जलवायु परिवर्तन से निपटने के लिए किस तरह हो भूमि उपयोग, वैज्ञानिकों ने दी सलाह
भूमि-उपयोग में बदलाव करने वाले कारण और प्रभाव विश्व स्तर पर परस्पर जुड़े हुए होते हैं और वे दूर-दूर तक फैले होते हैं।
सूखा सहन करने वाली फसलें बेहतर पोषण और टिकाऊ कृषि के लिए अहम
सूखा सहन करने वाली फसलों को उगाने से सिंचाई के लिए उपयोग किए जाने वाले ताजे पानी की मांग विश्व स्तर पर 11 फीसदी ...
अमेरिका में औसतन आठ में से एक परिवार के बच्चों को पर्याप्त भोजन नहीं
पूरे अमेरिका में कोरोनावायरस महामारी से लाखों बच्चे प्रभावित है, तुरंत एक करोड़ चालीस लाख बच्चों को भोजन चाहिए
क्या सच में जलवायु परिवर्तन के कारण बढ़ सकती है धान की पैदावार
तापमान में हो रही वृद्धि के कारण ठन्डे इलाकों में भी धान की एक से ज्यादा बार फसल प्राप्त की जा सकती है
मधुमक्खियों-भौरों की मौत का कारण बन रहा है भारत का वायु प्रदूषण
बेंगलुरु के नेशनल सेंटर फॉर बायोलॉजिकल साइंसेज में शैनन ओलसन के नेतृत्व में गीता थिमेगौड़ा और उनके सहयोगियों ने 1800 से अधिक जंगली मधुमक्खियों ...
एक सोलर पैनल करेगा दो काम, बिजली के अलावा मिलेगी अच्छी फसल
'एग्रीवोल्टिक्स' नामक यह तकनीक ने केवल किसानों के लिए फायदेमंद है साथ ही इसकी मदद से सोलर एनर्जी में भी वृद्धि की जा सकती ...
पौधों के लिए खतरनाक है ओजोन, परागणकों के लिए फूलों को ढूंढना बना रहा है कठिन
ओजोन प्रदूषण फूलों का रंग बदल सकता है, परागणकों को देखने के संकेतों पर असर डाल सकता है, पराग के साथ सीधे प्रतिक्रिया कर ...
100 करोड़ अतिरिक्त लोगों का भर सकता है पेट, पशु चारे में करना होगा बदलाव
अध्ययन के निष्कर्ष दर्शाते हैं कि प्राकृतिक संसाधनों पर अतिरिक्त दबाव डाले बिना यह बदलाव 13 फीसदी अतिरिक्त लोगों की खाद्य जरूरतों को पूरा ...
मध्य प्रदेश: कुपोषण बनाम कुनीति
मध्यप्रदेश में बच्चों में एनीमिया में कमी की दर 0.1 प्रतिशत और गर्भवती महिलाओं में 0.3 प्रतिशत है. ऐसे सूचकों के सामने होने के ...
मध्यप्रदेश में कुपोषण एवं पोषण-आहार की तथा-कथा
जुलाई-अगस्त 2015 में बहुत जोश-खरोश के साथ आंगनवाडी केन्द्रों में दूध देने का प्रावधान किया गया था, क्योंकि प्रोटीन के लिए अंडे नहीं देने ...
बढ़ते तापमान के कारण बदल रहा है कीटों का व्यवहार, खतरे में हैं परागण करने वाले महत्वपूर्ण कीट
कीटों की 100 से अधिक प्रजातियों का अध्ययन किया गया ताकि यह बेहतर ढंग से समझा जा सके कि तापमान में होने वाले बदलाव ...
जलवायु परिवर्तन के चलते भारत में जीडीपी को हो सकता है 35.1 फीसदी तक का नुकसान
भारत में सबसे ज्यादा नुकसान स्वास्थ्य, कृषि और पर्यटन को होगा जिसके लिए उससे निपटने की हमारी तैयारियों में कमी भी काफी हद तक ...
कोविड-19 महामारी के चलते हर रोज 153 बच्चों की जान ले सकता है कुपोषण
दुनिया भर में 5 वर्ष से कम आयु के 45 फीसदी बच्चों की मौत के लिए कुपोषण जिम्मेवार है, जबकि इसी आयु वर्ग का ...
