माइक्रोप्लास्टिक का तेजी से पता लगाने के लिए वैज्ञानिकों ने विकसित किया उपकरण
स्वास्थ्य पर माइक्रोप्लास्टिक के कणों के वास्तविक प्रभाव को समझने से पहले, इसकी मात्रा निर्धारित करने के लिए तेज और अधिक प्रभावी तरीकों की ...
जल स्रोतों और स्वास्थ्य के लिए बड़ा खतरा है सड़क और खेतों में डाला जा रहा नमक
वैश्विक स्तर पर मीठे पानी में बढ़ती लवणता सुरक्षित पेयजल, स्वास्थ्य, जैव विविधता, बुनियादी ढांचे और खाद्य उत्पादन को प्रभावित कर रही है
प्रदूषण से न नदियां बचीं और न भूजल
प्रदूषण से नदियां बेमौत मारी जा रही हैं। अब तक किए समस्त प्रयास ऊंट के मुंह में जीरा साबित हो रहे हैं
पेयजल के गंभीर संकट से जूझ रही है दुनिया
दुनियाभर में दस में से तीन लोगों के पास पीने का साफ और सुरक्षित पानी नहीं। अफ्रीकी देशों की हालत सबसे दयनीय
हर बूंद मायने रखती है
जलस्रोतों को कानूनी संरक्षण की जरूरत है ताकि वर्षा जल को संचय किया जा सके। ज्यादातर राज्य दावा करते हैं कि उन्होंने कारगर कदम ...
बदलती जलवायु के कारण दुनिया भर में तेजी से हो रहा है झीलों से वाष्पीकरण
वैज्ञानिकों का अनुमान है कि जलवायु में आते बदलावों के साथ वाष्पीकृत होते पानी की यह मात्रा हर साल 3.12 क्यूबिक किलोमीटर की दर ...
दुनिया भर में खराब सिंचाई के तरीकों से हो सकता है भारी नुकसान: अध्ययन
निकाले गए भूजल की मात्रा का गलत आकलन, स्थायी जल प्रबंधन को खतरे में डालता है, जिससे बड़े पैमाने पर सामाजिक और पर्यावरणीय नुकसान ...
इंसानी गतिविधि और भूमि उपयोग के चलते बढ़ रहा है झीलों में प्लास्टिक प्रदूषण
अध्ययन में पाया गया कि लोगों की अधिक गतिविधि वाले क्षेत्रों में झील के पानी में सूक्ष्म कणों की सांद्रता चौगुनी हो गई थी, ...
एशियाई मानसून में अहम भूमिका निभाती है तिब्बती पठार पर जमीं ताजे पानी की झीलें
सर्दियों के आखिर में बर्फ से ढकी झीलों का तापमान 6 डिग्री सेल्सियस से अधिक हो जाता है, गर्मी बर्फ के आवरण को पिघलाने ...
अब स्मार्टफोन देगा मिट्टी और पानी के प्रदूषण की जानकारी : शोध
इस तकनीक की मदद से आप पानी को पीने से पहले अपने फोन में इसकी एक बूंद डाल कर पता लगा सकते है कि ...
दुनिया भर में 52 फीसदी वेस्ट वाटर का नहीं हो पाता ट्रीटमेंट
दुनिया भर में हर साल लगभग 35,900 करोड़ क्यूबिक मीटर अपशिष्ट जल का उत्पादन होता है, जोकि 14.4 करोड़ ओलंपिक आकार के स्विमिंग पूल ...
आत्महत्या को कम कर सकता है पानी में मौजूद लिथियम : शोध
शोध के अनुसार पानी में स्वाभाविक रूप से मौजूद लिथियम आत्महत्या की दर को कम करने में मददगार होता है
पुरखों की बनाई बेरियों को फिर से किया जीवित, पीने को मिला मीठा पानी
ऐसा कम ही होता है कि परंपरागत जल स्त्रोतों को सरकारें हाथ लगाएं। राजस्थान सरकार ने भुला दी गई सैकड़ों साल पुरानी पारंपरिक बेरियों ...
