ग्राउंड रिपोर्ट, सरकारी राशन का सच: कार्ड न होने के कारण अनाज ही नहीं, इलाज से भी वंचित हैं लोग
कोटा पूरा होने के कारण राशन कार्ड में नाम नहीं जोड़ा जा रहा है, जिससे लोगों को आयुष्मान कार्ड का लाभ भी नहीं मिल ...
परागण करने वाले कीटों की प्रजातियों के संरक्षण में किसाननिभा सकते हैं बेहतर भूमिका: अध्ययन
टीम ने यूरोप, मध्य अमेरिका, एशिया और ओशिनिया के ग्यारह देशों के 560 किसानों का साक्षात्कार लिया ताकि यह पता लगाया जा सके कि ...
वैज्ञानिकों ने खोजा टिड्डियों के फसल को चट करने से रोकने वाला रसायन: शोध
परीक्षण में पाया गया कि फेनिलैसेटोनिट्राइल (पैन) नामक केमिकल ने टिड्डियों को पीछे हटाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई
एक महीने पहले लग सकता है मानसून का सटीक अनुमान, होगा किसानों को फायदा
किसानों को समय से पहले मानसून संबंधी जानकारी प्रदान करने से उन्हें अप्रत्याशित भारी वर्षा या भयंकर सूखे से निपटने में मदद मिल सकती ...
80 करोड़ भूखे लोगों को मिल सकता है अतिरिक्त अन्न: अध्ययन
एक अध्ययन में वैश्विक कृषि भूमि पर पानी की कमी के साथ-साथ विभिन्न भौगोलिक कारकों का आकलन भी किया गया है
ग्राउंड रिपोर्ट, सरकारी राशन का सच: राशन कार्ड है पर फिर भी नहीं मिल रहा पूरा राशन
जिन लोगों के पास राशन कार्ड है, उन्हें भी पूरा राशन लेने के लिए राशन डिपो धारक पर निर्भर रहना पड़ रहा है
हरे रेगिस्तान का सूखा सच
सीमा के उस पार सिंध में अब भी खेत-खलिहान के साथ ज्यादा छेड़खानी नहीं की गई है
आखिर एक ‘स्वस्थ खुराक’ है क्या ? संयुक्त राष्ट्र ने एक पेपर में की व्याख्या
फूड सिस्टम्स समिट से पहले जारी अपने नए पेपर में संयुक्त राष्ट्र ने खाद्य-पोषण और खाद्य-सुरक्षा पर महत्वपूर्ण बिंदु सामने रखे हैं
बच्चों को फूड मार्केटिंग से बचाने के लिए कानूनी सुरक्षा का अभाव
एफएओ की रिपोर्ट के अनुसार, सख्त कानून बनाकर मां के दूध का विकल्प बन रहे मार्केटिंग उत्पादों को नियंत्रित करने की जरूरत है
भुखमरी-कुपोषण दूर करने वाली सामुदायिक रसोई पर राज्यों की सुस्ती, सुप्रीम कोर्ट ने लगाया जुर्माना
पांच महीने बाद भी पांच राज्यों और दो केंद्र शासित प्रदेश को छोड़कर किसी ने भी नोटिस का जवाब नहीं दिया। इससे नाराज सुप्रीम ...
दुनिया में 15.5 करोड़ लोग कर रहे जबरदस्त खाद्य संकट का सामना, पांच वर्षों में सबसे ज्यादा बुरे हालात अब
इस संकट के लिए जलवायु परिवर्तन, संघर्ष और कोविड-19 के कारण उपजा आर्थिक संकट मुख्य रूप से जिम्मेवार था।
अमेरिका करता है सबसे ज्यादा मांस की बर्बादी, 18 अरब जानवर मरते हैं बेवजह
अध्ययन के मुताबिक, अमेरिका का स्कोर सबसे खराब है, जैसा कि दक्षिण अफ्रीका और ब्राजील का है। जबकि भारत में, औसत व्यक्ति केवल बहुत ...
