आज से दिल्ली में प्रवेश करने वाले व्यावसायिक वाहनों के लिए आरएफआईडी टैग होगा अनिवार्य

क्या आप जानते हैं कि आरएफआईडी टैग क्या है, क्यों इसके उपयोग को अनिवार्य किया जा रहा है?

By Dayanidhi

On: Tuesday 31 August 2021
 
Photo : Vikas Choudhary, CSE

राष्ट्रीय राजधानी के इलाकों में वायु प्रदूषण की समस्या को देखते हुए राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) और आसपास के इलाकों में व्यावसायिक वाहनों पर आरएफआईडी टैग 31 अगस्त से अनिवार्य कर दिया गया है।

दक्षिण दिल्ली नगर निगम (एसडीएमसी) के नोटिस के मुताबिक 31 अगस्त यानी आज से सभी व्यावसायिक वाहनों को केवल आरएफआईडी प्रणाली के माध्यम से टोल टैक्स, पर्यावरण मुआवजा शुल्क या एनवायर्नमेंटल कंपनसेशन चार्ज (ईसीसी) के भुगतान पर दिल्ली में प्रवेश करने की अनुमति दी जाएगी। वे वाहन जो आरएफआईडी मोड के माध्यम से भुगतान किए बिना दिल्ली में प्रवेश करते हैं, वे दंड, परमिट रद्द करने सहित कानूनी कार्रवाई का सामना करने के लिए उत्तरदायी होंगे।

आरएफआईडी टैग क्या हैं?

रेडियो फ्रीक्वेंसी आइडेंटिफिकेशन (आरएफआईडी) या रेडियो-आवृत्ति पहचान टैग, एक पहचान उपकरण हैं जो विद्युत चुम्बकीय क्षेत्रों का उपयोग उन वस्तुओं को स्वचालित रूप से पहचानने और टैग करने के लिए करते हैं जिनसे वे जुड़े हुए हैं। संक्षेप में, उनका कार्य एक बारकोड की तरह है, जहां वाहन के बारे में जानकारी प्रदान करने के लिए आरएफआईडी टैग को जल्दी से स्कैन किया जा सकता है। ये छोटे उपकरण हैं, जिनमें एक माइक्रोचिप लगा होता है जिसमें आरएफआईडी रीडर से आंकड़े भेजने तथा प्राप्त करने के लिए एक एंटीना लगा होता है। 

आरएफआईडी टैग का उपयोग क्यों किया जाता है?

वाहनों की टोल भुगतान की प्रक्रिया को स्वचालित और तेज बनाने के लिए आरएफआईडी टैग का उपयोग किया जा रहा है। आरएफआईडी डिवाइस ड्राइवरों को बिना रुके, बिना नकदी यहां तक कि कार्ड को स्वाइप करने की परेशानी के बिना प्रक्रिया को तेज और आसान बनाने के लिए स्वचालित रूप से अपने टोल का भुगतान करने में मदद करते हैं।

व्यावसायिक वाहन द्वारा भुगतान किया जाने वाला ईसीसी क्या है?

पर्यावरण मुआवजा शुल्क या एनवायर्नमेंटल कंपनसेशन चार्ज (ईसीसी) दिल्ली में प्रवेश करने वाले वाणिज्यिक वाहनों से एकत्र किया गया एक टोल है। टोल इसलिए एकत्र किया जाता है क्योंकि व्यावसायिक वाहन शहर की सीमा के भीतर बड़े पैमाने पर प्रदूषण पैदा करते हैं, जो सर्दियों के धुंध और खराब वायु गुणवत्ता में के लिए जिम्मेवार होता है।

सेंटर फॉर साइंस एंड एनवायरनमेंट (सीएसई) के एक अध्ययन के बाद सुप्रीम कोर्ट और वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग के आदेशों के तहत एनवायर्नमेंटल कंपनसेशन चार्ज (ईसीसी) लगाया गया था, जिसमें पाया गया कि 23 प्रतिशत व्यावसायिक वाहन और 40 से 60 प्रतिशत भारी वाहन शहर में प्रवेश कर रहे थे, जबकि उनका गंतव्य दिल्ली के अलावा अन्य था, तब भी वे दिल्ली प्रवेश कर रहे थे।

आरएफआईडी टैग कहां मिलेगा?

आरएफआईडी टैग बिक्री 39 जगहों पर होती है, जहां से इसे प्राप्त किए जा सकता है। यह दिल्ली के पास प्रवेश करने वाले सड़कों के आसपास स्थापित किए गए हैं। एसडीएमसी ने आरएफआईडी टैग स्थापित होने के बाद रिचार्ज करने के लिए अपना ऐप भी लॉन्च किया है। टैग केवल बिक्री के स्थान पर जारी किए जाते हैं क्योंकि उन्हें वास्तविक तौर पर लगाने की आवश्यकता होती है।

देश में आरएफआईडी टैग कहां अनिवार्य है?

दिल्ली में सभी 124 प्रवेश करने वाली जगहों पर जो वाहन व्यावसायिक तौर पर काम कर रहे हैं, उन वाहनों के लिए ईसीसी और टोल शुल्क दोनों के लिए पर्याप्त धन के साथ आरएफआईडी टैग लगाने की आवश्यकता होगी। दक्षिण दिल्ली नगर निगम (एसडीएमसी) के नोटिस के मुताबिक इसका अनुपालन नहीं करने पर जुर्माना लगाया जाएगा और उनके वाहन परमिट भी रद्द किए जा सकते हैं। दिल्ली के अलावा उत्तर प्रदेश में आरएफआईडी टैग लगाना अनिवार्य है। अन्य राज्य भी उनके कार्यान्वयन पर काम कर रहे हैं। 

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