गुणों की वजह से खैर के पेड़ों पर वन माफिया की नजर, तेजी से सिमट रहा जंगल
देशभर से आए दिन खैर की लकड़ी तस्करी की खबरें आती रहती हैं। औषधीय गुण, कत्था बनाने और चमड़ा उद्योग में उपयोगिता के लिए ...
पतंगों के संसार में तीन नए नाम शामिल, भारत में की गई पहचान
बटरफ्लाई रिसर्च सेंटर के संस्थापक पीटर स्मेटाचेक बताते हैं कि भारत में तितली-कीट-पतंगों पर बहुत अधिक काम नहीं किया गया है। किसी नई प्रजाति ...
नए युग में धरती: वर्तमान और भूतकाल
एंथ्रोपोसीन की परिकल्पना अपने पथरीले जन्मस्थान से निकलकर सांस्कृतिक और राजनैतिक बहस के खुले आकाश का हिस्सा बन चुकी है
प्रकृति नहीं, इंसान की देन है बॉयलर चिकन
हमने बॉयलर चिकन के जीन को बदलकर उनके चयापचय को नियंत्रित करने वाले रिसेप्टर को म्यूटेट कर दिया है
दुनिया भर में विलुप्त हो रही नई प्रजातियों को बचाने के लिए अंतरराष्ट्रीय सहयोग जरूरी : विशेषज्ञ
आने वाले दशकों में आगे की प्रजातियां विलुप्त हो सकती हैं। इसलिए, विलुप्त होने के खतरे को कम करना बहुत जरूरी है
दुनिया की 31 फीसदी ओक प्रजातियों पर मंडरा रहा है विलुप्त होने का खतरा
दुनिया भर में ओक की 31 फीसदी प्रजातियों पर विलुप्त होने का खतरा मंडरा रहा है, जिसके लिए जलवायु परिवर्तन, कीटों, कृषि, जंगलों के ...
इंसानों और पक्षियों की दोस्ती की मिसाल बना यह गांव
राजस्थान के जोधपुर जिले में फलौदी के पास बसे छोटे-से गांव खीचन में बने चुग्गा घर में देशी ही विदेशी पक्षी भी दाना चुगने ...
38 डिग्री से अधिक तापमान रानी मधुमक्खी के लिए सही नहीं: रिसर्च
ब्रिटिश कोलंबिया विश्वविद्यालय और उत्तरी कैरोलिना स्टेट यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिकों ने मधुमक्खियों के प्रजनन पर बढ़ते तापमान के असर का अध्ययन किया है
जलवायु परिवर्तन से बढ़ रही हैं पौधों की प्रजातियां!
पत्रिका 'करंट बायोलॉजी' में प्रकाशित एक अध्ययन में कहा गया है कि खासकर ठंडे इलाकों में पौधों की नई प्रजातियां मिल सकती हैं
झारखंड में मिली बिल खोदने वाले मेंढक की प्रजाति
यह स्पैरोथेका वंश की मेंढक प्रजाति है, जिसे पूर्वी भारत में (नेपाल की दो प्रजातियों को छोड़कर) पाया गया है।
ये हैं चित्रकूट के दशरथ मांझी
ये हैं भैयाराम यादव, जिन्होंने मृत जमीन को जिंदा कर 40 हजार से अधिक पेड़-पौधे लगा उन्हें वन क्षेत्र में तब्दील कर दिया है
हिमालय की कीड़ाजड़ी: फिदा है दुनिया, लेकिन संकट में है अस्तित्व
इस मशरूम को 'कैटरपिलर फंगस' भी कहते हैं, जबकि तिब्बत में यार्त्सा गुंबू, कुमाऊं और गढ़वाल में आम बोलचाल में कीड़ा जड़ी अथवा यर्त्सा ...
