2020 में एशिया प्रशांत क्षेत्र को व्यापार में हुआ 1.60 लाख करोड़ रुपए का नुकसान
संयुक्त राष्ट्र आर्थिक और सामाजिक आयोग एशिया और प्रशांत के अनुसार 2020 में एशिया पैसिफिक क्षेत्र को व्यापार में करीब 160,39,507 करोड़ रुपए का नुकसान ...
भारतीय वैज्ञानिकों ने ओमिक्रॉन से निपटने के लिए बनाई एमआरएनए-आधारित बूस्टर वैक्सीन
वैक्सीन के लिए उपयोग किए जाने वाले ठंडे फ्रीज या अल्ट्रा-कोल्ड चेन की आवश्यकता नहीं होती है, जिससे पूरे भारत में इसका उपयोग आसान ...
बच्चों में कोविड-19: संक्रमण ही नहीं, लॉन्ग कोविड के भी शिकार हो रहे बच्चे
अगर आप ये सोचते हैं कि वयस्कों ने कोविड-19 महामारी में बहुत दिक्कतें झेलीं, तो आप बच्चों के बारे में सोचिए उन्होंने कितना झेला ...
पीएमजेएवाई का सच: लुटे मरीज, फायदे में रहे अस्पताल और बीमा कंपनियां
बीमा कंपनियां बीमा दावों का भुगतान में कमियों के लिए अस्पतालों को जिम्मेवार ठहरा रही हों, लेकिन कोविड काल से पहले भी कंपनियां मनमानी ...
आवरण कथा: जेनेरिक दवाओं की तरह सस्ती क्यों नहीं है कोविड-19 वैक्सीन?
कोविड-19 वैक्सीन जेनेरिक दवाओं की तरह सस्ती क्यों नहीं हो सकती है? वैक्सीन को लेकर डाउन टू अर्थ की खास विश्लेषण की अगली कड़ी ...
ओमिक्रॉन वेरिएंट से बचाव के लिए टीके की तीसरी खुराक जरूरी?
ओमिक्रॉन वेरिएंट के खिलाफ टीके का असर कैसे कमजोर पड़ता है, इसका वैश्विक स्तर पर पहली बार ब्रिटिश वैज्ञानिकों ने अध्ययन किया
विश्व पर्यावरण दिवस 05 जून 2022: जानिए इसका महत्व और थीम
पर्यावरण दिवस सार्वजनिक पहुंच के लिए एक वैश्विक मंच है, जिसमें सालाना 143 से अधिक देशों की भागीदारी होती है।
कोविड-19 महामारी के दौरान दवाओं के बढ़ते उपयोग से कार्बन उत्सर्जन में हुई वृद्धि
यह शोध दुनिया भर में चिकित्सा सुविधाओं में कार्बन उत्सर्जन को सटीक रूप से मापने और मूल्यांकन करने के महत्व और वास्तविकता दोनों को ...
गरीबों तक भी पहुंच पाएगी कोरोना वैक्सीन, 150 से भी ज्यादा देशों ने मिलाया हाथ
जिन 165 देशों ने इस समझौते में रुचि व्यक्त की है, वो दुनिया की लगभग 60 फीसदी आबादी का प्रतिनिधित्व करते हैं
कोविड-19 महामारी : अब एक साल बाद एक सताई हुई पीढ़ी
कोरोना विषाणु से पैदा हुई एक वैश्विक महामारी ने कई अनदेखी महामारियों को जन्म दे दिया है। इसके प्रभाव हमें कई दशकों तक दिखाई ...
कोविड-19: पहले क्लिनिकल ट्रायल में “रेमडेसिवियर” का नहीं दिखा असर
लैंसेट के निष्कर्ष, गिलीड के नतीजों के उलट है। गिलिड ने रोगियों में सुधार का दावा किया था...
