भूजल में गिरावट से सर्दियों में होने वाली खेती में 68 फीसदी तक आ सकती है कमी: अध्ययन
भारत में भूजल को छोड़कर यदि सिंचाई के लिए अन्य स्रोतों से पानी की व्यवस्था नहीं की जाती है तो सर्दियों में उगने वाली ...
तीन-चौथाई जरूरतमंद परिवारों को सितम्बर 2020 में नहीं मिला मुफ्त राशन: सर्वे
लॉकडाउन के दौरान फरवरी में करीब दो तिहाई (69 फीसदी) ने अपना काम खो दिया था, इनमें से 20 फीसदी को अभी भी काम नहीं ...
फायदे की बजाय नुकसान पहुंचा रही हैं जलवायु अनुकूलन के लिए बनाई परियोजनाएं
जलवायु परिवर्तन और उससे उपजे संकट से निपटने के लिए शुरु की गई परियोजनाएं हाशिए पर रहे लोगों की मुसीबतों को और बढ़ा रही ...
59 फीसदी भारतीयों ने माना दुनिया में चल रहा है जलवायु आपातकाल: सर्वे
सर्वेक्षण में शामिल 50 से भी ज्यादा देशों के दो-तिहाई लोगों ने इस समय को जलवायु आपातकाल माना है
नहीं मिली सरकारी मदद, कोरोना से उपजे आर्थिक संकट के सामने असहाय 270 करोड़ लोग
ऑक्सफेम की नई रिपोर्ट के मुताबिक, दुनिया की एक तिहाई आबादी को कोई सरकारी सहायता नहीं मिली है
जलवायु संकट: पराग कणों को ले जाने से भौंरा हो रहा है दो डिग्री से अधिक गर्म
मधुमक्खी के शरीर का तापमान प्रत्येक मिलीग्राम पराग के लिए 0.07 डिग्री सेल्सियस बढ़ा, पूरी तरह से परागण से लदी मधुमक्खियां बिना परागण की ...
आज क्यों मनाया जाता है नेल्सन मंडेला अंतर्राष्ट्रीय दिवस?
नेल्सन मंडेला फाउंडेशन और संयुक्त राष्ट्र सभी लोगों से अनुरोध करता है कि वे अपना 67 मिनट का समय दूसरों की मदद करने में ...
जलवायु से जुड़ी आपदाओं के चलते अपने ही देश में शरणार्थी बन गए थे 38.6 लाख भारतीय
2020 में जलवायु से जुड़ी आपदाओं जैसे बाढ़, सूखा और तूफान आदि के चलते करीब 38.6 लाख भारतीय विस्थापित हुए थे
जलवायु परिवर्तन के चलते दुनिया के एक तिहाई खाद्य उत्पादन पर मंडरा रहा है संकट
यदि वैश्विक स्तर पर हो रहा उत्सर्जन इसी दर से जारी रहता है तो दुनिया के खाद्य उत्पादक क्षेत्रों में वर्षा और तापमान में ...
भारत में तीन में से दो बच्चों की मौत का कारण कुपोषण : सर्वे
राष्ट्रीय पोषाहार मिशन 2022 के लिए लक्ष्य तय किया गया है, लेकिन उसके बावजूद मामले बढ़ते जा रहे हैं
गोदामों में जमा है बफर स्टॉक से दोगुना ज्यादा अनाज, खराब हुआ 1150 टन
31 जुलाई 2019 तक अनाज गोदामों में 711 मिलियन टन अनाज भरा हुआ था, जो तय नियमों से लगभग दोगुणा अधिक है
भारत में भूख का स्तर गंभीर
12 अक्टूबर को जारी वैश्विक भूख सूचकांक बताता है कि देश में भूख और कुपोषण की समस्याएं व्यापक स्तर पर फैली हुई हैं।
नई सरकार, नई उम्मीदें: खाने-पीने की चीजों में रसायनों और कीटनाशकों के इस्तेमाल पर लगे रोक
भारत में खाने की चीजों की नियमित जांच बहुत कम होती है और जांच के नतीजे भी सार्वजनिक नहीं किए जाते हैं
धन्यवाद मोदी जी
मौजूदा राजनीतिक माहौल में आभार जताना भी एक राजनीतिक प्रोपेगैंडा बन गया है
स्वास्थ्य और पर्यावरण के लिए बड़ा खतरा है कृषि में उपयोग हो रहा 1.25 करोड़ टन प्लास्टिक
कृषि से जुड़ी सप्लाई चेन में हर साल करीब एक करोड़ 25 लाख टन प्लास्टिक का इस्तेमाल किया जाता है जोकि स्वास्थ्य और पर्यावरण ...
