अंतर्राष्ट्रीय गिद्ध जागरूकता दिवस: यहां जानिए इसका इतिहास और उद्देश्य
अंतर्राष्ट्रीय गिद्ध जागरूकता दिवस का उद्देश्य प्रत्येक भाग लेने वाले संगठन के लिए गिद्ध संरक्षण और जागरूकता को उजागर करने वाली अपनी गतिविधियों को ...
संसद में आज: ओडिशा में 2020-21 में हाथियों के हमले से 93 लोगों की गई जान
अध्ययन के मुताबिक भारत के पूर्वी और पश्चिमी तट के साथ विभिन्न समुद्र तटों पर प्लास्टिक का अलग-अलग तरह का कचरा 40 फीसदी से ...
दो, छह, बारह: नौरादेही वन्यप्राणी अभ्यारण्य-बाघों का बसेरा
मध्य प्रदेश के सागर जिले में स्थित लगभग 1200 वर्ग कि. मी. में फैला नौरादेही वन्यप्राणी अभ्यारण्य प्रदेश का सबसे बड़ा वन्यप्राणी अभ्यारण्य है
क्यों तनाव में जी रहे हैं एशियाई हाथी, नए अध्ययन से चला पता
जिन नर हाथियों के कोई मित्र नहीं होते हैं उनमें तनाव का अधिक स्तर दिखता है। मादा हाथियों में तनाव तब कम दिखाई देता ...
दुनिया के सबसे छोटे शूकरों को बचाया, जंगल में छोड़े गए 12 पिग्मी हॉग
भारत में पिग्मी हॉग को बचाने की दिशा में किए जा रहे प्रयासों में बड़ी सफलता मिली है। इसी का नतीजा है कि पिछले ...
बाघों की उपासना करती हैं स्थानीय जनजातियां, वन्यजीवों की रक्षा में अहम भूमिका: शोध
शोधकर्ताओं ने सोलिगा जनजाति का बंगाल टाइगर के प्रति आध्यात्मिक मूल्यांकन का अध्ययन किया और पाया कि वन्यजीव संरक्षण को बढ़ावा देने में जनजाति ...
वैज्ञानिकों ने चीतों की बेजोड़ गति के पीछे के रहस्य का लगाया पता, संरक्षण से क्या है लेना-देना?
अध्ययनकर्ताओं ने 400 से अधिक प्रजातियों से एकत्र किए गए भूमि पर रहने वाल जानवरों की गति और आकार के आंकड़ों के साथ अपने ...
विश्व हाथी दिवस: नष्ट होते आवासों के बीच हाथियों का संरक्षण किस तरह सुनिश्चित हो
एशियाई बाजारों में हाथी दांत की चाहत के कारण हजारों हाथियों का शिकार हुआ
डाउन टू अर्थ खास: शिकार का इंतजाम!
पर्याप्त शिकार उपलब्ध कराने के लिए राज्यों के टाइगर रिजर्वों में शाकाहारी व खुरदार जानवरों को स्थानांतरित किया जा रहा है
केदारनाथ में भी पटाखों का धुआं और शोर, न ग्लेशियर की चिंता, न वन्यजीवों की
केदारनाथ वन्य जीव अभ्यारण्य में हिम तेंदुए से लेकर हिमालयन थार, कस्तूरी मृग, रेड फॉक्स, हिमालयन सेही, काला भालू, हिमालयन मर्मोट, मोनाल, ग्रिफॉन गिद्ध ...
हर तीन में से एक कशेरुकी प्रजाति का उपयोग खाने में कर रहा है मनुष्य: अध्ययन
वैज्ञानिकों ने 46,755 प्रजातियों पर मानवजनित प्रभाव का पता लगाया और पाया कि हम जानवरों के अब तक के सबसे बड़े शोषणकर्ताओं में से ...
कूनो नेशनल पार्क में छह चीतों के हटाए गए रेडियो कॉलर
नामीबिया और दक्षिण अफ्रीका से कूनो राष्ट्रीय उद्यान लाए गए दो चीतों की मौत के लिए रेडियो कॉलर को दोषी ठहराया गया था
जलवायु परिवर्तन के प्रभाव को कम करने में मदद कर सकते हैं आर्कटिक के कारिबू और मस्कॉक्सन
टुंड्रा सामुदायिक विविधता धरती के उन भागों में लगभग दोगुनी दर से गिर गई जहां शाकाहारी जानवरों को उन भागों की तुलना में बाहर ...
