वैश्विक भूख सूचकांक एक सच्चाई क्यों है?
वैश्विक भूख सूचकांक को नकारा जा रहा है, लेकिन इस स्वीकार करना क्यों जरूरी है? पढ़ें, सचिन कुमार जैन के आलेख का दूसरा भाग
कोरोना संकट: दूर हुए सतत विकास के लक्ष्य
गरीबी और भूख मिटाने के सतत विकास लक्ष्यों को कोरोनावायरस की महामारी ने और मुश्किल बना दिया है
जानें, क्या है मानव विकास सूचकांक?
जीवन प्रत्याशा, शिक्षा और आमदनी के मानकों पर आधारित ह्यूमन डेवलपमेंट इंडेक्स (एचडीआई) पर दस सवालों के जवाब
एसओई एन फिगर्स 2022: अमृत महोत्सव के लक्ष्य क्या हो पाएंगे पूरे?
साल 2022 भारत की स्वतंत्रता का 75वां वर्ष है और देश इसे आजादी के अमृत महोत्सव के रूप में मना रहा है। भारत सरकार ...
गढ़बो नवा छत्तीसगढ़…
राज्य सरकार नए छत्तीसगढ़ को गढ़ने की कोशिश कर रही है, जिसका रास्ता गांवों से होकर गुजरता है। देखना यह है कि सरकार कितनी ...
मानव विकास सूचकांक में एक पायदान लुढ़का भारत, 189 देशों की रैंकिंग में 131 वें स्थान पर पहुंचा
मानव विकास सूचकांक की 189 देशों की इस लिस्ट में भारत को 131 वां स्थान दिया गया है, जबकि पिछले वर्ष (2018 में) भारत ...
'गांधी को देखकर सोच में पड़ गया था मैं'
हरदोई जिले के अंतरौली तहसील में भरावन नामक गांव बसे सूर्यप्रकाश श्रीवास्तव उर्फ बाबा ने बताई गांधी से पहली मुलाकात की कहानी
भारत में गरीबों की गिनती बंद, 2030 तक दुनिया कैसे हासिल करेगी शून्य गरीबी लक्ष्य
गरीबी पर केंद्रित विश्व बैंक की ताजा रिपोर्ट में भारत में गरीबी के आंकड़ों के गायब होने की बात कही है, ऐसे में दुनिया ...
इंसानी लालच का शिकार हुआ दुनिया का 84 फीसदी तटीय क्षेत्र, केवल 16 फीसदी रह गया है अनछुआ
इंसानी प्रभाव का आलम यह है कि उसने संरक्षित क्षेत्रों को भी नहीं बक्शा है। अनुमान है कि करीब 43.3 फीसदी तटीय संरक्षित क्षेत्र ...
भारत क्यों है गरीब-4: घोर गरीबी से बाहर नहीं निकल पा रहे हैं लोग
भारत के कई इलाकों में गरीबी चिरस्थायी होती जा रही है। गरीबी उन्मूलन कार्यक्रमों के बावजूद इन इलाकों में गरीबी कम होने के बजाय ...
आर्थिक वृद्धि के मॉडल में करने होंगे बदलाव
हमने ग्रीनहाउस गैस के उत्सर्जन को कम से कम घटाने के लिए स्मार्ट तरीके खोजने में बेहद कीमती समय गंवा दिया
संसद में आज: सतत विकास लक्ष्य हासिल करने में सबसे पिछड़ा राज्य है बिहार
राज्यसभा में पेश आंकड़ों के मुताबिक चक्रवात तौकते के कारण 190,983 हेक्टेयर फसल क्षेत्र प्रभावित हुई और चक्रवात यास के कारण 176,638.93 हेक्टेयर फसल ...
किसके फायदे के लिए हो रहा है पर्यावरण नियमों में बदलाव?
पर्यावरण प्रभाव आंकलन (ईआईए) 2020 अधिसूचना: क्या आपदा पूंजीवाद के दौर में अपने पर्यावरण को बचाने के लिए जनता संघर्ष करेगी?
