अब स्मार्टफोन से चलेगा मिट्टी की सेहत का पता, छोटे किसानों को होगा फायदा
यह स्मार्टफोन एप्लिकेशन लाखों छोटे किसानों के लिए किफायती, एसओएम और मिट्टी की उर्वरता की स्थिति का तेजी से पूर्वानुमान लगा सकता है
पिपरमेंट की खेती करने वाले किसानों पर समय से पहले हुई बारिश की मार
मेंथा की खेती करने वाले किसानों का कहना है कि इस साल जिस तरह बारिश से खेती बर्बाद हुई, इसी तरह लगभग दस साल ...
ग्राउंड रिपोर्ट: क्या सचमुच किसानों की आमदनी हो पाएगी दोगुनी?
प्रधानमंत्री ने 2022 तक किसानों की आमदनी को दोगुनी करने का लक्ष्य रखा है। इसके लिए कृषि विज्ञान केंद्र ने पायलट प्रोजेक्ट के रूप ...
किसानों को बस समर्थन चाहिए
समय आ गया है कि हम अपने खाने की वास्तविक कीमत पर बात करें,जो हमारे लिए अनाज पैदा करने वाले किसानों के लिए लाभकारी ...
अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस विशेष: परिवार व पति तय करते हैं कि ऑपरेशन कब कराना है
गर्भनिरोधक दवाएं लेनी हों या ऑपरेशन कराना हो, केवल महिलाएं ही आगे आती हैं। सरकार द्वारा अधिक मुआवजा देने के बावजूद पुरुष आगे नहीं ...
मशीनों से की जा रही अंधाधुंध खेती से संकट में पड़े स्टेपी और लिटिल बस्टर्ड पक्षी
अध्ययन के मुताबिक, 2002 से 2019 के बीच स्टेपी-लैंड पक्षी की आबादी में 27 फीसदी की कमी आई है।
आक्रामक सियाम खरपतवार से प्राकृतिक तरीके से निपटा जा सकता है: अध्ययन
शोध में कहा गया है कि, सियाम नामक खरपतवार के फैलने और रोकथाम के लिए सिटीजन साइंस एक प्राकृतिक तरीका हो सकता है
झींगा पालन: वैज्ञानिकों ने जलीय कृषि रोगाणु परीक्षण उपकरण किया विकसित
शोध में कहा गया है की यह उपकरण बीमारी का 100 फीसदी तक शुरुआती पहचान केवल 20 मिनट में कर लेता है
किसानों की किस्मत बदल सकते हैं किसान उत्पादक संगठन, लेकिन...
विपणन की कमी देश में जैविक खेती अपनाने की गति को धीमा कर देती है। यदि पूरी निष्ठा के साथ इसे समर्थन दिया जाए ...
क्या सचमुच पहाड़ की महिलाओं के सिर का बोझ खत्म कर पाएगी घसियारी योजना
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने 30 अक्टूबर में उत्तराखंड में घसियारी योजना की शुरुआत की, लेकिन क्या यह योजना सिरे चढ़ पाएगी
काजू के बागानों को कमजोर करने वाले कीटों और तूफानों से बचा सकती है यह तकनीक
यह तकनीक काजू के पेड़ों को कीटों के हमलों से बचाने, उपज बढ़ाने, हवा तथा चक्रवाती तूफानों से पेड़ों को होने वाले नुकसान के ...
करनाल में किसान महापंचायत, आर-पार की लड़ाई का ऐलान
संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) नेताओं ने कहा कि 27 सितंबर को भारत बंद होगा। वहीं, पंजाब सरकार द्वारा फर्जी मुकदमों को वापस लेने की ...
सूखे में भी फसलों के अधिक पैदावार की संभावना बढ़ी: खोज
वैज्ञानिकों ने पौधों के आनुवंशिक आंकड़ों की खोज की है, जो गर्म होती धरती और सूखा पड़ने पर भी टमाटर और चावल जैसी खाद्य ...