बांदा में लगा पानी पर पुलिस का पहरा
बांदा शहर को पानी की आपूर्ति करने वाली केन नदी पर कुछ लोगों ने मेढ़ खड़ी कर दी तो वहां पुलिस तैनात करनी पड़ी, ...
संसद में आज: 91.65 करोड़ रुपये है चीता पुनर्वास परियोजना की लागत
अब तक एफटीके के माध्यम से 167.20 लाख से अधिक पानी की गुणवत्ता नमूनों का परीक्षण किया जा चुका है
हर 20 से 50 सवालों के जवाब ढूंढने में आधा लीटर पानी ‘पी’ जाता है चैट जीपीटी!
दुनिया में तेजी से लोकप्रिय होते एआई आधारित प्रोग्राम पर्यावरण पर भी गहरा असर डाल रहे हैं, जिनपर गंभीरता से विचार करने की जरूरत ...
मानचित्र: जानिए, किस हाल में हैं देश के जल निकाय
देशभर में कुल 24,24,540 जल निकाय हैं। इनमें से 97.1 प्रतिशत ग्रामीण व शेष शहरी क्षेत्रों में हैं। इन जल निकायों में से 16.3 ...
कोविड-19 और जलवायु परिवर्तन जितना विनाशकारी है रोगाणुरोधी प्रतिरोध
रोगाणुरोधी प्रतिरोध यानी एंटी-माइक्रोबियल रेजिस्टेंस, एएमआर को एक खामोश महामारी बताता सुनीता नारायण का आलेख-
कर्नाटक ने बनाई मार्च 2022 तक 25 लाख घरों को नल जल उपलब्ध कराने की योजना
कर्नाटक में कुल 91.19 लाख ग्रामीण घर हैं, जिनमें से 28.44 लाख (31.2 फीसदी) घरों को पहले ही नल के जरिए जल आपूर्ति की ...
एक ऐसी तकनीक जो पानी को बना दे 100 फीसदी शुद्ध
शोधकर्ताओं ने दावा किया है कि यह तकनीक पानी से नमक और जहरीले पदार्थों को अलग कर इसे पीने लायक बनाने के साथ-साथ इसमें ...
पेयजल और सफाई सुविधाओं तक लोगों की पहुंच बढ़ी, ग्रामीण-शहरी विषमता कायम: एनएफएचएस-5ं
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा प्रकाशित पांचवें राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण के आंकड़ों के अनुसार अधिकांश राज्यों में उत्तम पेयजल की उपलब्धता में ...
अरावली की पहाड़ियों से बारिश के पानी को रोकने के लिए 17 गांवों में तैयार हो रहे नाडे
मनरेगा राजस्थान में अरावली से जुड़े पारंपरिक जल स्त्रोतों को फिर से पुनजीर्वित किया जा रहा है
2050 तक खत्म हो जायेंगे दुनिया के 42 से 79 फीसदी भूजल स्त्रोत, वैज्ञानिकों का दावा
एक नए अध्ययन में शोधकर्ताओं ने पाया कि लगभग 20 फीसदी नदी घाटियां पहले ही अपनी चरम सीमा तक पहुंच चुकी हैं, जहां जमीन ...
जल संकट का समाधान: 18 साल पहले के प्रयास आ रहे हैं काम
मध्यप्रदेश का एक गांव मिसाल बन गया है कि कैसे डेढ़ दो दशक पहले किए गए कार्यों का फल बाद में मिलता है
जहरीले यूरेनियम को अलग कर भूजल को शुद्ध करने में अहम भूमिका निभाते हैं सूक्ष्म जीव
भूजल में सूक्ष्म जीव ऐसे पदार्थों का उत्पादन करते हैं जो यूरेनियम को बदलने में मदद करते हैं, ताकि यह अधिक आसानी से खनिजों ...