कोरोना ने बढ़ाई एड्स पीड़ितों की मुश्किलें, नहीं हो सकेगा हासिल 2020 का लक्ष्य
2019 में करीब 17 लाख नए मामले सामने आये थे जोकि वैश्विक लक्ष्य से करीब तीन गुना ज्यादा हैं|
कोविड-19 महामारी की दलदल में फंसी अर्थव्यवस्था, भारत सहित दुनिया पर होंगे ये असर
डाउन टू अर्थ की स्टेट ऑफ इंडियाज एनवायरनमेंट 2020 इन फिगर्स रिपोर्ट में कोविड-19 महामारी से भारत सहित दुनिया भर की अर्थव्यवस्था पर पड़ने ...
कैसी होगी कोविड-19 के बाद दुनिया-4: राज्य समाजवाद या परस्पर सहयोग
अगर गहरी मंदी होती है और आपूर्ति शृंखलाएं बाधित होती हैं, तो मांग को इस तरह की कीन्सवादी नीतियों के बूते नहीं बचाया जा ...
कोविड-19: अब क्यों जरूरी है खाने की आदतें बदलना
हमें विचार करना चाहिए कि हम जो भोजन करते हैं उसका उत्पादन कैसे होता है। इसका प्रभाव उपभोक्ता के अलावा उत्पादक और पर्यावरण पर ...
कोविड-19: आपदा को अवसर में बदलने से चूक न जाएं हम
कोविड-19 से पहले जो कोयला परियोजनाएं सफलतापूर्वक लाभ नहीं अर्जित कर रही थीं, वो अब किसी भी प्रोत्साहन पैकेज का हिस्सा नहीं होनी चाहिए
कैसी होगी कोविड-19 के बाद दुनिया-1: भविष्य की आशंकाएं
हमारे चार संभावित भविष्य हैं- बर्बरता की अवस्था में पहुंचना, मजबूत पूंजीवादी राज्य, कट्टरपंथी समाजवादी राज्य या फिर आपसी सहयोग की नींव पर बने ...
दुनियाभर में कोरोनावायरस के सामने आये हैं केवल 6 फीसदी मामले
दुनिया भर में संक्रमण के केवल 6 फीसदी मामले ही सामने आये हैं। जबकि गोटिंगन विश्वविद्यालय द्वारा किये शोध के अनुसार मरीजों की संख्या ...
वैज्ञानिकों की चेतावनी: वातावरण में घूम रहे हैं नए वायरस, बन सकते हैं महामारी का कारण
शोधकर्ताओं ने मछली से लेकर कुतरने वाले जीवों तक विभिन्न कशेरुकी जीवों में 40 पूर्व अज्ञात निडोवायरस की खोज की, जिनमें 13 कोरोनवायरस भी ...
साल 1990-2021 के बीच दुनिया भर में जीवन प्रत्याशा 6.2 साल बढ़ी: लैंसेट रिपोर्ट
अध्ययन के अनुसार, भारत में पिछले तीन दशकों में जीवन प्रत्याशा आठ साल बढ़ गई है
भारतीय वैज्ञानिकों का दावा, मशरूम में है कोविड-19 और अन्य वायरल संक्रमणों से लड़ने की अनूठी क्षमता
रिसर्च से पता चला है कि मशरूम पोषण के साथ-साथ औषधीय गुणों से संपन्न होता है। यह इम्युनिटी बढ़ाने के साथ शरीर की वायरस ...
देश के 15 जिलों की जमीनी पड़ताल-5 : पहली लहर से अछूते जिलों में पहुुंचा कोरोना
कोविड-19 की दूसरी लहर ने उत्तराखंड और मध्य प्रदेश के किन जिलों को प्रभावित किया, पढ़ें-
कोरोनावायरस: भारत में पॉजिटिव मामलों की संख्या 50 लाख के पार
एक दशक के दौरान आई महामारी के मुकाबले कोविड-19 महामारी 6 गुणा अधिक घातक साबित हो रही है
मनरेगा, जरूरी या मजबूरी-1: 85 फीसदी बढ़ गई काम की मांग
कोरोना काल में कितनी कारगर साबित होगी मनरेगा योजना, डाउन टू अर्थ की व्यापक पड़ताल-
मलेरिया के कारण हर 50 सेकंड में जा रही है एक व्यक्ति की जान
2020 में मलेरिया के चलते दुनियाभर में 627,000 लोगों की जान गई थी, जोकि पिछले साल के मुकाबले 69,000 ज्यादा है