चरम मौसम की बढ़ती घटनाओं के कारण नदियों के पानी की गुणवत्ता खराब हो रही है: अध्ययन
अध्ययन में सूखे, लू या हीट वेव, बारिश और बाढ़ जैसे चरम मौसम के साथ-साथ जलवायु में लंबी अवधि के बदलावों के दौरान नदी ...
क्लाइमेट चेंज मिशन शुरू करने वाला देश का पहला क्लाइमेट स्मार्ट राज्य बना तमिलनाडु
राज्य स्तरीय, "क्लाइमेट चेंज मिशन" प्रारंभ करने वाला तमिलनाडु देश का पहला क्लाइमेट स्मार्ट राज्य बन गया है।
बाल्टिक सागर में स्क्रबर जल छोड़े जाने से 680 मिलियन यूरो का हुआ पर्यावरणीय नुकसान
स्क्रबर को पानी के जहाजों से भारी ईंधन तेल के जलने के दौरान निकलने वाली गैसों की एक सफाई प्रणाली के रूप में जाना ...
जल गुणवत्ता: महाराष्ट्र की पावना नदी के प्रदूषण की जांच करने का निर्देश
महाराष्ट्र प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने अपनी रिपोर्ट में जानकारी दी है कि अधिकांश सीवेज उपचार संयंत्र ठीक से काम नहीं कर रहे हैं और ...
कोलेरू वन्यजीव अभयारण्य में अतिक्रमण के खिलाफ दर्ज किए गए हैं 670 मामले: एसपीसीबी रिपोर्ट
आंध्र प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने अपनी रिपोर्ट में जानकारी दी है कि कोल्लेरु झील में किसी भी औद्योगिक निर्वहन की अनुमति नहीं है
सांगली में कृष्णा नदी को प्रदूषित कर रही हैं चीनी मिलें, एनजीटी ने दिए कमिटी गठन के निर्देश
यहां पढ़िए पर्यावरण सम्बन्धी मामलों के विषय में अदालती आदेशों का सार
पर्यावरण मुकदमों की डायरी: कासगंज में क्यों काटे गए 3,000 पेड़? एनजीटी ने मांगी रिपोर्ट
भूमि और जल को दूषित कर रहा है केरल मिनरल्स एंड मेटल्स लिमिटेड
कारखानों से निकल रहे गंदे पानी में मिला सिंंथेटिक, स्वास्थ्य एवं पर्यावरण के लिए बना खतरा
चीन, भारत और बांग्लादेश मिलकर हर साल लगभग 3.5 अरब टन कपड़े से संबंधित अपशिष्ट पानी छोड़ते हैं, सिंथेटिक रंगों से जल प्रदूषण बढ़ ...
खतरनाक केमिकल्स के संपर्क में आने से हर रोज मारे जाते हैं 5,480 लोग
जहां 2016 में खतरनाक केमिकल्स के कारण 15.6 लाख लोगों की जान गई थी. वहीं 2019 में इससे मरने वालों का आंकड़ा बढ़कर 20 लाख पर पहुंच गया था
विश्व शौचालय दिवस: दुनिया भर में अभी भी 89.2 करोड़ लोग खुले में शौच करने पर मजबूर हैं
आज भी 3.6 अरब लोग खराब गुणवत्ता वाले शौचालयों के साथ रह रहे हैं जो उनके स्वास्थ्य को खराब करते हैं तथा पर्यावरण को ...
हर साल 1.1 करोड़ लोगों की जान ले रही है स्वस्थ आहार की कमी
दुनिया भर में पर्याप्त पोषक आहार ना मिल पाने के कारण बड़ी संख्या में लोग कुपोषण जैसी समस्याओं से जूझ रहे हैं जोकि कई ...
संयुक्त राष्ट्र 2023 जल सम्मेलन: अपने जीवनरक्त को बर्बाद कर रही है मानवता - एंटोनियो गुटेरेस
जल एक मानवाधिकार है, लेकिन जिस तरह से हमने इसका दुरूपयोग किया है उसके चलते यह अमूल्य संसाधन आज करोड़ों की पहुंच से दूर ...
क्या टिहरी महोत्सव में हुआ पर्यावरण संबंधी नियमों का उल्लंघन, कोर्ट ने मांगी रिपोर्ट
एनजीटी ने आवेदक के वकील से टिहरी महोत्सव के दौरान पर्यावरण संबंधी नियमों के हुए उल्लंघन को उजागर करने वाली एक रिपोर्ट कोर्ट में ...
इसरो रिपोर्ट के बाद सुप्रीम कोर्ट से बढ़े हुए वेट लैंड की सुरक्षा की गुहार लगाई
रेवाडी में कचरे के ढेर में बदला तालाब, एनजीटी ने जांच के दिए निर्देश
आवेदक का आरोप है कि तालाब का पानी इतना दूषित हो गया है कि इसका उपयोग किसी काम में नहीं किया जा सकता
'मानकों के अनुरूप है यूनियन कार्बाइड के आसपास कॉलोनियों में सप्लाई किया जा रहा पानी'
हालांकि कुछ बोरवेल अथवा ट्यूबवेल से लिए नमूने रंग, मैलापन, टीडीएस, क्लोराइड, अम्लता, कठोरता, फ्लोराइड, कैल्शियम और मैग्नीशियम जैसे मापदंडों पर खरे नहीं हैं
अब होगी कम खाद के साथ गेहूं की अधिक पैदावार, ग्रीनहाउस गैस पर भी लगेगी लगाम
गेहूं की खेती नाइट्रोजन प्रदूषण का एक प्रमुख स्रोत है, कार्बन डाइऑक्साइड की तुलना में, नाइट्रस ऑक्साइड 300 गुना अधिक शक्तिशाली ग्रीनहाउस गैस है।
असम के राज्य पक्षी को विलुप्त होने की ओर धकेल रहा है जलवायु परिवर्तन
जलवायु परिवर्तन के पड़ने वाले प्रभावों के चलते 2070 तक 436.61 वर्ग किलोमीटर आवास का अधिकतर हिस्सा नष्ट हो जाएगा।
पर्यावरण मुकदमों की डायरी: पर्यावरण के अनुकूल नहीं है तारापुर औद्योगिक क्षेत्र का सीईटीपी
देश के विभिन्न अदालतों में विचाराधीन पर्यावरण से संबंधित मामलों में क्या कुछ हुआ, यहां पढ़ें –
सिकुड़ रही कश्मीर घाटी की झीलें, इंसानी हस्तक्षेप के चलते पानी की गुणवत्ता में भी आ रही गिरावट
रिसर्च से पता चला है कि जहां डल झील के आकार में 25 फीसदी तक की गिरावट आई है। वहीं वुलर झील का जल ...
विश्व जल दिवस 2024: प्रदूषित पानी पीने को मजबूर हैं दुनिया के 2.2 अरब लोग
दुनिया भर में 3.5 अरब से अधिक लोगों के पास उचित स्वच्छता सुविधाओं तक पहुंच नहीं है
पर्यावरण मुकदमों की डायरी: हाईवे के किनारे बढ़ते अतिक्रमण पर एनएचएआई ने दायर किया हलफनामा
पर्यावरण से संबंधित मामलों में सुनवाई के दौरान क्या कुछ हुआ, यहां पढ़ें-
पर्यावरण मुकदमों की डायरी: गुजरात के इस औद्योगिक क्षेत्र में पानी में बढ़ा प्रदूषण
वसंत विहार में पेड़ों की अवैध कटाई-छंटाई के मामले पर एनजीटी ने एमसीडी से मांगा जवाब