हर साल 2,675 एयरबोर्न माइक्रोप्लास्टिक के कणों के सम्पर्क में आ रहे हैं लोग: अध्ययन
अध्ययन के अनुसार, निम्न और मध्यम आय वाले देशों के घरों के अंदर मिली माइक्रोप्लास्टिक की उच्च मात्रा
लॉकडाउन खत्म होने के बाद चीन में फिर बढ़ा प्रदूषण का स्तर
चीन में वायु प्रदूषण बढ़ने से एक सवाल यह उठ खड़ा हुआ है कि क्या उसने प्रदूषण को रोकने के लिए मिला एक सुनहरा ...
बढ़ते वजन और मोटापे से परेशान है हर तीन में से एक व्यक्ति: रिपोर्ट
दुनिया भर में हर तीन में से एक व्यक्ति बढ़ते वजन और मोटापे से परेशान है, जबकि आज भी करीब 82 करोड़ लोगों को भरपेट ...
विश्व उच्च रक्तचाप दिवस 2024 : दुनिया भर में आधे से अधिक लोग इस बात से अनजान हैं कि उन्हें हाई बीपी है
इस साल की थीम "अपने रक्तचाप को सटीकता से मापें, इसे नियंत्रित करें, लंबे समय तक जीवित रहें" है।
एंटीबायोटिक के मुकाबले मवेशियों में इस्तेमाल होने वाला ईवीएम अधिक प्रभावी: सीएसई
- मवेशियों में रोगों के निदान के लिए पारंपरिक रूप से ईवीएम का उपयोग किया जाता है
आखिर क्यों हो जाती हैं सीवर लाइन फेल, वैज्ञानिकों ने खोजा कारण
वैज्ञानिकों ने इसके लिए कमजोर कंक्रीट और भारी वाहनों के आवागमन को सबसे बड़ी वजह माना है
भारत में 2.1 करोड़ मधुमेह रोगियों की नजर हैं कमजोर, 24 लाख हैं दृष्टिहीन
अध्ययन के मुताबिक, मधुमेह से पीड़ित लोगों में डायबिटिक रेटिनोपैथी की तुलना में आंख में मोतियाबिंद के कारण दिखाई न देना और अंधापन का ...
शैवालों के विटामिन बी12 की क्षमता, जलवायु परिवर्तन तथा महासागर के जीवों पर डाल रही है असर
शैवाल के चयापचय के लिए विटामिन बी12 महत्वपूर्ण है और क्योंकि यह उन्हें एक प्रमुख अमीनो एसिड को तेजी से बनाने में मदद करता ...
जलवायु और वायु गुणवत्ता नियमों को न किया गया मजबूत तो बढ़ सकता है ओजोन संबंधी मौतों का आंकड़ा
दुनिया भर में ओजोन प्रदूषण हर साल 365,000 जिंदगियां को लील रहा है। इसमें से 46 फीसदी मौतें केवल भारत में हो रहीं हैं
कॉप-26: गर्म होती जलवायु से फल-फूल रहे हैं जहरीले शैवाल
गर्म जलवायु विषाक्त शैवाल के विकास के लिए अच्छी होती है और यह वहां रहने वाले अन्य जीवों के विकास को रोक सकती है ...
चेतावनी:जलवायु में बदलाव के चलते स्वास्थ्य से लेकर खाद्य सुरक्षा पर मंडरा सकता है संकट
अध्ययन के मुताबिक उष्णकटिबंधीय इलाकों में, गर्म दिन औसत दिनों की तुलना में काफी अधिक गर्म होंगे, जिसका असर अफ्रीका, एशिया और अमेरिका के ...
आज भी खाना पकाने के लिए दूषित ईंधन का प्रयोग कर रही है दुनिया की 36 फीसदी आबादी
280 करोड़ लोग आज भी खाना पकाने के लिए लकड़ी, कोयला और चारकोल जैसे पारम्परिक ईंधनों का प्रयोग कर रहे हैं। वहीं अनुमान है ...
दुनिया भर की नदियां पहुंचा रही हैं महासागरों में जहरीली और भारी धातुएं
महासागरों में पारा जैसे जहरीली और भारी धातुएं पहुंचाने में अमेजन नदी सबसे ऊपर है, इसके बाद भारत और बांग्लादेश में गंगा और चीन ...