सतत विकास लक्ष्य कार्यक्रम पर कैग ने खड़े किए सवाल
कैग ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि केंद्र के साथ-साथ राज्यों में एसडीजी को लेकर गंभीरता नहीं दिख रही है
क्या उत्तराखंड के सीमावर्ती गांवों को 'जीवंत' बना पाएगा केंद्र का जीवंत ग्राम कार्यक्रम?
केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने सीमावर्ती गांवों के विकास के लिए जीवंत ग्राम कार्यक्रम यानी वाइब्रेंट विलेज प्रोग्राम की घोषणा की है, लेकिन ...
हरियाणा सरकार ने सुप्रीम कोर्ट से दशकों से बंद पर्यावरण संवेदी अरावली में खनन शुरु करने की मांगी इजाजत
हरियाणा सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में दाखिल याचिका में कहा है कि कोरोना महामारी के दौरान बढ़ी बेरोजगारी को दूर करने के लिए संवेदी ...
लॉकडाउन: मिथिला पेंटिंग बनाने वाले कलाकार दाने-दाने को मोहताज
मिथिला पेंटिंग्स के अलावा बिहार में और भी लोक कलाएं हैं, जो हजारों परिवारों को दो जून की रोटी मुहैया कराती हैं
बुंदेलखंड राहत पैकेज घोटाला-2: स्कूटर और बाइक से ढोए गए 5-5 टन के पत्थर
बुंदेलखंड के पन्ना जिले में 9 वाटर शेड के कार्यों के भौतिक सत्यापन और वाउचर के परीक्षण में पता चला कि वन विभाग ने ...
कमल के पत्तों पर भोजन परोसने की परंपरा बनाम प्लास्टिक
शादियों में भोजन कराने के लिए कमल के पत्तों का इस्तेमाल होता था। पूड़ियां और सूखी सब्जी कमल के पत्तों पर परोसी जाती थी ...
कोरोना के कारण गरीबी के चरम स्तर पर पहुंच सकती हैं दुनिया की 4.7 करोड़ महिलाएं: यूएन
यूएन की नई रिपोर्ट में कहा गया है कि कोविड-19 के कारण महिलाओं में गरीबी की दर में 9.1 फीसदी की वृद्धि हो सकती ...
न्यूजीलैंड ने पेश किया वेलबीइंग बजट, क्या भारत लेगा सबक?
न्यूजीलैंड ने आर्थिक विकास के बुलबुले को पहचान लिया है। लोक कल्याण की कीमत पर आर्थिक विकास की अंधी दौड़ में शामिल देशों को न्यूजीलैंड ...
स्मृति शेष इला भट्ट: बा और बापू के सपनों को गढ़ने वाली इला
बा और बापू सामुदायिकता के जरिए भारतीय अर्थव्यवस्था को जो रूप देना चाहते थे, इला भट्ट ने उसे “सेवा” के रूप में पहचान दिलाई
दुनिया में अनियंत्रित और बेतरतीब तरीके से हो रहा शहरी फैलाव: अध्ययन
वैश्विक रूप से दक्षिण-पूर्व एशिया में शहरी विस्तार सबसे ज्यादा बेतरतीब तरीके से हो रहा है
99 वर्ष पूर्व मकर संक्रांति के दिन मिली थी कुली कलंक से मुक्ति
आज भी हर वर्ष 14 जनवरी के दिन लोग बागेश्वर के बगड़ में पहुंचते हैं और सरकार की जन विरोधी नीतियों संबंधी कागजात प्रतीकात्मक ...
बैठे-ठाले: विकास को खोजिए और पाइए 5 करोड़ का इनाम!
अम्मा बोली, “यह जलती पराली कृषि क्षेत्र के विकास को दर्शा रही है, यह कह रही है कि इस साल रिकॉर्ड अन्न का उत्पादन ...