भोजन कैसे उगाया जाए, इस पर फिर से सोचने की जरूरत
हमें इस बात पर चर्चा करने की जरूरत है कि खेती की लागत कम रखकर भी किसानों का मुनाफा कैसे सुनिश्चित किया जाए
विश्व दलहन दिवस: जलवायु परिवर्तन को कम करने में महत्वपूर्ण योगदान देती है दालें
दालें अत्यधिक पानी कुशल हैं, एक किलो दाल के उत्पादन के लिए 1250 लीटर पानी की जरूरत होती है, जबकि एक किलो बीफ के लिए ...
दुनिया भर में 424 अरब डॉलर के जलीय खाद्य उद्योग के अपने हिस्से से वंचित हैं लाखों लोग
समुद्री भोजन से आशय सभी तरह की मछलियां, शार्क, स्केट्स (एक प्रकार की मछली), रे, सॉफिश, स्टर्जन और लैम्प्रे आदि से है
जिंक के साथ माइक्रोग्रीन्स का बायोफोर्टिफिकेशन कम कर सकता है भुखमरी: शोध
शोध के मुताबिक कृषि से संबंधित बायोफोर्टिफिकेशन तकनीकों का उपयोग करके पोषक तत्वों से भरपूर फसलों का उत्पादन एक स्थायी रणनीति है जो कुपोषण ...
ग्राउंड रिपोर्ट, सरकारी राशन का सच: कार्ड न होने के कारण अनाज ही नहीं, इलाज से भी वंचित हैं लोग
कोटा पूरा होने के कारण राशन कार्ड में नाम नहीं जोड़ा जा रहा है, जिससे लोगों को आयुष्मान कार्ड का लाभ भी नहीं मिल ...
वैज्ञानिकों ने खोजा टिड्डियों के फसल को चट करने से रोकने वाला रसायन: शोध
परीक्षण में पाया गया कि फेनिलैसेटोनिट्राइल (पैन) नामक केमिकल ने टिड्डियों को पीछे हटाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई
परागण करने वाले कीटों की प्रजातियों के संरक्षण में किसाननिभा सकते हैं बेहतर भूमिका: अध्ययन
टीम ने यूरोप, मध्य अमेरिका, एशिया और ओशिनिया के ग्यारह देशों के 560 किसानों का साक्षात्कार लिया ताकि यह पता लगाया जा सके कि ...
छोटी जोत भी हो सकती है पोषण में कमी का कारण
अध्ययन में शामिल गांवों में अधिकतर लोग ऊर्जा तथा पोषण संबंधी जरूरतों के लिए सिर्फ चावल, गेहूं और सब्जियों पर मुख्य रूप से निर्भर ...
एक महीने पहले लग सकता है मानसून का सटीक अनुमान, होगा किसानों को फायदा
किसानों को समय से पहले मानसून संबंधी जानकारी प्रदान करने से उन्हें अप्रत्याशित भारी वर्षा या भयंकर सूखे से निपटने में मदद मिल सकती ...
80 करोड़ भूखे लोगों को मिल सकता है अतिरिक्त अन्न: अध्ययन
एक अध्ययन में वैश्विक कृषि भूमि पर पानी की कमी के साथ-साथ विभिन्न भौगोलिक कारकों का आकलन भी किया गया है
ग्राउंड रिपोर्ट, सरकारी राशन का सच: राशन कार्ड है पर फिर भी नहीं मिल रहा पूरा राशन
जिन लोगों के पास राशन कार्ड है, उन्हें भी पूरा राशन लेने के लिए राशन डिपो धारक पर निर्भर रहना पड़ रहा है
हरे रेगिस्तान का सूखा सच
सीमा के उस पार सिंध में अब भी खेत-खलिहान के साथ ज्यादा छेड़खानी नहीं की गई है
आखिर एक ‘स्वस्थ खुराक’ है क्या ? संयुक्त राष्ट्र ने एक पेपर में की व्याख्या
फूड सिस्टम्स समिट से पहले जारी अपने नए पेपर में संयुक्त राष्ट्र ने खाद्य-पोषण और खाद्य-सुरक्षा पर महत्वपूर्ण बिंदु सामने रखे हैं
बच्चों को फूड मार्केटिंग से बचाने के लिए कानूनी सुरक्षा का अभाव
एफएओ की रिपोर्ट के अनुसार, सख्त कानून बनाकर मां के दूध का विकल्प बन रहे मार्केटिंग उत्पादों को नियंत्रित करने की जरूरत है
भुखमरी-कुपोषण दूर करने वाली सामुदायिक रसोई पर राज्यों की सुस्ती, सुप्रीम कोर्ट ने लगाया जुर्माना
पांच महीने बाद भी पांच राज्यों और दो केंद्र शासित प्रदेश को छोड़कर किसी ने भी नोटिस का जवाब नहीं दिया। इससे नाराज सुप्रीम ...