ग्लोबल वार्मिंग के चलते दक्षिण पूर्व एशिया में लगातार बढ़ेगी लू की घटनाएं: अध्ययन
शोधकर्ताओं ने चेतावनी देते हुए कहा कि तीव्र लू (हीटवेव) चलने की घटना जो 50 वर्षों में मुश्किल से केवल एक बार होती थी, ...
गर्भावस्था में वायु प्रदूषण का संपर्क डाल सकता है बच्चों की शिक्षा पर असर
जन्म से पूर्व वायु प्रदूषण के संपर्क में रहने के कारण आगे चलकर बच्चों में बौद्धिक और तार्किक क्षमता का विकास पूरी तरह नहीं ...
सदी के अंत तक 840 करोड़ लोगों पर मंडराने लगेगा डेंगू और मलेरिया का खतरा
हैरानी की बात है कि आज जिस तरह जलवायु में बदलाव आ रह है उसकी वजह से मच्छर उन स्थानों पर भी पनपने लगे ...
कोविड-19 के कारण दुनिया भर के चार करोड़ बच्चों पर मंडराया खसरे का खतरा
कोविड-19 महामारी की शुरुआत के बाद से खसरे के टीकाकरण में लगातार गिरावट आने की जानकारी सामने आई है।
यातायात से होने वाले वायु प्रदूषण से बढ़ सकता है डिमेंशिया का खतरा
अध्ययन में 9.1 करोड़ से अधिक लोग शामिल थे जिनकी उम्र 40 से अधिक थी, उनमें से 55 लाख या 6 फीसदी लोगों को ...
विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस 2022 : लोगों में चिंता और अवसाद में 25 प्रतिशत की वृद्धि हुई
डब्ल्यूएचओ के अनुसार कोविड-19 महामारी से पहले, दुनिया भर में आठ में से लगभग एक व्यक्ति मानसिक समस्याओं से पीड़ित था।
चमगादड़ में मिला सार्स-कॉव-2 जैसा नया वायरस 'खोस्टा-2', इंसानों को कर सकता है संक्रमित
वैज्ञानिकों ने यह भी जानकारी दी है कि यह वायरस यदि फैल जाता है तो इसे मौजूदा टीकों से नहीं रोका जा सकता
मध्य प्रदेश: कुपोषण बनाम कुनीति
मध्यप्रदेश में बच्चों में एनीमिया में कमी की दर 0.1 प्रतिशत और गर्भवती महिलाओं में 0.3 प्रतिशत है. ऐसे सूचकों के सामने होने के ...
मध्यप्रदेश में कुपोषण एवं पोषण-आहार की तथा-कथा
जुलाई-अगस्त 2015 में बहुत जोश-खरोश के साथ आंगनवाडी केन्द्रों में दूध देने का प्रावधान किया गया था, क्योंकि प्रोटीन के लिए अंडे नहीं देने ...
नाइट्रोजन युक्त उर्वरकों से भारत में हर साल हो रहा है 16.6 करोड़ टन ग्रीनहाउस गैसों का उत्सर्जन
भारत हर साल उर्वरकों के रूप 1.8 करोड़ टन नाइट्रोजन का इस्तेमाल कर रहा है, जिससे 16.6 करोड़ टन ग्रीनहाउस गैसें उत्सर्जित हो रही ...
रेफ्रिजेरेटेड या फ्रोजन मीट में एक महीने तक जीवित रह सकता है सार्स-कोव-2 वायरस, शोध में हुआ खुलासा
वैज्ञानिकों के मुताबिक सार्स-कोव-2 वायरस, रेफ्रिजेरेटेड या फ्रोजन मीट और फिश में करीब 30 दिनों तक जीवित रह सकता है और संक्रमण की वजह ...
एसओई इन फिगर्स 2022: 71 फीसदी भारतीयों की पहुंच से बाहर है सेहतमंद आहार
देश की एक बड़ी आबादी अभी भी पोषक आहार से दूर है। देखा जाए तो भारत में खान-पान से जुड़ी बीमारियां हर साल 17 ...