किलर व्हेल मछलियों में मिले उच्च मात्रा में हानिकारक केमिकल्स
शोधकर्ताओं को इन किलर व्हेल्स के उत्तकों में मानव निर्मित केमिकल्स पीएफएएस और पीसीबी के भी सबूत मिले हैं, जो इन मछलियों से इनके ...
माइक्रोप्लास्टिक से बदल रहा है समुद्र में रह रहे केकड़ों का व्यवहार: रिसर्च
शोध के अनुसार माइक्रोप्लास्टिक जीवों के सोचने और समझने की क्षमता पर असर डाल रहा है| जिससे जीवों के व्यवहार में बदलाव आ रहा ...
खतरे में समुद्री मेगाफ्यूना, जैवविविधता को होगा भारी नुकसान
यदि इसी तरह चलता रहा, तो अगले 100 वर्षों में औसतन 18% समुद्री मेगाफ्यूना की प्रजातियों का नुकसान हो सकता है, जिससे पारिस्थितिक कार्यों ...
बैठे ठाले: टाइटेनिक 2050
“इस ग्लोबल वार्मिंग के चलते सारे हिमशैल पिघल चुके हैं। जब हिमशैल ही नहीं होंगे तो जहाज किससे टकराएगा?”
डब्ल्यूटीओ बैठक: सब्सिडी के मामले में मछुआरों के हितों से नहीं किया जाएगा समझौता, भारत ने किया साफ
भारत का कहना है कि मत्स्य पालन को सब्सिडी पर किसी भी व्यापक समझौते में उन समुदायों के हितों और कल्याण को भी ध्यान ...
हर साल सिगरेट से पैदा हो रहा है 76.6 करोड़ किलोग्राम हानिकारक कचरा
दुनिया भर में हर साल 6 लाख करोड़ से ज्यादा सिगरेट का उत्पादन किया जाता है। इनमें हर सिगरेट में फिल्टर या बट होते ...
हिंद महासागर में लगातार बढ़ रहा है माइक्रोप्लास्टिक, समुद्री जीवों के लिए बना आफत: शोध
हिंद महासागर के निकट-सतह के पानी में प्रति घन मीटर में 50 माइक्रोप्लास्टिक कणों और फाइबर की औसत मात्रा पाई गई, जो खुले महासागर ...
समुद्री जैव विविधता के बारे में पता लगाने का सबसे अच्छा तरीका है ईडीएनए
ईडीएनए गोताखोरों द्वारा प्रजातियों के बारे में पता लगाने की तुलना में ज्यादा सटीक और अधिक संख्या में पता लगाने में सक्षम है
बढ़ते तापमान के साथ शार्क जैसी कई शिकारी मछलियां खो देंगी अपने 70 फीसदी तक उपयुक्त आवास क्षेत्र
जलवायु में आता बदलाव समुद्री जीवों के लिए भी खतरा बनता जा रहा है, जिससे शार्क, टूना जैसी शिकारी मछलियां भी सुरक्षित नहीं हैं
महासागरों पर दोहरी मार करते हैं जलवायु परिवर्तन और प्लास्टिक प्रदूषण
प्लास्टिक के उत्पादन से 2015 से 2020 के बीच लगभग 5600 करोड़ मीट्रिक टन से अधिक कार्बन डाइऑक्साइड उत्सर्जित होने का अनुमान है।
भारतीय वैज्ञानिकों ने खोजी सीर मछली की दो और प्रजातियां, जानें क्या है इनकी खासियत
सेंट्रल मरीन फिशरीज रिसर्च इंस्टीट्यूट (सीएमएफआरआई) के वैज्ञानिकों ने भारतीय जल क्षेत्र में सीर मछली की दो और प्रजातियों की खोज की है
जलवायु में आते बदलावों से निपटने के लिए ध्रुवों की ओर शरण लेने को मजबूर हो रही हैं समुद्री मछलियां
ग्लोबल वार्मिंग की वजह से समुद्री जीवन में आया बदलाव, जमीनी जीवों की तुलना में सात गुणा अधिक तेजी से हुआ है
मालदीव में हैं दुनिया का सबसे ज्यादा माइक्रोप्लास्टिक का जमावड़ा
मालदीव के नाइफारू द्वीप पर प्रति किलोग्राम रेत में माइक्रोप्लास्टिक के 55 से 1,127.5 टुकड़े मिले हैं, जोकि अपने आप में एक रिकॉर्ड है
कितनी बड़ी समस्या बन गया है भारत में समुद्र में बढ़ता प्लास्टिक कचरा
भारत की प्रमुख नदियों एवं सहायक नदियों के द्वारा लगभग 15 से 20 प्रतिशत प्लास्टिक अपशिष्ट को बहाकर समुद्र तक लाया जाता है
बदलती जलवायु के कारण समुद्री पक्षियों के लिए मछली पकड़ना हो रहा है कठिन: शोध
शोधकर्ताओं ने पाया है कि जलवायु परिवर्तन के कारण समुद्र का धुंधला या काला पानी, समुद्री पक्षियों के लिए मछली पकड़ना कठिन बना रहा ...