भारत में एक दशक से घट रही है नियमित वेतन पाने वालों की कमाई
इंडिया एम्प्लॉयमेंट रिपोर्ट 2024 के मुताबिक कृषि क्षेत्र में 40.8 फीसदी नियमित और 51.9 फीसदी आकस्मिक श्रमिकों को अकुशल श्रमिकों जितना न्यूनतम मेहनताना भी ...
मराठवाड़ा में पानी का भीषण संकट, 100 परियोजनाएं सूखी, टैंकरों से जलापूर्ति शुरू
साल दर साल कम होती बारिश के कारण मराठवाड़ा रेगिस्तान बनने की कगार पर है
मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव: कितना प्रभावित करेगी एमएसपी में बढ़ोत्तरी की घोषणाएं
मध्यप्रदेश में अभी किसानों से 19 प्रतिशत धान और 35 प्रतिशत गेहूं खरीदा जा रहा है। इसके अलावा पहले खरीद पर दिया जाने वाला ...
अगले 27 वर्षों में जलवायु आपदाओं का शिकार होंगे भारत के 95 फीसदी छोटे किसान: रिपोर्ट
एक रिपोर्ट के मुताबिक, अगले 27 वर्षों में भारत धान की पैदावार के लिए उपयुक्त करीब 450,000 वर्ग किलोमीटर भूमि खो सकता है
बांग्लादेश में लाखों किसान अपना रहे हैं सिंचाई का अनोखा तरीका, भूजल स्तर भी नहीं होता कम
सूखे के मौसम में जल निकासी के कारण कम होते भूजल के स्तर को, बाद में मॉनसून के दौरान नदियों, झीलों और तालाबों से ...
महाराष्ट्र: पीला मोजेक वायरस से लाखों हेक्टेयर सोयाबीन पर संकट
पीला पोजेक रोग के कारण महाराष्ट्र में सोयाबीन का उत्पादन प्रभावित हो सकता है और किसानों को लागत तक न निकलने का डर सता ...
पारंपरिक फसलों के संरक्षण के बावजूद अभी भी कई फसलें विलुप्ति के कगार पर
पिछले 50 वर्षों में बीजों के संरक्षण को सुनिश्चित करने और फसल प्रजनन उनकी उपलब्धता को बढ़ाने के लिए जीन बैंकों का उपयोग किया ...
हर साल 40 फीसदी पैदावार को चट कर जाते हैं कीड़े, जलवायु परिवर्तन के साथ और बढ़ रहा है खतरा
जलवायु परिवर्तन के चलते न केवल फसलों पर कीड़ों का हमला बढ़ रहा है, साथ ही वो और आक्रामक भी बनते जा रहे हैं
तैरते बाग में होती है खेती, जलवायु परिवर्तन का भी नहीं होता है असर
जलवायु परिवर्तन से बाढ़ की आशंका को देखते हुए, तैरते बगीचों को स्थायी कृषि के रूप में अपनाया जा सकता हैं, ये खाद्य सुरक्षा ...
संसद में आज: कोरोना वैक्सीन लेने के बाद 89 लोगों की मौत, लेकिन वैक्सीन जिम्मेवार नहीं
चालू वित्त वर्ष 2020-21 के दौरान मनरेगा के तहत 10.98 करोड़ से अधिक लोगों को रोजगार दिया गया
एसओई 2021: भारतीय किसान क्यों कर रहे हैं आत्महत्या?
स्टेट ऑफ इंडिया'ज एनवायरमेंट 2021 के मुताबिक, 2019 में 10,200 से ज्यादा किसानों और खेतिहर मजदूरों ने अपनी जान ले ली
किसानों पर 21 लाख करोड़ रुपए का कर्ज बकाया, ये हैं राज्यवार आंकड़े
तमिलनाडु पर सर्वाधिक साढ़े तीन लाख करोड़ रुपए का संस्थागत कृषि कर्ज बकाया है