दुनिया भर में आंख सम्बन्धी विकारों से ग्रस्त हैं 110 करोड़ लोग, 4.3 करोड़ हैं नेत्रहीन
2020 में करीब 59.6 करोड़ लोगों में दूरदृष्टि दोष था, जिनमें से करीब 4.3 करोड़ लोगों की आंखों की रौशनी छिन चुकी है| वहीं ...
अपने आकार में बदलाव कर एंटीबायोटिक से बच सकता है बैक्टीरिया
कोशिकाओं के आकार में परिवर्तन करके बैक्टीरिया एंटीबायोटिक दवाओं को सहने के ज्यादा काबिल बन सकते हैं
नीदरलैंड के किशोरों से 15.2 सेमी ठिगने हैं भारतीय किशोर, ये हैं वजह
इंपीरियल कॉलेज लंदन के शोध में 193 देशों के पांच से 19 आयु वर्ग के 6.5 करोड़ बच्चों के स्वास्थ्य सम्बन्धी आंकड़ों का विश्लेषण ...
झीलों के गर्म होने का पूर्वानुमान लगाना हुआ संभव, वैज्ञानिकों ने विकसित की प्रणाली
झीलों के गर्म होने के पूर्वानुमान लगने से सैल्मन और ट्राउट मछलियों को होने वाले खतरों से बचाया जा सकेगा
आर्कटिक में बदल रहा है बर्फ के पिघलने का समय
ग्लोबल वार्मिंग के चलते आर्कटिक में गर्मियों का तापमान सामान्य से अधिक हो गया है। जिसक सीधा असर वहां के पेड़-पौधों पर पड़ रहा ...
जानते हैं, समय से पहले क्यों हो रहा है बच्चों का जन्म?
शोधकर्ताओं के अनुसार जब तापमान 32.2 डिग्री सेल्सियस से अधिक हो गया तो समय से पहले पैदा होने वाले बच्चों की जन्म दर में ...
रोजगार मिलने पर भी बदहाल
दिहाड़ी मजदूरों और असंगठित क्षेत्र में काम करने वाले गरीबी में जिंदगी गुजार रहे हैं। इनमें उन लोगों का अच्छा खासा प्रतिशत है जिनके ...
क्या इस साल फिर गेहूं संकट का सामना करेगा देश, गर्मी ने बढ़ाई किसानों की चिंता
गेहूं उत्पादक राज्यों में फरवरी के पहले सप्ताह में पिछले सात साल के औसत से तापमान अधिक रहा
2024 में लगातार तीसरे महीने मार्च ने तोड़े गर्मी के पिछले सारे रिकॉर्ड, 1.68 डिग्री ज्यादा रहा तापमान
इस साल कोई भी महीना ऐसा नहीं रहा जिसने बढ़ते तापमान के रिकॉर्ड न बनाए हों। इसी तरह यह लगातार 10वां महीना है जब ...
भारत समेत पड़ोसी देशों के करोड़ों लोगों को घातक गर्मी का सामना करना पड़ेगा: शोध
शोध के मुताबिक, सदी के अंत तक बढ़ते तापमान के कारण भारत और सिंधु घाटी सहित दुनिया के कुछ सबसे अधिक आबादी वाले क्षेत्रों ...
जलवायु संकट: अगले पांच वर्षों में 1.5 डिग्री सेल्सियस की सीमा को पार कर सकता है तापमान
रिपोर्ट में इस बात की भी 93 फीसदी आशंका जताई है कि वर्ष 2022 से 2026 के बीच कोई एक साल ऐसा हो सकता ...
जीवित रहने के लिए हम झेल सकते हैं कितनी गर्मी, शोधकर्ताओं ने लगाया पता
मनुष्य के अस्तित्व के लिए वेट-बल्ब तापमान सीमा तापमान और आर्द्रता के अधिकतम मिश्रण की ओर इशारा करती है, जिसे मनुष्य एक निश्चित अवधि ...
