बहुत छोटे इलाकों में सबसे अधिक पाई जाती है पौधों की विविधता: अध्ययन
अध्ययन में, टीम ने पृथ्वी के सभी जलवायु क्षेत्रों से लगभग 170,000 वनस्पति भूखंडों के डेटासेट का विश्लेषण किया
सबसे बड़ी विलुप्ति के बाद, उत्पत्ति वाले पहले जीवों में झींगा और कीड़े शामिल थे: अध्ययन
पर्मियन काल में बड़े पैमाने पर सामूहिक विलुप्ति से पृथ्वी पर 90 प्रतिशत से अधिक प्रजातियां मर गई थी
विश्व उष्णकटिबंधीय दिवस विशेष: 2050 तक दुनिया की अधिकांश आबादी इन इलाकों में रहेगी
उष्णकटिबंधीय इलाकों का दुनिया के कुल सतह क्षेत्र का 40 फीसदी हिस्सा है और यह दुनिया की लगभग 80 फीसदी जैव विविधता की मेजबानी ...
हर साल अपनी खाल के लिए मारे जा रहे 48 लाख गधे, सोशल नेटवर्क के जरिए फल-फूल रहा अवैध व्यापार
अनुमान है कि हर साल दुनिया में दस में से एक गधे को उसकी खाल के लिए मार दिया जाता है। भारत में भी ...
देश में 61 फीसदी घटी गधों की आबादी, क्या चीन में खाल की बढ़ती मांग है जिम्मेवार
जहां 2012 में की गई पशुधन गणना में इनकी कुल आबादी 3.2 लाख थी वो 2019 की गणना में घटकर 1.2 लाख रह गई ...
फसल उत्पादन में बदलाव करने से बच सकती हैं 40 फीसदी प्रजातियां
शोधकर्ताओं ने उभयचरों, पक्षियों, स्तनधारियों - स्थलीय कशेरुक प्रजातियों के समूहों के लिए नया स्टार (स्पीशीज थ्रेट एबेटमेंट एंड रिस्टोरेशन) मीट्रिक लागू किया है।
किस तरह हुआ दूध और शहद की भूमि कही जाने वाली उत्तरी तिब्बत का विकास
यह अध्ययन समझने के लिए महत्वपूर्ण है कि पूर्वी एशिया के पहाड़ी इलाकों और वहां की जैव विविधता, जलवायु तथा इस उल्लेखनीय समृद्ध क्षेत्र ...
कैसे कूड़ा और सड़कें बनी लुप्तप्राय आर्कटिक लोमड़ी की जान के लिए आफत
ऊंचे पहाड़ों पर रहने वाले जानवरों की प्रजातियों के आवास, सड़कों के निर्माण के कारण लगातार कम और खत्म हो रहे हैं
आक्रामक विदेशी प्रजातियां वैश्विक जैव विविधता के लिए नुकसानदायक: अध्ययन
लोगों की जानबूझकर या अनजाने में की गई गतिविधियों से दुनिया के नए क्षेत्रों में अधिक से अधिक पौधे और पशु प्रजातियां पहुंच रहीं ...
खतरे में दुनिया के सबसे बड़े फूल 'रैफलेसिया' का अस्तित्व, बचाने के लिए जल्द कार्रवाई की दरकार
परजीवी पौधे ‘रैफलेसिया’ की कुल 42 प्रजातियां ज्ञात हैं, इसमें से 60 फीसदी प्रजातियों पर विलुप्त होने का गंभीर खतरा मंडरा रहा है
जलवायु परिवर्तन की वजह से करोड़ों मोनार्क तितलियों की गई जान, जानें सफेद धब्बे कैसे मददगार हैं
शोध में 400 जंगली मोनार्क तितलियों के पंखों का विश्लेषण किया गया, उनके रंग के अनुपात को मापा, इसमें पाया कि सफल प्रवासी मोनार्क ...
विश्व मधुमक्खी दिवस 2023: दुनिया की 75 फीसदी खाद्य फसलों को पालती हैं मधुमक्खियां
दुनिया की लगभग 90 फीसदी जंगली फूलों वाली पौधों की प्रजातियां, पूरी तरह से या आंशिक रूप से जीवों के परागण पर निर्भर करती ...