नीति आयोग का शहरी सूचकांक : एसडीजी हासिल करने में शिमला पहले और 20वें पायदान पर दिल्ली
डैशबोर्ड के अनुसार 56 में से 21 शहर अपनी नगरपालिका में ठोस कचरे का 100 फीसदी उपचार कर रहे हैं। वहीं 31 शहरी क्षेत्रों ...
चेतावनी:जलवायु में बदलाव के चलते स्वास्थ्य से लेकर खाद्य सुरक्षा पर मंडरा सकता है संकट
अध्ययन के मुताबिक उष्णकटिबंधीय इलाकों में, गर्म दिन औसत दिनों की तुलना में काफी अधिक गर्म होंगे, जिसका असर अफ्रीका, एशिया और अमेरिका के ...
महासागरीय अम्लता के आंकड़ों से लगाया जा सकता है अल नीनो का पूर्वानुमान
शोध के मुताबिक जलवायु मॉडल एक आवश्यक बदलाव के रूप में समुद्र की अम्लता के बारे में भी पता लगाते हैं, जिसकी मदद से ...
स्थानीय आंकड़ों के सही उपयोग से कई गुणा बढ़ सकती है फसल की पैदावार
शोध के मुताबिक मौसम, मिट्टी और फसल प्रबंधन संबंधी स्थानीय आंकड़ों के सही से उपयोग करने से पैदावार बढ़ाने संबंधी चुनौतियों का समाधान किया ...
खानपान और दुरुस्त रहने के लिए युवाओं को महात्मा गांधी की सीख
खानपान को लेकर गांधी के नजरिये का सार था- सादगी। उनके लिए खाने का मतलब ऐसी चीज से था जिससे शरीर को ऊर्जा मिले ...
हवा और सौर ऊर्जा से भोजन उगाना है फसल बोने से ज्यादा फायदेमंद
विश्लेषण से पता चला कि हवा से भोजन उगाना जमीन में सोयाबीन उगाने की तुलना में 10 गुना अधिक कुशल और फायदेमंद है। उत्पादित ...
पिछले 20 वर्षों में भारत सहित दुनिया के 150 करोड़ लोगों को सूखे ने किया है प्रभावित
1998 से 2017 के बीच 150 करोड़ से भी ज्यादा लोग सीधे तौर पर सूखे से प्रभावित हुए हैं, साथ ही इससे वैश्विक अर्थव्यवस्था को 9.2 लाख करोड़ रुपए का नुकसान हुआ ...
एसओई इन फिगर्स 2022: 71 फीसदी भारतीयों की पहुंच से बाहर है सेहतमंद आहार
देश की एक बड़ी आबादी अभी भी पोषक आहार से दूर है। देखा जाए तो भारत में खान-पान से जुड़ी बीमारियां हर साल 17 ...
खाद्य संकट: दो साल में खाद्य असुरक्षा का सामना कर रही आबादी की संख्या दोगुनी हुई, संयुक्त राष्ट्र महासचिव
संयुक्त राष्ट्र एजेंसियों ने रूसी-यूक्रेन युद्ध को देखते हुए देशों से खाद्य उत्पादन बढ़ाने और निर्यात बंद नहीं करने का आह्वान किया