संकटग्रस्त व्हेल शार्क के लिए बड़ा खतरा है शिपिंग, घटती आबादी के लिए भी है जिम्मेवार
पता चला है कि शिपिंग की बढ़ती गतिविधियों के चलते इन विशालकाय मछलियों के बड़े जहाजों से टकराने का खतरा भी बढ़ता जा रहा ...
इंसान कितना कर चुके हैं समुद्रों पर निर्माण, वैज्ञानिकों ने पहली बार किया आंकलन
अब तक समुद्र के करीब 32,000 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र पर इंसानों ने निर्माण कार्य किया है। अनुमान है कि यह 2028 तक बढ़कर 39,400 वर्ग ...
जलवायु परिवर्तन से महासागरों में पांच गुणा तक बढ़ सकता है शोर, समुद्री जीवों को भुगतना होगा खामियाजा
रिसर्च से पता चला है कि जलवायु में आते बदलावों के कारण महासागरों में शोर बढ़ रहा है। इसका खामियाजा समुद्री जीवों को भुगतना ...
पौधों से बना प्लास्टिक पारंपरिक प्लास्टिक की तुलना में नौ गुना कम माइक्रोप्लास्टिक छोड़ता है
माइक्रोप्लास्टिक अधिकांश समुद्री पारिस्थितिक तंत्रों में देखा गया है, जो जलीय जीवन के लिए गंभीर खतरा पैदा करता है
गर्म होते पानी से मछली के आकार पर पड़ रहा है अप्रत्याशित असर: अध्ययन
ग्लोबल वार्मिंग के कारण मछली जैसे जीव कम उम्र में तेजी से बढ़ेंगे लेकिन वयस्कों के रूप में उनका आकार छोटा होगा और मृत्यु ...
2019 में 271 लाख करोड़ रुपए थी प्लास्टिक उत्पादन की सामाजिक लागत, भारत की जीडीपी से भी है ज्यादा
अनुमान है कि 2040 तक यह लागत बढ़कर 520.2 लाख करोड़ रुपए पर पहुंच जाएगी, जो 2018 में वैश्विक स्तर पर स्वास्थ्य पर किए गए कुल खर्च का करीब 85 फीसदी है
सीफूड खाने से पहले जान लें यह बात, कहीं आपको गुमराह तो नहीं किया जा रहा
एक अध्ययन में कहा गया है कि कई देशों में समुद्री जीवों का मांस के कारोबार में कई तरह की गड़बड़ियां आ गई हैं
शिकार के बाद अब जलवायु परिवर्तन और इंसानी गतिविधियों से मंडरा रहा इस विशाल जीव पर खतरा
शिकार से धीरे-धीरे उबरने के बाद अब ब्लू व्हेल बढ़ते तापमान, प्रदूषण, शिपिंग और अन्य इंसानी गतिविधियों के कारण पैदा हुई समस्याओं से जूझ ...
80 फीसदी जीवन का आश्रय स्थल हैं समुद्र, दोहन से पहले उनका भी रखना होगा ध्यान
जलवायु परिवर्तन, बढ़ते प्रदूषण और संसाधनों के अनियंत्रित दोहन के चलते समुद्री जीवों और जैवविविधता के साथ करीब 300 करोड़ लोगों की जीविका भी ...
आइए जानते हैं माइक्रोप्लास्टिक हमें कैसे नुकसान पहुंचा रहा है
लोग हर साल 39 से 52 हजार माइक्रोप्लास्टिक के कणों को निगल जाते हैं