नॉर्वे में कीटों की 100 से अधिक नई प्रजातियों की हुई खोज
यह खोज वैज्ञानिकों को दुनिया में विभिन्न स्थानों की प्रजातियों और उनके वेरिएंटों की आनुवंशिक विशेषताओं की तुलना करने में सक्षम बनाती है
अरुणाचल में मिली मधुमक्खी की नई प्रजाति, इसका नाम सेराटिना तवांगेंसिस रखा गया
यह अनोखी प्रजाति तवांग जिले में 1,600 से 2,300 मीटर की ऊंचाई पर पाई जा सकती है, यह एक चमकदार काले रंग की है ...
अंतर्राष्ट्रीय पर्वत दिवस पर जानें पहाड़ों के बारे में कुछ खास बातें
दुनिया के 80 प्रतिशत भोजन की आपूर्ति करने वाली 20 पौधों की प्रजातियों में से छह की उत्पत्ति पहाड़ों में हुई, जिनमें मक्का, आलू, ...
फसलों को कीटों के प्रकोप से बचाने वाली लेडीबर्ड के अस्तित्व पर मंडराया खतरा: रिपोर्ट
दुनिया भर में लेडीबर्ड की 6,000 से अधिक प्रजातियां पाई जाती हैं जो फसलों और पौधों को एफिड्स सहित कीटों के प्रकोप से बचाने ...
खत्म होने के कगार पर खड़ी आधी प्रजातियों का लुप्तप्राय सूची में आकलन नहीं : अध्ययन
अध्ययन में पाया गया कि 4,336 प्रजातियां या उन नमूनों में से 56 प्रतिशत को विलुप्त होने का खतरा था, जिसमें 85 प्रतिशत उभयचर ...
विलुप्ति के कगार पर पहुंची 21 फीसदी से अधिक सरीसृप प्रजातियां: अध्ययन
अध्ययन में कम से कम 1,829 या 21 प्रतिशत या तो असुरक्षित, संकटग्रस्त या गंभीर रूप से संकटग्रस्त पाए गए।
स्वादिष्ट खोज: वैज्ञानिकों ने हिमालय में प्याज की एक नई प्रजाति का पता लगाया
एलियम नेगियनम नामक पौधे की खोज उत्तराखंड में चमोली जिले की नीति घाटी के मलारी गांव के भारत-तिब्बत सीमा क्षेत्र में की गई है। ...
2030 तक सभी देशों को भूमि सुधार के अपने वादों को निभाना होगा: संयुक्त राष्ट्र
रिपोर्ट में कहा गया है कि हर साल, हम अपने वैश्विक आर्थिक उत्पादन के 10 प्रतिशत से अधिक मूल्य की पारिस्थितिकी तंत्र सेवाओं को ...
धरती की करीब 17 फीसदी हिस्सा है संरक्षित, संयुक्त राष्ट्र की रिपोर्ट में हुआ खुलासा
यह सही है कि संरक्षित क्षेत्रों में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है पर हमें यह भी समझना होगा कि सुरक्षा के नाम पर केवल बाड़ ...
दुनिया से विलुप्त हो जाएगी सॉफिश, वजह जरूरत से ज्यादा मछली पकड़ना
सॉफिश 46 देशों से विलुप्त हो चुकी हैं,18 देश ऐसे हैं जहां इनकी कम से कम एक प्रजाति गायब हो गई है और 28 देशों ...
2100 तक प्रजातियों के 23 फीसदी आवास हो जाएंगे गायब
अध्ययन में सन 1700 से आज तक यहां रहने वाले लगभग 16,919 प्रजातियों के आवास अर्थात उनके रहने वाली सीमा/सरहद में आए बदलाव का ...
नए युग में धरती: हिंद महासागर का समुद्री घोंघा हो सकता है पहला शिकार
एंथ्रोपोसीन यानी मानव युग में कई प्रजातियां विलुप्त होती जा रही है, जिसके लिए कहीं न कहीं इंसान ही जिम्मेवार है
नए युग में धरती: सॉफ्ट शैल कछुआ प्रजाति की अंतिम मादा खत्म
2015 से लगातार कृत्रिम गर्भाधान कराने के प्रयास हुए लेकिन उसकी मौत के साथ ये सभी प्रयास धरे के धरे रह गए