवर्तन: केजी रमेश
भारतीय मौसम विभाग के महानिदेशक केजी रमेश का मानना है कि केरल में पिछले नौ माह के दौरान आई आपदाओं के लिए जलवायु परिवर्तन काफी हद ...
2024 में लगातार तीसरे महीने मार्च ने तोड़े गर्मी के पिछले सारे रिकॉर्ड, 1.68 डिग्री ज्यादा रहा तापमान
इस साल कोई भी महीना ऐसा नहीं रहा जिसने बढ़ते तापमान के रिकॉर्ड न बनाए हों। इसी तरह यह लगातार 10वां महीना है जब ...
कॉप-26: कार्बन बजट और उत्सर्जन के इन सवालों पर हो बात
धरती की कार्बन उत्सर्जन झेलने की क्षमता अब लगभग खत्म हो चली है। फिर भी हमें अपने अस्तित्व और विकास के लिए उत्सर्जन करना ...
कॉप-27: सदी के अंत तक भारत के औसत तापमान में हो सकती 3 डिग्री सेल्सियस की वृद्धि
यदि दिल्ली को देखें तो वहां स्थिति ज्यादा गंभीर रहने की आशंका है, जब साल के औसतन 217 दिनों तक तापमान 35 डिग्री सेल्सियस ...
जलवायु संकट: अपने सभी ग्लेशियर खोने वाला दुनिया का पहला देश बन सकता है वेनेजुएला
इस साल मार्च में वेनेजुएला के वैज्ञानिकों ने चेतावनी दी थी कि हम्बोल्ट ग्लेशियर बहुत तेजी से सिकुड़ रहा है, उस समय ग्लेशियर 450 ...
भाग 4 : यहां जानिए कॉप 28 में जलवायु वित्त का क्या हुआ, कौन से फैसले 2024 के लिए टले
एनसीक्यूजी (न्यू कलेक्टिव क्वांटिफाइड गोल) के तहत क्लाइमेट फाइनेंस का नया लक्ष्य 2024 तक तय होना है और इसके अगले साल से शुरू होने ...