50 साल पहले की तुलना में 3 गुना अधिक बढ़ी प्राकृतिक आपदाएं: एफएओ
कृषि से दुनिया भर में 2.5 अरब से अधिक लोगों को रोजगार मिलता है
भूख से होने वाली मौतों को स्वीकार क्यों नहीं करते 'हम'
सरकार पहले तो मौत को भूख के बजाय किसी दूसरी तकनीकी वजह से बताती है, बाद में भूख से लड़ने के लिए चलाई जा ...
क्या सूखा था माया सभ्यता के पतन की वजह? वैज्ञानिकों ने उठाए सवाल
माया सभ्यता में भोजन के रुप में उपयोग हो सकने वाले पौधों की 497 प्रजातियां उपलब्ध थी, जिनमें से कुछ तो ऐसी हैं जो ...
मोटे अनाजों को बढ़ावा देने के लिए मध्यप्रदेश सरकार ला रही मिलेट मिशन
सरकार कई दौर की बैठकों के बाद मिलेट मिशन कॉरपोरेशन बनाने जा रही है। इस प्रोजेक्ट में कोदो, कुटकी, ज्वार, बाजरा, रागी, समा इत्यादि फसलों ...
प्रेरणा: भूख से रोती बच्ची को देखकर शुरू किया अनाज बैंक
उत्तर प्रदेश के आठ जिलों में अनाज बैंक चलाने वाले वाराणसी के राजीव श्रीवास्तव की कहानी उनकी जुबानी
महिलाओं की चिंता नहीं कर रही वैश्विक खाद्य प्रणाली, संयुक्त राष्ट्र की रिपोर्ट
सितंबर में होने वाले खा़द्य-प्रणाली सम्मेलन से पहले संयुक्त राष्ट्र ने चेतावनी दी कि शक्ति के असमान ढांचे को समावेशी निर्णय-प्रक्रिया में तब्दील करने ...
अनिल अग्रवाल डायलॉग: पोषणयुक्त भोजन के लिए सतत खाद्य प्रणाली को अपनाना होगा
विशेषज्ञों ने माना सभी तरह के खाद्यानों को प्रकृती के साथ सौहार्द बनाते हुए उच्च उत्पादकता को पाने के साथ पोषकता को बनाए रखना ...
गेहूं संकट: सरकारी खरीद का लक्ष्य नहीं हो पा रहा पूरा, खाद्य सुरक्षा पर संकट बढ़ा
निर्यात पर प्रतिबंध के बावजूद व्यापारी किसानों से गेहूं एमएसपी से अधिक कीमत पर खरीद रहे हैं
उत्तरी अटलांटिक में आई मौसमी गड़बड़ी के चलते भारत में पड़ रहा है सूखा
आईआईएससी द्वारा किए शोध के अनुसार पिछले 100 वर्षों में मानसून के दौरान पड़ने वाले सूखे की करीब आधी घटनाओं के लिए उत्तरी अटलांटिक ...
कई बीमारियों में लाभदायक है ऊंटनी का दूध
ऊंटनी दूध के घटक पौष्टिक दृष्टिकोण से उत्कृष्ट हैं, क्योंकि इसमें एंटी-बैक्टीरिया और एंटी-वायरल पदार्थों का उच्च अनुपात उपस्थित होता है।
लॉकडाउन के 26 दिन बाद भी बिहार के गरीबों को फ्री राशन का इंतजार
लॉकडाउन की घोषणा के साथ ही बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भरोसा दिलाया था कि किसी को भी राशन की कमी नहीं होने ...
झारखंड में लॉकडाउन: सरकार की राहत योजनाओं में हैं गंभीर खामियां: सर्वेक्षण
भोजन का अधिकार अभियान संगठन के सर्वेक्षण में यह बात सामने आई है कि लॉकडाउन के दौरान झारखंड सरकार द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों में चलाई ...
कोरोना के कारण दुनियाभर में भोजन के लिए मच रहा कोहराम
कोविड-19 के कारण अब दुनियाभर में खाद्य पदार्थों की मारामारी शुरू हो गई है। आने वाले दिनों में यह संकट और विकराल हो सकता ...