क्या वायु प्रदूषण की वजह से मनोभ्रंश अथवा डिमेंशिया हो सकता है
शोधकर्ताओं ने फाइन पार्टिकुलेट मैटर पीएम 2.5, 2.5 माइक्रोमीटर से कम या उसके बराबर व्यास वाले पार्टिकुलेट और मनोभ्रंश या डिमेंशिया के बीच संबंध ...
वैज्ञानिकों ने की खतरनाक प्रकार के अस्थमा की पहचान, जीवाश्म ईंधन प्रदूषण को बताया जिम्मेवार
नॉन-टीएच 2 अस्थमा बच्चों में सबसे खराब बीमारियों में से एक है, यदि समय पर सही उपचार नहीं किया गया तो रोगी जीवन भर ...
मॉडल बताता है कि मास्क पहनने, सोशल डिस्टेंसिंग से रोका जा सकता है कोविड-19 संक्रमण
मॉडल दिखाता है कि संक्रमण के प्रकोप को रोका जा सकता है बशर्ते कम से कम 60 फीसदी आबादी इन दोनों उपायों का पालन ...
जीनोम सीक्वेंसिंग में आया सामने, महामारी को बढ़ा सकते हैं कोरोनोवायरस के नए वैरिएंट
जीनोम सीक्वेंसिंग से पता चला है कि कोरोनोवायरस के नए वेरिएंट की उपस्थिति के चलते संक्रमण के मामले में वृद्धि हो सकती है
1970 से 94.6 लाख करोड़ रुपए का नुकसान कर चुकी हैं विदेशी आक्रामक प्रजातियां
इससे होने वाले वार्षिक नुकसान करीब 196,816 करोड़ रुपए है| जो कम होने की जगह हर दशक तीन गुना हो जाता है
वायु प्रदूषण से हर तीन मिनट में एक बच्चे की मौत, राजस्थान सबसे ऊपर
एक अध्ययन में बताया गया है कि देश में प्रति तीन मिनट एक बच्चा अपने निचले फेफड़े के संक्रमण(एलआरआई) के कारण मौत के मुंह ...
साफ पानी, साबुन, शौचालय और टीके की कमी से लाखों पर मंडरा रहा हैजे का खतरा: डब्ल्यूएचओ
2021 के बाद से देखें तो वैश्विक स्तर पर हैजे के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। 2023 में इसके सात लाख मामले सामने ...
साक्षात्कार: समय पर पहचान, बचेगी फसलों की जान
तमिलनाडु के वेल्लूर तकनीकी संस्थान में अध्ययनरत एक युवा ने ऐसा तकनीक तैयार की है, जिससे किसानों को फसलों की पूरी हेल्थ रिपोर्ट मिल ...
संसद में आज: एंडोसल्फान पीड़ितों के लिए 206.305 करोड़ रुपये की मुआवजा राशि
30 जून, 2022 तक कर्नाटक में 201 तथा राजस्थान में 112 स्वाइन फ्लू के मामले थे
संसद में आज: असम और बिहार में कैंसर के लिए आर्सेनिक भी है जिम्मेवार
2022 में असम में कैंसर के मामलों की संख्या लगभग 39,787 और बिहार में 1,09,274 थी
त्वचा संबंधी बीमारियों से पीड़ित 42 फीसदी मरीज नींद की गड़बड़ी से पीड़ित पाए गए: अध्ययन
खुजली के 60 प्रतिशत और जलन या झुनझुनी के 17 प्रतिशत को त्वचा रोगों के रोगियों की नींद में बाधा डालने वाले प्रमुख लक्षणों ...
एशियन टाइगर मच्छर से कम है जीका वायरस के प्रकोप का खतरा
एक नए अध्ययन के अनुसार एशियन टाइगर मच्छर, जीका वायरस की महामारी के लिए एक बड़ा खतरा नहीं है।
भारत में सिर्फ नौनिहाल ही नहीं बुजुर्गों को भी प्रभावित कर रहा है कुपोषण
रिसर्च से पता चला है कि 60 वर्ष से ज्यादा उम्र के करीब 28 फीसदी पुरुषों और 25 फीसदी महिलाओं का वजन सामान्य से ...