जानिए, क्या है वैश्विक भूख सूचकांक और क्यों पिछड़ रहा है भारत?
भारत में भूख के चिंताजनक पहलू पर रोशनी डालते वैश्विक भूख सूचकांक (ग्लोबल हंगर इंडेक्स) पर दस सवाल...
युवाओं में भी बढ़ रहा है कुपोषण का खतरा, जलवायु परिवर्तन है वजह
दैनिक तापमान में हर एक डिग्री सेल्सियस की वृद्धि, अस्पताल में कुपोषण के कारण भर्ती मरीजों की संख्या में 2.5 फीसदी की वृद्धि कर ...
खाद्य सुरक्षा की राह में बाधा बनी आस्था
क्या भारतीय खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण धार्मिक भावनाओं को चोट पहुंचाए बिना पूजा स्थलों पर भोजन की गुणवत्ता सुनिश्चित कर सकता है?
दुनिया में 15.5 करोड़ लोग कर रहे जबरदस्त खाद्य संकट का सामना, पांच वर्षों में सबसे ज्यादा बुरे हालात अब
इस संकट के लिए जलवायु परिवर्तन, संघर्ष और कोविड-19 के कारण उपजा आर्थिक संकट मुख्य रूप से जिम्मेवार था।
अमेरिका करता है सबसे ज्यादा मांस की बर्बादी, 18 अरब जानवर मरते हैं बेवजह
अध्ययन के मुताबिक, अमेरिका का स्कोर सबसे खराब है, जैसा कि दक्षिण अफ्रीका और ब्राजील का है। जबकि भारत में, औसत व्यक्ति केवल बहुत ...
50 साल पहले की तुलना में 3 गुना अधिक बढ़ी प्राकृतिक आपदाएं: एफएओ
कृषि से दुनिया भर में 2.5 अरब से अधिक लोगों को रोजगार मिलता है
भूख से होने वाली मौतों को स्वीकार क्यों नहीं करते 'हम'
सरकार पहले तो मौत को भूख के बजाय किसी दूसरी तकनीकी वजह से बताती है, बाद में भूख से लड़ने के लिए चलाई जा ...
क्या सूखा था माया सभ्यता के पतन की वजह? वैज्ञानिकों ने उठाए सवाल
माया सभ्यता में भोजन के रुप में उपयोग हो सकने वाले पौधों की 497 प्रजातियां उपलब्ध थी, जिनमें से कुछ तो ऐसी हैं जो ...
मोटे अनाजों को बढ़ावा देने के लिए मध्यप्रदेश सरकार ला रही मिलेट मिशन
सरकार कई दौर की बैठकों के बाद मिलेट मिशन कॉरपोरेशन बनाने जा रही है। इस प्रोजेक्ट में कोदो, कुटकी, ज्वार, बाजरा, रागी, समा इत्यादि फसलों ...
प्रेरणा: भूख से रोती बच्ची को देखकर शुरू किया अनाज बैंक
उत्तर प्रदेश के आठ जिलों में अनाज बैंक चलाने वाले वाराणसी के राजीव श्रीवास्तव की कहानी उनकी जुबानी