कोविड-19 : आईआईटी खड़गपुर ने 2,000 रुपए की लागत से बनाई पोर्टेबल मशीन, 400 रुपए में होगी जांच, 100 प्रतिशत आरटी-पीसीआर जैसे नतीजे
दूरदराज के इलाकों में सस्ती और भरोसेमंद जांच में यह मशीन बहुत कारगर साबित हो सकती है
चंद्रयान-2 मिशन: 7 सितंबर को पूरा होगा सपना!
भारतीय अंतरिक्ष संगठन (इसरो) का यह मिशन अब तक का सबसे कठिन मिशन माना जा रहा है
पहले कभी नहीं हुई ऐसी विलुप्ति
यह एजेंडा पूरी मानवता के लिए है कि वह इस धरती और उसके संसाधनों को मानवीय हमलों से बचाए
भारत 2022 में लगातार पांचवें साल इंटरनेट बंद करने की वैश्विक सूची में शीर्ष पर रहा
रिपोर्ट में कहा गया है कि पिछले साल भारत में कम से कम 84 बार इंटरनेट में व्यवधान रहा
कुछ ग्रहों के अंदरूनी हिस्सों में गर्म घने हाइड्रोजन का वैज्ञानिकों ने लगाया पता
जीरो कार्बन बिजली उत्पादन तकनीक बनाने के लिए हाइड्रोजन महत्वपूर्ण है।
निएंडरथल थे मानवता के प्रतिबिंब
निएंडरथल के डीएनए पृथ्वी पर कभी वर्तमान जितनी मात्रा में नहीं रहे
कार्ल मार्क्स: पर्यावरण पर कही गई उनकी बातें, आज भी काम की हैं
पर्यावरण पर कार्ल मार्क्स के यादगार बयानों का एक संक्षिप्त संकलन
जानें, क्या है चंद्रयान 2 की तस्वीरों में दिख रहे मित्रा क्रेटर की हकीकत?
चंद्रमा पर और भी ऐसे क्रेटर हैं, जो भारतीय वैज्ञानिकों के नाम से जाने जाते हैं।
वैज्ञानिकों ने पानी में पीएफएएस नामक विषाक्त पदार्थों का पता लगाने के लिए बनाई तकनीक
यह नई और किफायती तकनीक पीएफओए और पीएफओएस नामक खतरनाक रसायनों का पानी में आसानी से पता लगा सकती है, साथ ही दूषित क्षेत्रों ...
साल का आखिरी चंद्र ग्रहण, क्या भारत में दिखाई देगा? यहां जानें समय व अन्य विवरण
इस बार चंद्रमा का केवल छह फीसदी हिस्सा ही अंधेरा होगा, इसलिए प्रभाव काफी कम होगा
सक्रिय हो सकते हैं शुक्र पर मौजूद ज्वालामुखी, रडार की दशकों पुरानी छवियों से हुआ खुलासा
नासा के मैगेलन अंतरिक्ष यान ने 1990 से 1992 के बीच शुक्र की तस्वीरों को कैप्चर किया था
क्या मंगल ग्रह पर जीवन फल-फूल रहा था, जलवायु में बदलाव ने इसे खत्म कर दिया
अध्ययन के अनुसार 4 अरब साल पहले पृथ्वी का छोटा, लाल पड़ोसी अधिक मेहमाननवाज रहा होगा
नोबेल पुरस्कार 2020: हेपटाइटिस सी वायरस की खोज करने वाले वैज्ञानिकों को मिला मेडिसिन अवार्ड
हेपटाइटिस सी की वजह से दुनिया भर में औसतन हर साल लगभग 4 लाख लोगों की मौत होती है
आईआईटी कानपुर का अहम शोध: अल्जाइमर व पार्किंसन जैसी बीमारियों की रोकथाम में करेगा मदद
अल्जाइमर, जो दुनिया भर में पांच करोड़ से अधिक लोगों को प्रभावित करता है और कैंसर जैसी बीमारी के लिए नए चिकित्सीय दृष्टिकोण और ...
प्रोटीन की खोज से मलेरिया की नई और असरकारक दवा के लिए खुले रास्ते
यह खोज मलेरिया के घातक संक्रमण से निपटने के लिए नए टीकों या उपचार का मार्ग प्रशस्त कर सकती है
29 अगस्त : परमाणु परीक्षण के खिलाफ अंतर्राष्ट्रीय दिवस- क्या है इसका महत्व?
परमाणु परीक्षण के खिलाफ अंतर्राष्ट्रीय दिवस का उद्घाटन 2010 में हुआ था
एंटीबायोटिक के मुकाबले मवेशियों में इस्तेमाल होने वाला ईवीएम अधिक प्रभावी: सीएसई
- मवेशियों में रोगों के निदान के लिए पारंपरिक रूप से ईवीएम का उपयोग किया जाता है
मिट्टी से फास्फोरस की कमी के लिए कटाव भी जिम्मेवार: शोध
दुनिया का खाद्य उत्पादन सीधे फॉस्फोरस पर निर्भर करता है
भारतीय वैज्ञानिकों का दावा, मशरूम में है कोविड-19 और अन्य वायरल संक्रमणों से लड़ने की अनूठी क्षमता
रिसर्च से पता चला है कि मशरूम पोषण के साथ-साथ औषधीय गुणों से संपन्न होता है। यह इम्युनिटी बढ़ाने के साथ शरीर की वायरस ...
डाउन टू अर्थ, आवरण कथा: भारत के पहले मून मिशन की कहानी
मून मिशन की संभावनाओं का अध्ययन करने के लिए बनी इसरो की एडवाइजरी कमेटी ऑन स्पेस के सदस्य नरेंद्र भंडारी का लेख-
एशियाई हाथियों में बढ़ रहा है रक्तस्रावी रोग, उपचार के लिए गहन अध्ययन जरूरी: शोध
पैथो-एपिमियोलॉजी पर शोध अथवा इस रोग की उत्पत्ति और इसके प्रसार के अध्ययन से इस रोग के खिलाफ रक्त-सीरम के अध्ययन से टीके और ...
चांद के बिना अधूरा है भारतीय सिनेमा, हर रूप को दे चुका है आयाम
भारतीय सिनेमा में चांद का इस्तेमाल कभी सिहरन पैदा करने और कभी प्रेम का प्रदर्शन करने में हुआ है
सीएसई-डीटीई रिपोर्ट में खुलासा, स्वैच्छिक कार्बन बाजार से आमजन को लाभ नहीं
सीएसई और डाउन टू अर्थ ने छह माह की लंबी जांच के बाद कार्बन बाजार की हकीकत दुनिया के सामने रख दी है
मीठा जहर: विश्व स्वास्थ्य संगठन ने देशों से की चीनी युक्त मीठे पेय पदार्थों पर टैक्स बढ़ाने की मांग
कई देश आज भी स्वास्थ्य के लिहाज से हानिकारक इन चीनी युक्त मीठे पेय पदार्थों पर कर लगाने से बच रहे हैं, जबकि कई ...
आज से दिल्ली में प्रवेश करने वाले व्यावसायिक वाहनों के लिए आरएफआईडी टैग होगा अनिवार्य
क्या आप जानते हैं कि आरएफआईडी टैग क्या है, क्यों इसके उपयोग को अनिवार्य किया जा रहा है?