दुनिया भर में जानलेवा तंबाकू की फसलों को सब्सिडी देना बंद करे सरकारें: डब्ल्यूएचओ
120 से अधिक देशों में 30 करोड़ हेक्टेयर से अधिक भूमि का उपयोग घातक तंबाकू उगाने के लिए किया जा रहा है, यहां तक ...
विश्व मधुमक्खी दिवस 2023: दुनिया की 75 फीसदी खाद्य फसलों को पालती हैं मधुमक्खियां
दुनिया की लगभग 90 फीसदी जंगली फूलों वाली पौधों की प्रजातियां, पूरी तरह से या आंशिक रूप से जीवों के परागण पर निर्भर करती ...
59 फीसदी किसानों ने कहा, एमएसपी पर बने कानून: सर्वे
अपने बच्चों को भी किसान बनते देखना चाहते हैं 34 फीसदी किसान, जबकि 51 फीसदी ने माना उनके लिए फायदेमंद है खेती
अरुणाचल में मिली मधुमक्खी की नई प्रजाति, इसका नाम सेराटिना तवांगेंसिस रखा गया
यह अनोखी प्रजाति तवांग जिले में 1,600 से 2,300 मीटर की ऊंचाई पर पाई जा सकती है, यह एक चमकदार काले रंग की है ...
जलवायु परिवर्तन की वजह से करोड़ों मोनार्क तितलियों की गई जान, जानें सफेद धब्बे कैसे मददगार हैं
शोध में 400 जंगली मोनार्क तितलियों के पंखों का विश्लेषण किया गया, उनके रंग के अनुपात को मापा, इसमें पाया कि सफल प्रवासी मोनार्क ...
प्रदूषण, कीटनाशक या जलवायु परिवर्तन में से कौन है भौंरे, मधुमखियों और तितलियों जैसे परागणकों के लिए सबसे बड़ा खतरा
रिसर्च से पता चला है कि जलवायु परिवर्तन परागणकों के लिए प्रमुख खतरा बनकर उभरा है, जिसे नियंत्रण करना सबसे कठिन है
जलवायु परिवर्तन ने 2022 के गर्मी के मौसम में सूखे को 20 गुना अधिक बढ़ाया
मानवजनित जलवायु परिवर्तन ने कृषि और पारिस्थितिकी सूखे को लगभग 3 से 4 गुना अधिक कर दिया
आवरण कथा: अनाज से गायब हुए पोषक तत्व, अब शरीर को पहुंचा रहे हैं नुकसान
पहली बार भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (आईसीएआर) के वैज्ञानिकों ने इन आधुनिक किस्मों के गेहूं और चावल के पोषण मूल्य को जांचा है
साधनों की कमी के चलते भुखमरी की कगार पर हैं 4.5 करोड़ लोग: डब्ल्यूएफपी
भुखमरी की कगार पर पहुंच चुके इन लोगों की संख्या वर्ष की शुरुवात में करीब 4.2 करोड़ थी, जबकि 2019 में यह आंकड़ा 2.9 करोड़ था
दुनिया भर में कैसा है टिकाऊ कृषि का भविष्य
सतत कृषि या सस्टेनेबल एग्रीकल्चर मैट्रिक्स राष्ट्रीय स्तर पर टिकाऊ कृषि के लिए स्वतंत्र और पारदर्शी माप की जानकारी प्रदान करता है।
कृषि में कितनी मात्रा में हो नाइट्रोजन का उपयोग, वैज्ञानिकों ने दिखाई राह
जब नाइट्रोजन का एक बड़ा हिस्सा फसलों द्वारा उपयोग नहीं किया जाता है, तो यह नाइट्रेट के रूप में भूजल, नदियों, झीलों आदि में ...
खास खबर: फसल की बर्बादी ने बढ़ाई खाने की थाली की कीमत
दुनियाभर में खाद्य मुद्रास्फीति अप्रत्याशित ऊंचाई पर पहुंच गई है। चरम मौसम की घटनाओं से फसलों को पहुंचा नुकसान इसके मूल में है। इस ...