कॉप-28: 50 डिग्री से अधिक गर्मी में रहने वाली दुनिया के लिए ठंडा करने के बुनियादी ढांचे अहम: रिपोर्ट
दुनिया भर में सरकारों को यह पहचानना चाहिए कि ठंडा करना या शीतलन एक महत्वपूर्ण सेवा है और इसे प्रदान करने वाले बुनियादी ढांचे ...
बढ़ते तापमान के कारण हिमालय का 90 प्रतिशत हिस्सा साल भर करेगा सूखे का सामना: अध्ययन
नए शोध के अनुसार, अगर ग्लोबल वार्मिंग 3 डिग्री सेल्सियस बढ़ जाती है तो हिमालयी इलाकों के लगभग 90 फीसदी हिस्से साल भर सूखे ...
प्लास्टिक मुक्त दुनिया: पेरिस बैठक के पहले दिन राजनीति में अटका पेंच, धीमी रही प्रगति
प्रतिनिधियों के चुनाव पर आम सहमति न बन पाने के कारण अब ड्राफ्ट नियमों पर चर्चा करने के लिए बहुत सीमित समय बचा है
1.5 डिग्री सेल्सियस के लक्ष्य से 30 गुना ज्यादा उत्सर्जन कर रहा है दुनिया का अमीर वर्ग
उसके विपरीत दुनिया के सबसे कमजोर तबके की करीब 50 फीसदी आबादी प्रति व्यक्ति उस सीमा से कई गुना कम उत्सर्जन कर रही है
धरती बचाने का प्लान ‘बी’
क्या फौजी ताकत बढ़ाने पर खर्च होने वाली धनराशि धरती बचाने पर नहीं लगाई जा सकती?
शिक्षा भी है लम्बे जीवन की कुंजी, पढ़ाई पर बिताए हर साल से मृत्युदर में देखी गई दो फीसदी की कमी
रिसर्च में यह भी सामने आया है कि स्कूल न जाना स्वास्थ्य के नजरिए से एक दशक तक हर दिन दस सिगरेट पीने जितना ...
भारतीय-प्रशांत महासागर के गर्म होने से भारत में बदल रहा है बारिश का पैटर्न
हाल ही में वैज्ञानकों को भारतीय-प्रशांत महासागर के एक हिस्से के तेजी से गर्म होने का पता चला है। जिसके कारण भारत सहित दुनिया ...
जानिए, क्या है वैश्विक भूख सूचकांक और क्यों पिछड़ रहा है भारत?
भारत में भूख के चिंताजनक पहलू पर रोशनी डालते वैश्विक भूख सूचकांक (ग्लोबल हंगर इंडेक्स) पर दस सवाल...
जलवायु परिवर्तन पर चिंता: जानें कब से हुई शुरू और क्या है पेरिस समझौता
16 साल की ग्रेटा थनबर्ग के रोषपूर्ण भाषण के बाद एक बार फिर से दुनिया भर में जलवायु परिवर्तन को लेकर गंभीर चर्चा शुरू ...
जलवायु परिवर्तन से 10 फीसदी तक गिर सकती है भारतीय अर्थव्यवस्था!
कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय के अध्ययन में कहा गया है कि जहां वैश्विक अर्थव्यवस्था में 7 फीसदी की गिरावट आ सकती हैं, वहीं भारत की अर्थव्यवस्था पर ...
हीट वेव : 2050 तक 250 करोड़ लोगों के पास होंगे एयरकंडीशनर
जिन देशों में अब तक एसी की जरूरत नहीं रहती थी, अब वहां भी तापमान व लू बढ़ने से घरों में एसी लगाने पड़े ...
जलवायु परिवर्तन का आपातकाल बहुत हद तक विकसित देशों की देन है : कैथरीन रोवेट
लोग उन चीजों के लिए मतदान करते रहे, जिनके बारे में हम सबको पता है कि हकीकत में वे किसी भी तरह से मूल्यवान ...
मुंबई की बारिश ने फिर साबित किया जलवायु परिवर्तन नहीं है कोई भ्रम
बाढ़ की स्थिति पैदा कर देने वाली वर्षा महज कुछ घंटों में हो रही है जबकि एक लंबा अंतराल सूखे जैसी स्थिति से गुजर ...