पारंपरिक ज्ञान के बिना जैव विविधता संरक्षण की बात बेमानी
हमें जंगलों एवं संरक्षित क्षेत्रों में जैव संसाधनों के साथ-साथ स्थानीय और स्वदेशी ज्ञान की रक्षा एवं विकास की भी जरूरत है
दुनिया भर में पक्षियों की प्रजातियों में 48 फीसदी और भारत में 50 फीसदी की भारी गिरावट : रिपोर्ट
अध्ययन में कहा गया है कि दुनिया भर में मौजूदा पक्षी प्रजातियों में से लगभग 48 फीसदी आबादी गिरावट के दौर से गुजर रही ...
नए युग में धरती: क्या सतत विकास लक्ष्य आएंगे काम
जैव विविधता के लक्ष्यों से पिछड़ने का मतलब है, गरीबी, भुखमरी, स्वास्थ्य, पानी, शहरों, जलवायु, महासागर और भूमि से संबंधित लक्ष्यों में बाधा
उत्तराखंड के जंगलों में लगी आग, 30 घटनाओं में 54 हजार का नुकसान
उत्तराखंड के जंगलों में आग लगने की घटनाएं शुरू हो गई हैं, लेकिन इन घटनाओं में होने वाले नुकसान के आंकलन पर सवाल उठ ...
कवकों की 20 लाख से ज्यादा प्रजातियों से अनजान दुनिया, महज 155,000 को किया जा सका है दर्ज
दुनिया में फंगी यानी कवकों को 25 लाख से ज्यादा प्रजातियां हैं, जिनमें 90 फीसदी से भी ज्यादा से दुनिया अनजान है
विलुप्ति के कगार पर पहुंच रही जंगली प्रजातियों को बचाने के लिए प्रयास नाकाफी: अध्ययन
वैज्ञानिकों के मुताबिक, मानव गतिविधि ने पृथ्वी को छठे स्थान पर धकेल दिया है, जहां प्रजातियां सामान्य से 100 से 1,000 गुना तेजी से ...
लोकसभा में पारित हुआ जैव विविधता (संशोधन) विधेयक 2022, किन बातों पर रहेगी नजर
सुनिश्चित करना होगा कि ये संशोधन भारत को कुनमिंग-मॉन्ट्रियल वैश्विक जैव विविधता फ्रेमवर्क के तहत निर्धारित लक्ष्यों को पूरा करने में मदद करें
अच्छे फूलों वाली जगहों को याद रखते हैं बड़े भौंरे
एक नए अध्ययन में कहा गया है कि भौंरा हमेशा किसी खास फूल पर ही बैठता हैं
जानिए क्यों हाथियों के कॉरिडोर का संरक्षण है जरूरी
वर्ष 2015 की हाथियों की गणना में ये बात सामने आई थी कि शिवालिक रिजर्व में रहने वाले तकरीबन 25 % हाथी संरक्षित क्षेत्र के बाहर रहते हैं।
अगले 20 सालों में लुप्त हो जाएंगे 90 फीसदी कोरल रीफ्स
यदि ग्रीनहाउस गैसों के उत्सर्जन पर रोक नहीं लगायी गयी, तो सदी के अंत तक पूरी तरह विलुप्त हो जाएंगी यह खूबसूरत प्रवाल भित्तियां
यहां खुलेआम बिक रहे हैं साइबेरियन पक्षी
गंगा के तटीय इलाकों में हर साल कम से कम 50 हजार प्रवासी पक्षी शिकारियों की भेंट चढ़ जाते हैं
सूख रही है राजस्थान की धरोहर खेजड़ी
राजस्थान के राजकीय वृक्ष खेजड़ी की संख्या 30-35 वर्षों के दौरान घटकर आधी ही रह गई है। इसमें जलवायु परिवर्तन का बड़ा योगदान है
वैज्ञानिकों ने बनाई ‘पेपर चिप्स’, जंगल में आग के फैलने से पहले देगी चेतावनी
वैज्ञानिकों ने एक ऐसी नई पेपर आधारित चिप बनाई है, जो जंगल में आग के फैलने से पहले ही उसकी चेतावनी जारी कर देगी| ...