'हर कश में जहर': प्रत्येक सिगरेट पर स्वास्थ्य चेतावनी देने वाला पहला देश बना कनाडा
तम्बाकू का उपयोग कनाडा में हर साल 48,000 लोगों की जान ले रहा है। इतना ही नहीं यह सालाना स्वास्थ्य और अर्थव्यवस्था पर करीब ...
एसओई इन फिगर्स 2023: लंपी से 1.86 लाख पशुओं की मौत, राजस्थान में सबसे ज्यादा प्रभाव दिखा
लंपी त्वचा रोग ने अगस्त 2019 में सबसे पहले ओडिशा में दस्तक दी थी। इसके बाद महज 16 महीनों में यह देखते ही देखते ...
विश्व शहर दिवस: 2050 तक शहरों में रहने लगेंगे 10 में से 7 लोग
आज दुनिया की लगभग 55 प्रतिशत आबादी कस्बों और शहरों में रहती है, शहरीकरण का स्तर 2050 तक लगभग 70 प्रतिशत तक पहुंचने का ...
स्मार्टफोन ऐप से लगेगा मच्छरों का पता, मलेरिया से निपटने में मिलेगी मदद
इस तकनीक को ड्रोन और सैटेलाइट इमेज के साथ जोड़ा जाता है, जिससे पहले से अज्ञात मच्छरों के प्रजनन के स्थानों की पहचान की ...
कोविड-19 पर कैसे प्रतिक्रिया करती हैं प्रतिरक्षा प्रणाली की कोशिकाएं, वैज्ञानिकों ने की खोज
नेचुरल किलर (एनके) कोशिकाएं श्वेत रक्त कोशिकाएं होती हैं जो जन्मजात प्रतिरक्षा प्रणाली का हिस्सा होती हैं
ओजोन प्रदूषण क्या है, इसका हम पर और पर्यावरण पर किस तरह के असर पड़ते हैं?
स्टेट ऑफ एयर रिपोर्ट 2020 के मुताबिक दुनिया भर में क्रोनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज (सीओपीडी) से होने वाली हर 9 में से 1 मौत ...
क्या खतरनाक है कोरोना वायरस का नया वैरिएंट ओमिक्रॉन?
विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा कोरोना वायरस के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन को 'वैरिएंट ऑफ कंसर्न' की कैटेगरी में डाला गया है
दुनिया में हैं 128 करोड़ हाइपरटेंशन के मरीज, भारत में पुरुषों की संख्या अधिक
हैरानी की बात है कि इनमें से 58 करोड़ लोग यह नहीं जानते कि वो उच्च रक्तचाप का शिकार हैं जबकि 72 करोड़ लोग ...
भारत में धूम्रपान के कारण हर साल जाती है 10 लाख से ज्यादा लोगों की जान
भारत में धूम्रपान करने के कारण हर साल औसतन 10 लाख लोगों की जान जाती है| इस आंकड़ें में पिछले 30 वर्षों में 58.9 फीसदी का इजाफा हुआ है
जलवायु परिवर्तन की वजह से सर्दियों में भी बढ़ रहा है मच्छरों का प्रकोप:अध्ययन
वैज्ञानिकों ने अध्ययन में पाया कि गर्म होती सर्दियों के चलते मच्छर अधिक सक्रिय हो गए हैं तथा ठंड के मौसम में भी ये ...
भारतीय वैज्ञानिकों ने बनाया वायरसरोधी 3डी-मुद्रित मास्क
वैज्ञानिकों ने एक नए तरह का मास्क विकसित किया है जो संक्रमित कणों के संपर्क में आने पर वायरस पर हमला कर उसे समाप्त ...
पुन: उपयोग किए जाने वाला हाइब्रिड फेस मास्क एसएचजी-95 बना एन95 मास्क का विकल्प
भारत में बने एसएचजी-95 फेस मास्क महीन कणों को रोकने में 90 फीसदी से अधिक कारगर है और इसकी जीवाणुओं को छानने की क्षमता ...