मानव-वन्यजीव संघर्ष: बढ़ते संघर्ष की भारी कीमत चुका रहे हैं भारत जैसे देश
आर्थिक रूप से कमजोर क्षेत्रों को देखें तो वहां एक गाय या बैल को इस मानव-वन्यजीव संघर्ष में खोने का मतलब है कि किसान ...
विकास की अंधाधुंध होड़ बन रहा है बड़े मांसाहारियों के लिए सबसे बड़ा खतरा: अध्ययन
वैश्विक स्तर पर पिछली शताब्दी में मांसाहारी आबादी में भारी गिरावट देखी गई है, शेर और बाघ अपनी ऐतिहासिक सीमा के 90 प्रतिशत से ...
विलुप्ति से बचाव: इंसानों के इर्द गिर्द पनपते पाए गए कुछ एशियाई जानवर
अध्ययन से पता चला है कि बाघों और हाथियों सहित एशिया के कुछ सबसे बड़े जानवर 12 हजार वर्षों के विलुप्त होने की प्रवृत्ति ...
विश्व गैंडा दिवस: रोजाना तीन गैंडों का हो रहा शिकार, बची हैं केवल पांच प्रजातियां
विश्व गैंडा दिवस हर साल 22 सितंबर को दुनिया भर में मनाया जाता है, इसका उद्देश्य गैंडे के संरक्षण के बारे में जागरूकता बढ़ाना ...
अंतरराष्ट्रीय गिद्ध जागरूकता दिवस पर जारी किया ''ब्रिंग बैक दि वल्चर'' पोस्टर
डब्ल्यूडब्ल्यूएफ इंडिया ने गिद्धों की प्रत्येक प्रजाति के संरक्षण की जानकारी के साथ भारत में गिद्धों की विभिन्न प्रजातियों पर एक पोस्टर जारी किया ...
बारिश और बाढ़ की चपेट में बिहार का इकलौता टाइगर रिजर्व
बिहार के पश्चिमी चंपारण जिले में स्थित वाल्मिकीनगर टाइगर रिजर्व में जीव जंतु भारी मुश्किल में हैं
लुप्तप्राय बोनोबो की संख्या घटने के पीछे क्या है कारण
बोनोबो या बड़े वानर की प्रजाति को 1994 से आईयूसीएन के रेड लिस्ट में लुप्तप्राय या गंभीर रूप से लुप्तप्राय के रूप में सूचीबद्ध ...
सरिस्का टाइगर रिजर्व में अवैध खनन पर एनजीटी ने लगाई कड़ी फटकार
एनजीटी ने अवैध खनन के अनुमान, क्षेत्र में स्वीकृत खानों की संख्या और पर्यावरणीय आधार पर संवेदनशील क्षेत्रों में अवैध खनन की जांच के ...
क्या हसदेव अरण्य के कोल ब्लॉक्स ‘बेंडर’ की तरह नीलामी से बाहर होंगे?
हसदेव अरण्य क्षेत्र की ग्राम सभाओं द्वारा लगाचार चेताया जाता रहा है कि इस अति संवेदनशील जंगल का संरक्षण किया जाना चाहिए न कि ...
जहां वनभूमि का ज्यादा हुआ डायवर्जन वहां घटी बाघों की आबादी
झारखंड, ओडिशा, छत्तीसगढ़ और आंध्र प्रदेश (तेलंगाना) में बाघों की आबादी में बड़ी गिरावट है। इन चारों राज्यों में ही 2015 से 2018 के ...
भारत में शार्क के मांस की खपत में भारी वृद्धि, खतरे की कगार पर प्रजातियां: अध्ययन
भारत के 10 तटीय क्षेत्रों में 2,649 समुद्री भोजन रेस्तरां की पहचान की गई, जिनमें से 292 रेस्तरां ने अपने मेनू में शार्क के ...
राष्ट्रीय पक्षी दिवस 2024: यह दिन क्यों मनाते हैं? यहां जानिए रोचक तथ्य
जलवायु परिवर्तन, ग्लोबल वार्मिंग और जंगलों के कटने से पक्षियों के घरोंदे उजड़ गए हैं