लू की भयंकरता और बढ़ेगी
मई के आखिरी हफ्ते में उत्तर भारत लगातार लू यानी हीटवेव की चपेट में रहा और इससे अब भी राहत मिलती नजर नहीं आ रही ...
जग बीती: क्यों नहीं दिखते किसान के आंसू
उत्तराखंड: धान के बौने रहने की शिकायत, किसान चला रहे खड़ी फसल पर ट्रैक्टर
कृषि विभाग की सलाह पर अपना नुकसान कुछ कम करने के लिए किसान तोरिया की फसल लगा रहे हैं
राजस्थानः पहली बार अलग से पेश होगा कृषि बजट, कर्जमाफी पर बड़ी घोषणा संभव
विशेषज्ञ कहते हैं कि कृषि बजट की परंपरा काफी अच्छी है, इसे निरंतर जारी रखना चाहिए
नेट जीरो उत्सर्जन: कृषि को बनाया जा रहा है बलि का बकरा
कृषि को सबसे बड़ा प्रदूषक बता कर सीमित करना और 2030 तक पशुधन को 30 प्रतिशत तक कम करने का लक्ष्य पर सवाल उठा ...
मानसून सत्र: जानिए पर्यावरण से जुड़े कौन-कौन से विधेयक संसद के इस सत्र में हो सकते हैं पेश
संसद के इस सत्र में पेश होने वाला भारतीय अंटार्कटिक विधेयक, अंटार्कटिक में पर्यावरण की रक्षा करने के साथ-साथ इस क्षेत्र में गतिविधियों को ...
क्या पहली बार मार्च-अप्रैल में 'सूखा' घोषित कर सकती है सरकार?
मार्च-अप्रैल में बारिश न होने और भीषण गर्मी के कारण हिमाचल प्रदेश में सूखे जैसे हालात बन गए हैं और किसानों-बागवानों को भारी नुकसान ...
विश्व कपास दिवस: कपास से दुनिया भर में 10 करोड़ से अधिक परिवारों को होता है फायदा
आज पहला आधिकारिक विश्व कपास दिवस (7 अक्टूबर) है, जिसका उद्देश्य कपास क्षेत्र को बढ़ावा देना, आर्थिक विकास, अंतर्राष्ट्रीय व्यापार और गरीबी उन्मूलन में ...
अब स्मार्टफोन से चलेगा मिट्टी की सेहत का पता, छोटे किसानों को होगा फायदा
यह स्मार्टफोन एप्लिकेशन लाखों छोटे किसानों के लिए किफायती, एसओएम और मिट्टी की उर्वरता की स्थिति का तेजी से पूर्वानुमान लगा सकता है
पिपरमेंट की खेती करने वाले किसानों पर समय से पहले हुई बारिश की मार
मेंथा की खेती करने वाले किसानों का कहना है कि इस साल जिस तरह बारिश से खेती बर्बाद हुई, इसी तरह लगभग दस साल ...
ग्राउंड रिपोर्ट: क्या सचमुच किसानों की आमदनी हो पाएगी दोगुनी?
प्रधानमंत्री ने 2022 तक किसानों की आमदनी को दोगुनी करने का लक्ष्य रखा है। इसके लिए कृषि विज्ञान केंद्र ने पायलट प्रोजेक्ट के रूप ...
किसानों को बस समर्थन चाहिए
समय आ गया है कि हम अपने खाने की वास्तविक कीमत पर बात करें,जो हमारे लिए अनाज पैदा करने वाले किसानों के लिए लाभकारी ...
बधाई हो! आखिरकार कृषि भारत में राजनीतिक एजेंडा बन ही गया
दिल्ली बॉर्डर पर विरोध प्रदर्शनों के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी क्रिसमस के दिन सांता क्लॉस बने। किसानों के लिए फंड का आवंटन किया और ...
उत्तर प्रदेश में लगभग 40 हजार हेक्टेयर में खड़े गन्ने को हुआ कैंसर
रेड रॉट (लाल सड़न) रोग के कारण उत्तर प्रदेश के कई इलाकों में गन्ने की फसल को भारी नुकसान पहुंचा है
फसलों से कीटों से बचाने के लिए कीटनाशक की बजाय यह तरीका अपनाएं किसान
कीटनाशकों को पूरी फसल पर छिड़कने के बजाय, एक सीमित जगह पर सुरक्षा जाल लगा कर उन्हें नष्ट किया जा सकता है
पीएम किसान सम्मान: झारखंड में किसानों को 2,000 रुपए का इंतजार!
झारखंड सरकार की ओर से कुल 2 लाख किसानों का ब्योरा केंद्र को भेजा गया था, लेकिन कई खामियों की वजह से इनको केंद्र ...
आंगनबाड़ी के आहार में अंडा शामिल करने की मांग, 1.20 लाख लोगों ने किया समर्थन
विरोध करने वाले अंडे को मांसाहार बताते हुए इसे संस्कृति विरोधी मान रहे हैं। हालांकि, पोषण आहार में अंडा शामिल करने के पक्ष में ...
आरसीईपी का खतरा टला नहीं है, सचेत रहें किसान
हालांकि भारत आरसीईपी में शामिल होने से इंकार कर चुका है, लेकिन दूसरे देश भारत को मनाने में लगे हैं। ऐसी स्थिति में किसान ...
मुक्त व्यापार समझौतों के खिलाफ खड़े हुए किसान संगठन
भारत सरकार इस वक्त 10 मुक्त व्यापार समझौते की भागीदार है और 6 ऐसे एफटीए हैं जिनमें हस्ताक्षर किए हैं। इससे भारतीय किसानों की ...
बिहार के 18 जिलों में फीसदी से कम हुई बारिश, फसल के नुकसान का अंदेशा
जुलाई-अगस्त में बाढ़ का कहर झेल चुका बिहार अब सूखे की चपेट में आ गया है। सूबे के 18 जिले के 102 प्रखंडों में ...
रीढ़विहीन कृषि शिक्षा -1: किसानी के लिए नहीं है पढ़ाई
डाउन टू अर्थ ने देश की कृषि शिक्षा की अब तक की सबसे बड़ी पड़ताल की है। इसे चार भाग में पढ़ सकते हैं। ...
भावांतर से भरा मन
अधिकांश किसानों का कहना है कि रबी के सीजन में वे योजना के लिए पंजीकरण नहीं कराएंगे। आखिर योजना से इस मोहभंग की वजह ...
अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस विशेष: परिवार व पति तय करते हैं कि ऑपरेशन कब कराना है
गर्भनिरोधक दवाएं लेनी हों या ऑपरेशन कराना हो, केवल महिलाएं ही आगे आती हैं। सरकार द्वारा अधिक मुआवजा देने के बावजूद पुरुष आगे नहीं ...
मशीनों से की जा रही अंधाधुंध खेती से संकट में पड़े स्टेपी और लिटिल बस्टर्ड पक्षी
अध्ययन के मुताबिक, 2002 से 2019 के बीच स्टेपी-लैंड पक्षी की आबादी में 27 फीसदी की कमी आई है।
कैसे आई हरित क्रांति?
पहले वर्ल्ड एग्रीकल्चर प्राइज से सम्मानित एमएस स्वामीनाथन हरित क्रांति के बीजाराेपण की कहानी बता रहे हैं